यहां 129 गांवों में जन्मीं हैं सिर्फ बालिकाएं, जानने के लिए पढ़िए पूरी खबर
उत्तरकाशी जिले के 129 गांव ऐसे हैं जहां केवल बालिकाओं ने ही जन्म लिया है। इन गांवों में 180 बालिकाएं पैदा हुई हैं।
By Edited By: Updated: Sun, 21 Jul 2019 04:50 PM (IST)
देहरादून, राज्य ब्यूरो। उत्तरकाशी जिले के छह ब्लॉकों में केवल बालक ही नहीं बल्कि बालिकाओं की जन्म दर भी अच्छी है। इन ब्लॉकों के 133 गांवों में बालकों के ही जन्म लेने का मामला भले ही गर्मा गया, लेकिन इन्हीं ब्लॉकों के 129 गांव ऐसे हैं जहां केवल बालिकाओं ने ही जन्म लिया है। इन गांवों में 180 बालिकाएं पैदा हुई हैं। बीते तीन माह के जन्म लिंगानुपात में भी 1000 बालकों के सापेक्ष 1023 बालिकाएं पैदा हुई हैं।
जिले के तिमाही लिंगानुपात को लेकर शासन की ओर से कराई गई शुरूआती जांच में यह जानकारी सामने आई है। उत्तरकाशी जिले में जन्म लिंगानुपात की तिमाही रिपोर्ट ने स्वास्थ्य महकमे में हलचल पैदा कर दी थी। दरअसल, इस रिपोर्ट में यह बात सामने आई थी कि 133 गांव ऐसे हैं जहां एक भी बालिका का जन्म नहीं हुआ है। इसे जिले में भ्रूणलिंग परीक्षण गिरोह के सक्रिय होने की आशंका बलवती हुई है। इस वजह से 147 गांव रेड जोन में शामिल किए गए हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी मामले को गंभीरता से लेते हुए इसकी विस्तृत जांच के निर्देश दिए थे। शनिवार को जिले से प्रारंभिक रिपोर्ट शासन को भेजी गई। यह रिपोर्ट कुछ सुकून देती दिख रही है।
रिपोर्ट में यह बात भी सामने आई है कि जिले के 129 गांव ऐसे हैं जहां केवल बालिकाओं ने जन्म लिया। इसके अलावा जिले के 163 गांव ऐसे रहे जहां बालक और बालिका दोनों ने ही जन्म लिया था। इससे पहले जिले के 133 गांवों में केवल बालकों के ही जन्म लेने से कई तरह के सवाल उठ खड़े हुए थे। सचिव स्वास्थ्य नितेश झा ने कहा कि उत्तरकाशी जिले के जन्मलिंगानुपात में दोनों पक्षों को देखा जाना चाहिए। हेल्थ मैनेजमेंट इन्फॉरमेशन सिस्टम (एचएमआइएस) की रिपोर्ट में यदि 133 गांव ऐसे हैं जहां बालक हुए, तो 129 गांव ऐसे भी हैं जहां केवल बालिकाएं ही पैदा हुई हैं। यहां के जन्म लिंगानुपात में भी बालिकाओं की संख्या ज्यादा है। जनपद की तिमाही रिपोर्ट संतोषनजक है। भ्रूणलिंग परीक्षण को लेकर हर जगह सख्ती जारी है।
यहां जन्मी हैं केवल बेटियां
ब्लॉक गांव बालिका
भटवाड़ी 30 40
चिन्यालीसौड़ 23 30
पुरोला 13 20
मोरी 20 35
नौगांव 26 29
डूंडा 17 26
कुल 129 180
जिले की पूरी तस्वीर
ब्लॉक बालक बालिका
भटवाड़ी 218 201
चिन्यालीसौड़ 36 48
डूंडा 26 16
मोरी 61 57
नौगांव 81 110
पुरोला 48 49
कुल 470 481
16 गांवों में छह माह से नहीं जन्मी एक भी बालिका
जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों संग बैठक की। इस बैठक में एक चौंकाने वाली जानकारी सामने आई। जनपद में 16 गांव ऐसे हैं, जहां पिछले छह माह के अंतराल में 65 बच्चों का जन्म हुआ, जिनमें एक भी लड़की नहीं है। इस पर डीएम ने इन 16 गांवों में गहनता से जांच के आदेश दिए, ताकि कारणों का पता चल सके। उन्होंने कहा कि जिन अधिकारियों को रेड जोन वाले गांवों में बालिका जन्म फीसद शून्य रहने के कारणों की जांच दी गई है, वे एक सप्ताह के भीतर अपनी जांच रिपोर्ट सौंपना सुनिश्चित करें। जांच के लिए जो बिंदु दिए गए हैं, अधिकारी उसे गंभीरता से लें।
बैठक में अपर सीएमओ डॉ. सीएस रावत, डॉ. सुजाता सिंह, महाप्रबंधक उद्योग एसएस रावत, जिला सेवायोजन अधिकारी विनायक श्रीवास्तव, मुख्य उद्यान अधिकारी प्रभाकर सिंह, जिला युवा कल्याण अधिकारी विजय प्रताप सिंह भंडारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी हेमलता पांडेय, खंड विकास अधिकारी दृष्टि आनंद, श्रुति वत्स आदि अधिकारी मौजूद थे।
इन गांवों में छह माह में एक भी बालिका नहीं जन्मी
ब्लाक-गांव
डुंडा- धनेटी, न्यूगांव, ईड, सरतली भटवाड़ी-कन्सैंण, मुखवा, जोशियाड़ा, जसपुर, सेकू, झाला, सिरोर, लदाड़ी, नेताला चिन्यालीसौड़-गडोली, हटनाली, कपराड़ा।
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