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एसजीआरआर विश्वविद्यालय में हिन्दी में भी मिलेगा प्रश्नपत्र, पढ़ि‍ए पूरी खबर

श्री गुरु राम राय विवि प्रबंधन ने परीक्षा के लिए अंग्रेजी भाषा के अलावा हिंदी भाषा में प्रश्नपत्र तैयार करने का निर्णय लिया है।

By Sunil NegiEdited By: Updated: Sat, 18 May 2019 02:54 PM (IST)
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एसजीआरआर विश्वविद्यालय में हिन्दी में भी मिलेगा प्रश्नपत्र, पढ़ि‍ए पूरी खबर
देहरादून, जेएनएन। श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय में इस सत्र से हिंदी भाषी छात्र-छात्राओं को बड़ी राहत मिलेगी। विवि प्रबंधन ने सभी कक्षाओं में हिंदी भाषा में लेक्चर्स, लाइब्रेरी में सभी विषयों की पुस्तकों के हिंदी वर्जन व परीक्षा के लिए अंग्रेजी भाषा के अलावा हिंदी भाषा में प्रश्नपत्र तैयार करने का निर्णय लिया है। इस सत्र से यह व्यवस्था आरंभ हो जाएगी। ऐसे छात्र-छात्राओं को इस पहल का बड़ा लाभ मिलेगा जो अंग्रेजी भाषा के कारण उच्च शिक्षा प्राप्त करने में परेशानी महसूस करते रहे हैं।

इसके अलावा माता-पिता की एकमात्र लड़की (सिंगल गर्ल चाइल्ड) को विवि प्रबंधन उच्च शिक्षा के चुनिंदा कोर्सेज की ट्यूशन फीस में 50 प्रतिशत की छूट मिलेगी। यह जानकारी विवि के कुलपति डॉ. पीताम्बर प्रसाद ध्यानी ने दी। 

विवि के कुलपति डॉ. पीताम्बर प्रसाद ध्यानी ने बताया कि विवि के कुलाधिपति महंत देवेंद्रदास महाराज के निर्देश पर इस सत्र से उपरोक्त दोनों आदेश लागू हो गए हैं। राज्य के सुदूर पर्वतीय ग्रामीण क्षेत्रों में अपार मेधा छिपी हुई है। उत्तराखंड के कई क्षेत्र ऐसे हैं जहां पर 12वीं कक्षा तक के लिए अंग्रेजी माध्यम के स्कूल उपलब्ध नहीं है। इस कारण ऐसे क्षेत्रों के कई मेधावी छात्र-छात्राएं 12वीं तक की पढ़ाई अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों से नहीं कर पाते हैं। 

उन्हें स्नातक व परास्नातक के कोर्सज को अंग्रेजी भाषा में करने में भारी परेशानी आती है। कई मंचों पर ऐसे छात्र-छात्राओं के अभिभावक इस बात को रख चुके हैं कि भाषा की परेशानी के कारण उनके बच्चे उच्च शिक्षा में दाखिला लेने से वंचित रह जाते हैं। इसके अलावा छात्राओं, सैन्य परिवारों व एसजीआरआर स्कूलों से 12वीं पासआउट बच्चों व निर्धन परिवार के बच्चों को सामान्य छूट के अलावा विवि के नियमानुसार अतिरिक्त छूट मिल रही है। इस सत्र से सिविल सेवा परीक्षा, एसएसबी, एनडीए, सीडीएस, ओटीए, विधि परीक्षाओं  सहित कई प्रतियोगात्मक परीक्षाओं की तैयारी के लिए निश्शुल्क कोचिंग की व्यवस्था शुरू कर दी गई है। 

