Shardiya Navratri: 26 सितंबर से शुरू होंगे शारदीय नवरात्र, पढ़ें कलश स्थापना के लिए शुभ मुहूर्त
शारदीय नवरात्र कल से शुरू हो रहे। सुबह छह बजकर 20 मिनट से 10 बजे तक कलश स्थापना के लिए शुभ मुहूर्त है। उदया तिथि के कारण तीन अक्टूबर अष्टमी और चार को होगा नवमी पूजन हो। इस बार हाथी पर मातारानी का आगमन होगा।
By JagranEdited By: Sunil NegiUpdated: Sun, 25 Sep 2022 04:57 AM (IST)
जागरण संवाददाता, देहरादून : शारदीय नवरात्र कल से शुरू हो जाएंगे। 26 सितंबर को सुबह छह बजकर 20 मिनट से 10 बजे तक का समय कलश स्थापना के लिए शुभ माना गया है। इस बार नवरात्र पूरे नौ दिन के रहेंगे। तीन अक्टूबर को अष्टमी व चार को नवमी पूजन होगा।
इस बार माता का आगमन हाथी पर होगा
वहीं, नवरात्र में मां दुर्गा के नौ दिव्य स्वरूपों की पूजा-अर्चना को लेकर माता रानी की शृंगार समाग्री, चुनरी, पूजन थाल व अन्य वस्तुओं से बाजार में दुकानें सज चुकी हैं और कारोबारियों में भी खासा उत्साह है। इस बार माता का आगमन हाथी पर होगा जो सुख दायी माना गया है।
- अश्विन मास के शुल्क पक्ष की प्रतिपदा से शुरू होने वाले नवरात्र चार अक्टूबर तक चलेंगे।
- सोमवार को प्रथम दिवस भक्त देवी के शैलपुत्री स्वरूप की उपसना करेंगे। इन नौ दिनों में मां दुर्गा की विशेष पूजा की जाएगी।
यह है कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त
आचार्य डा. सुशांत राज के मुताबिक देवी भगवत के श्लोक के अनुसार इस बार माता का आगमन हाथी पर होना सभी के लिए सुखदायी साबित होगा। इन नौ दिनों में मां भक्तों के घर पर वास करती हैं। सोमवार को प्रतिपदा तिथि सुबह तीन बजकर 24 मिनट से शुरू हो जाएगी। सुबह छह बजकर 20 मिनट से 10 बजकर 19 मिनट तक कलश स्थापना कर सकते हैं।अष्टमी तिथि दो अक्टूबर की शाम छह बजकर 47 मिनट से लेकर तीन अक्टूबर शाम चार बजकर 37 मिनट तक रहेगी। उदया तिथि के कारण अष्टमी का व्रत तीन को ही रखा जाएगा। वहीं उदया तिथि के कारण नवमी पूजन चार अक्टूबर को दोपहर दो बजकर 20 मिनट तक किया जा सकता है। इसके बाद दशमी तिथि शुरू हो जाएगी।
भक्तों को भा रही पूजा की थाली, फैंसी चुनरी
नवरात्र को लेकर बाजार माता के शृंगार से लेकर पूजा का सामान, मूर्तियां और कपड़ों से सज चुके हैं। दुकानदारों में इस बार नवरात्र को लेकर खासा उत्साह दिख रहा है। ग्राहकों के लिए पूजा की थाली, पूजा पैकेट, माता की फैंसी चुनरी इस बार विशेष है।- हनुमान चौक स्थित सूरी पूजा स्टोर की संचालिका सीमा सूरी ने बताया कि समय के साथ लोग की पसंद भी बदलती रहती है।
- इस बार नवरात्र के लिए स्टोन वाली माता की चुनरी, प्रसाद, गंगाजल, गोला, कलश, थाली, धूप, कपूर, रोली, चंदन युक्त विशेष पूजा की थाली विशेष है।
बेहतर कारोबार की उम्मीद
सहारनपुर चौक स्थित आरके पूजा भंडार के स्वामी राकेश ने बताया कि बीते वर्ष कोरोनाकाल के कारण शारदीय नवरात्र पर नया सामान नहीं मंगाया, लेकिन इस बार बेहतर कारोबार की उम्मीद है। हालांकि अभी श्राद्ध पक्ष के चलते ग्राहक कम संख्या में आ रहे हैं, लेकिन दुकानदारों ने अपनी ओर से तैयारी पूरी कर ली है।
माता की छोटी मूर्तियों की मांग आने लगी है। कुम्हार मंडी में दुकानदार नीरज प्रजापति ने बताया कि सहारनपुर, कोलकाता, मुजफ्फरनगर से माता की मूर्तियां मंगाई हैं।Shardiya Navratri 2022: ऋषिकेश से 25 किमी की दूरी पर है देवी मंदिर, मान्यता है दर्शन से पूरी होती मनोकामनाएं
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।