वरिष्ठ प्रबंधक ने कंपनी को लगाई 20 लाख की चपत, पुलिस में दी तहरीर
मोहब्बेवाला स्थित एक कंपनी के वरिष्ठ प्रबंधक ने निदेशक का विश्वासपात्र बनकर कंपनी को 20 लाख 45 हजार रुपये की चपत लगा दी।
By Sunil NegiEdited By: Updated: Mon, 24 Aug 2020 01:45 PM (IST)
देहरादून, जेएनएन। मोहब्बेवाला स्थित एक कंपनी के वरिष्ठ प्रबंधक ने निदेशक का विश्वासपात्र बनकर कंपनी को 20 लाख 45 हजार रुपये की चपत लगा दी। इसका पता चलने पर निदेशक ने आरोपित से स्पष्टीकरण मांगा तो उसने कंपनी आना बंद कर दिया। साथ ही मेल से भेजे गए स्पष्टीकरण में उल्टा निदेशक पर ही उक्त रकम मकान खरीदने के लिए कंपनी से बतौर ऋण लेने का आरोप लगाया।
पटेलनगर कोतवाली के इंस्पेक्टर दिनेश बिष्ट ने बताया कि मोहब्बेवाला में रहने वाले रघुनंदन सिंह रावत की क्षेत्र में ही रावत इंजीनियरिंग टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड नाम से कंपनी है। वह इस कंपनी के निदेशक भी हैं। उन्होंने कंपनी के वरिष्ठ प्रबंधक गुरुनानक रोड निवासी जुगल किशोर पंत के खिलाफ धोखाधड़ी की तहरीर दी है। इसमें रघुनंदन सिंह रावत ने कहा है कि जुगल किशोर कंपनी में 27 साल से काम कर रहा था। इसके चलते वह उसपर बहुत ज्यादा विश्वास करते थे।
कंपनी के फाइनेंस और अकाउंट के कार्य में भी जुगल किशोर पूरी दखल रखता था। निदेशक ने उसे सभी बैंक ट्रांजेक्शन के लिए अधिकृत किया हुआ था। कंपनी के बैंक ट्रांजेक्शन के सभी ओटीपी भी जुगल किशोर के मोबाइल पर ही आते थे। इसी का फायदा उठाकर बीते कुछ वर्षो से जुगल किशोर कंपनी के बैंक खातों से रकम की हेराफेरी कर रहा था। इसका पता निदेशक को मई 2020 में तब चला, जब उन्होंने कंपनी के बैंक खाते की चेक बुक की जांच की।
यह भी पढ़ें: फर्जी दस्तावेज बनाकर बेची बहन की पैतृक संपत्ति, नौ के खिलाफ मुकदमानिदेशक का आरोप है कि जुगल किशोर ने कंपनी के खाते से 16 लाख 95 हजार रुपये अपने खाते में ट्रांसफर किए और 3.50 लाख रुपये नकद निकाले। आरोप यह भी है कि जुगल किशोर अपने वेतन से टीडीएस भी नहीं कटवाता था। इसके अलावा वह कंपनी के खाते से वेतन के अतिरिक्त पांच हजार रुपये प्रतिमाह ले रहा था, जिसका वह कोई कारण नहीं बता सका। इंस्पेक्टर ने बताया कि आरोपित के खिलाफ शनिवार को धोखाधड़ी के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया गया।
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