उत्तराचल विश्वविद्यालय की पहली काउंसिलिंग नौ जून को

उत्तराचल विश्वविद्यालय में ऐकेडमिक सत्र 2019-2020 की प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसी क्रम में उत्तराचल विवि में सभी पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए प्रथम काउंसिलिंग का आयोजन 9 जून (रविवार) 2019 को विवि परिसर में किया जाएगा। जिन अभ्यर्थियों ने काउंसिलिंग में भाग लेने के लिए उत्तराचल विश्वविद्यालय में अपने चुनिंदा कोर्स के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है वे लोग विश्वविद्यालय की वेबसाइट www.uttaranchaluniversity.ac.in के द्वारा ऑनलाइन या उत्तराचल विवि परिसर में आकर अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। काउंसिलिंग के लिए रिपोर्टिग प्रक्रिया प्रात: 8 बजे से शुरू होकर 12.30 बजे तक चलेगी। 1.00 बजे से काउंसिलिंग से सीटों का आवंटन किया जाएगा। यह प्रक्रिया सभी आए हुए अभ्यर्थियों के सीट आवंटन तक चलेगी। काउंसिलिंग पहले से संचालित पाठ्यक्रमों और नये पाठ्यक्रमों सभी के लिए होगी। 9 जून को रेलवे स्टेशन और बस स्टेशन दोनों जगह से अभ्यर्थियों को उत्तराचल विश्वविद्यालय परिसर में लाने के लिए बस की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी। अधिक जानकारी और रजिस्ट्रेशन के लिए www.uttaranchaluniversity.ac.in पर लॉगआन करें। 

प्रो. सिन्हा बने आइएमएस यूनिसन विवि के कुलपति

प्रोफेसर गौतम सिन्हा आइएमएस यूनिसन यूनिवर्सिटी के कुलपति नियुक्त किए गए हैं। वह पूर्व में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट काशीपुर के संस्थापक निदेशक व आइआइटी खडग़पुर में प्रोफेसर भी रह चुके हैं।

शुक्रवार को उनका स्वागत आइएमएस यूनिसन यूनिवर्सिटी के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष अमित अग्रवाल ने किया। प्रो. वीसी रविकेश श्रीवास्तव भी इस अवसर पर उपस्थित रहे। डॉ. सिन्हा ने पदभार ग्रहण करते हुए कहा कि उनका ध्येय विवि के शैक्षणिक मॉडल को अपग्रेड और छात्रों को औद्योगिक नॉलेज से लैस करना होगा। प्रोफेसर गौतम सिन्हा एक प्रतिष्ठित शिक्षाविद हैं, जिनकी 40 साल से अधिक की उद्योग शिक्षण, प्रशासनिक और अनुसंधान अनुभव है। वह 2011 से 2012 तक लाल बहादुर शास्त्री इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट में प्रोफेसर भी रहे हैं। उन्होंने 1978 से 2002 तक प्रबंधन प्रशिक्षण संस्थान और स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) के बोकारो स्टील प्लांट और लार्सन एंड टुब्रो (ओडिशा) में अपनी सेवाएं दी। प्रो. गौतम सिन्हा शोधकर्ता व लेखक भी हैं। उन्हें एमिटी यूनिवर्सिटी द्वारा अकादमिक उत्कृष्टता के लिए सम्मानित भी किया जा चुका है।

श्रीदेव सुमन विवि ने बनाए नए उड़न दस्ते

उत्तराखंड श्रीदेव सुमन विवि की परीक्षाएं गढ़वाल मंडल के विभिन्न कॉलेजों में चल रही हैं। इन परीक्षाओं में चेकिंग के लिए फ्लाइंग दस्ते तो बनाए गए थे, लेकिन उनकी चेकिंग नगण्य रही। हालात यह थे कि कई कॉलेजों से तो नकल की शिकायतें आने लगीं। 

शिकायत पर कुलपति डॉ. यूएस रावत ने कुलसचिव, सहायक कुलसचिव, परीक्षा नियंत्रक, सहायक परीक्षा नियंत्रक सहित कई अधिकारियों के नेतृत्व में फ्लाइंग दस्ते बना दिए हैं। कुलपति का कहना है कि किसी भी कॉलेज में कभी भी औचक निरीक्षण किया जा सकता है। उन्होंने कॉलेजों में नकल की बात से इन्कार किया। बताया कि जो नए फ्लाइंग दस्ते बनाए गए हैं, उनमें पूर्व के विवाद को देखते हुए दो-दो महिलाओं को भी शामिल किया गया है। ताकि छात्राओं की रूटीन जांच को लेकर किसी प्रकार का विवाद न हो और महिला फ्लाइंग ही छात्राओं की जांच करे।

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