समर जहां हत्याकांड: शूटर ने रंगदारी में उठाई थी कार
समर जहां की हत्या में शूटर ने यह कार समर जहां की हत्या से कुछ दिन पहले ही कारोबारी से रंगदारी के तौर पर उठा ली थी। बाद में इसी गाड़ी से समर की हत्या की और भाग निकला।
By Sunil NegiEdited By: Updated: Mon, 13 May 2019 08:58 AM (IST)
देहरादून, जेएनएन। समर जहां की हत्या में जो कार प्रयुक्त हुई थी, वह रुड़की के एक कारोबारी की है। सूत्रों की मानें तो शूटर ने यह कार समर जहां की हत्या से कुछ दिन पहले ही कारोबारी से रंगदारी के तौर पर उठा ली थी। बाद में इसी गाड़ी से समर की हत्या की और भाग निकला।
सात मई की रात सहस्त्रधारा रोड स्थित पैसिफिक गोल्फ सिटी के पास समर जहां उर्फ रेहाना को कार सवार हमलावर ने गोलियों से भून दिया था। एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने वारदात का खुलासा करते हुए बताया था कि दवा कारोबारी राकेश गुप्ता, उसकी पत्नी सीमा और बेटे कार्तिक ने साजिश रच कर हत्याकांड को अंजाम दिया था। समर को मारने के लिए गिरफ्तार मोमिन के जरिए शूटर तक दो लाख रुपये पहुंचाए गए थे। राकेश, सीमा, कार्तिक व मोमिन पुलिस की गिरफ्त में हैं, लेकिन मुख्य आरोपित शूटर की पहचान के बाद भी पुलिस के हाथ उसकी गिरेबां तक नहीं पहुंच पा रहे हैं।बता दें कि, समर जहां दवा कारोबारी के साथ लिव-इन में रहती थी। इस बात से राकेश की पत्नी व उसके दो बेटों और बेटी को आपत्ति थी। बात तब और बिगड़ गई, जब देहरादून में खोले गए रेस्टोरेंट पर भी समर हक जताने लगी थी। इसी के चलते सभी उसे रास्ते से हटाने की तैयारी करने लगे और शूटर हायर किया। सूत्रों से पता चला है कि शूटर ने यह कार रुड़की के एक कारोबारी से बतौर रंगदारी उठा ली थी। हालांकि यह पता नहीं चल पाया है कि कारोबारी ने इसकी शिकायत उस समय पुलिस में की थी या नहीं।
मगर जब उस कार से हत्याकांड को अंजाम दे दिया गया तो पुलिस पंजीकरण नंबर के आधार पर कारोबारी तक पहुंची। तब पता चला कि यह कार को कई दिन पहले ही शूटर उनके यहां से उठाकर ले गया था। शूटर ने और भी किसी वारदात को उस कार से अंजाम दिया है या नहीं इसका पता तो शूटर के पकड़े जाने के बाद ही चलेगा। वहीं, एसओ नत्थीलाल उनियाल ने बताया कि शूटर को पकड़ने के लिए टीम लगातार एसओजी के साथ मिलकर दबिश दे रही है। कुछ सुराग हाथ लगे हैं, जिस पर काम चल रहा है।पुलिस के शिकंजे में डॉन की जान
समरजहां हत्याकांड में अब नया मोड़ आ गया है। देहरादून पुलिस सारी कड़ियां जोड़ते हुए उस माफिया डॉन तक पहुंच गई है, जिसके इशारे पर हत्याकांड को अंजाम दिलाया गया। सूत्रों की मानें तो पुलिस ने उस माफिया डॉन के बेटे को हिरासत में ले लिया है और संभवत: आला-ए-कत्ल की बरामदगी के बाद इस सच्चाई को सार्वजनिक भी कर दिया जाएगा। मुजफ्फरनगर के दवा कारोबारी राकेश गुप्ता की महिला मित्र समरजहां की हत्या के मामले में एक और बड़ा पर्दाफाश होने जा रहा है। इस मामले में पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया था कि हत्याकांड को अंजाम देने व दिलाने वालों के बीच पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सक्रिय मुजफ्फरनगर का एक डॉन भी था। जिसके इशारे पर ही हत्या का सारा तानाबाना बुना गया। जांच में यह भी सामने आया था कि राकेश गुप्ता का बेटा कार्तिक उक्त माफिया डॉन से मिलने के लिए अक्सर जेल जाता था। जिसके बाद सात मई को समरजहां की गोलियां बरसाकर हत्या कर दी गई। इस हत्याकांड को अंजाम दिलाने वाला मुजफ्फरनगर का कौन सा गैंगस्टर है। हालांकि कोई भी पुलिस अधिकारी गैंगस्टर पुत्र को हिरासत में लेना कुबूल नहीं कर रहा, लेकिन उनके घर पर पसरा सन्नाटा इस शक को पुख्ता कर रहा है।कई राज्यों को भेजी कार व शूटर की फोटो
देहरादून पुलिस ने समर हत्याकांड में प्रयुक्त कार और शूटर की फोटो पश्चिमी उत्तर प्रदेश समेत दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल और एनसीआर की पुलिस को भेजी है। संभावना यह भी है कि शूटर कार को कहीं छोड़ कर आगे निकल गया होगा। ऐसे में उम्मीद यह भी है कि कार कहीं लावारिस मिलेगी। यदि कार मिल जाती है तो पुलिस आगे शूटर के भागने के रास्ते को टैक करने की कोशिश शुरू करेगी।यह भी पढ़ें: समर जहां के शूटर को पकड़ना पुलिस के लिए चुनौती, पढ़िए पूरी खबरयह भी पढ़ें: ऐशो-आराम की जिंदगी से जन्नत पाने की चाह में समर का छूटा जहांलोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप
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