छात्रवृत्ति घोटाले में दो जिलों में तीन और मुकदमे दर्ज, पढ़िए पूरी खबर
छात्रवृत्ति घोटाले की जांच कर रही एसआइटी ने ऊधमसिंहनगर और नैनीताल जिले में तीन और मुकदमे दर्ज कर दिए हैं। दो दिन के भीतर एसआइटी ने सात मुकदमे दर्ज किए हैं।
By Edited By: Updated: Sat, 28 Sep 2019 09:24 AM (IST)
देहरादून, जेएनएन। हाईकोर्ट के आदेश पर छात्रवृत्ति घोटाले की जांच कर रही एसआइटी ने ऊधमसिंहनगर और नैनीताल जिले में तीन और मुकदमे दर्ज कर दिए हैं। दो दिन के भीतर एसआइटी ने घोटालेबाजों के खिलाफ सात मुकदमे दर्ज किए हैं। सभी मुकदमों में समाज कल्याण विभाग ने सांठ-गांठ करते हुए हरियाणा और उत्तर प्रदेश के कॉलेजों को लाखों रुपये की छात्रवृत्ति की रकम जारी की है। नैनीताल में एसआइटी ने दो लोगों को हिरासत में लेते हुए पूछताछ शुरू कर दी है। जल्द इनकी गिरफ्तारी की कार्रवाई की जाएगी।
हाईकोर्ट के आदेश पर राज्य में 2012 से 2016 के बीच बांटी गई करोड़ों रुपये की दशमोत्तर छात्रवृत्ति की जांच पुलिस की एसआइटी कर रही है। आइजी संजय गुंज्याल के नेतृत्व वाली एसआइटी ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश, हरियाणा के संस्थानों के खिलाफ चार मुकदमे दर्ज किए थे। शुक्रवार को भी एसआइटी ने जांच जारी रखते हुए तीन और मुकदमे दर्ज कर लिए हैं। एसआइटी प्रभारी आइजी संजय गुंज्याल ने बताया कि छुटमलपुर सहारनपुर (उत्तर प्रदेश) के ओम संतोष प्राइवेट आइटीआइ में 19 छात्रों के नाम पर करीब पौने आठ लाख रुपये की छात्रवृत्ति जिला समाज कल्याण अधिकारी नैनीताल ने जारी की है।
इस दौरान पंजाब नेशनल बैंक फतेहपुर में फर्जी खाते खोलने व फर्जी तरीके से छात्रवृत्ति की रकम हड़पने की पुष्टि एसआइटी ने की है। 2014-15 में हुए इस घोटाले में आइटीआइ के प्रधानाचार्य, बैंक एवं विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत सामने आई है। इनके खिलाफ कूटरचना, षड्यंत्र और सरकारी धन को ठिकाने लगाने की धाराओं में नैनीताल जनपद के भीमताल थाने में मुकदमा दर्ज किया गया। इधर, एसआइटी ने ऊधमसिंहनगर बाजपुर में एमडी कॉलेज ऑफ एजुकेशन झज्जर रोड महेंद्रगढ़ व जसपुर थाने में संदेश कॉलेज ऑफ एजुकेशन कनेना कोसली रोड रिवाड़ी (हरियाणा) के संचालकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। आइजी गुंज्याल ने बताया कि दोनों कॉलेजों के संचालकों, समाज कल्याण विभाग के साथ घोटालेबाजों ने लाखों रुपये की छात्रवृत्ति की रकम हड़पी है।
इन कॉलेजों में जो छात्र-छात्रएं पंजीकृत दिखाए गए हैं, उनके बारे में कोई रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं है। यहां पूरी तरह से फर्जी दस्तावेजों के आधार पर एससी, एसटी और ओबीसी के छात्र-छात्रओं का दाखिला दिखाया गया है। इस मामले में कुछ लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। पूछताछ पूरी होने के बाद गिरफ्तारी की कार्रवाई की जाएगी। गुरुवार को एसआइटी ब्राइटलैंड कॉलेज, ऋषि इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग कॉलेज मोनाड यूनिवर्सिटी व अन्नपूर्णा इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के खिलाफ चार मुकदमे दर्ज करा चुकी है।
समाज कल्याण विभाग के संयुक्त निदेशक पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार
बहुचर्चित छात्रवृत्ति घोटाले में समाज कल्याण विभाग के संयुक्त निदेशक गीताराम नौटियाल पर गिरफ्तारी की तलवार लटक गई है। घोटाले की जांच कर रही एसआइटी की टीम ने देहरादून की एंटी करप्शन कोर्ट से गीताराम नौटियाल के गैर जमानती वारंट हासिल कर लिए हैं। एसआइटी की टीम किसी भी वक्त गीताराम नौटियाल को गिरफ्तार कर सकती है।
देहरादून और हरिद्वार जिले में हुए छात्रवृत्ति घोटाले की जांच कर रहे आइपीएस अधिकारी मंजूनाथ टीसी की अध्यक्षता वाली एसआइटी समाज कल्याण विभाग के निदेशक रहे अनुराग शंखधर को भी गिरफ्तार कर चुकी है। शंखधर के बाद से ही एसआइटी विभाग के संयुक्त निदेशक गीताराम नौटियाल से पूछताछ करने की कोशिश में लगी हुई थी, लेकिन नौटियाल एसआइटी से बचते आ रहे थे। एसआइटी से बचने के लिए कुछ दिन पहले नौटियाल ने हाईकोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया, लेकिन हाईकोर्ट ने एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए एसआइटी के सामने पेश होने के आदेश दिए। जिसके बाद नौटियाल सिर्फ एक बार ऐसे ही एसआइटी दफ्तर रोशनाबाद हरिद्वार पहुंचे थे।
यह भी पढ़ें: छात्रवृत्ति घोटाले में तीन जनपदों में चार मुकदमे हुए दर्जदोबारा पूछताछ के लिए बुलाने पर नौटियाल नहीं आए। इस बीच एसआइटी ने कई बार उन्हें नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया, लेकिन वह गैरहाजिर रहे। एक सप्ताह पहले हाईकोर्ट ने उनकी गिरफ्तारी पर लगी रोक हटा दी। एसआइटी में एंटी करप्शन एक्ट से जुड़े मुकदमे की जांच कर रहे एएसपी आयुष अग्रवाल ने हाईकोर्ट को पूरे मामले से अवगत कराते हुए एंटी करप्शन कोर्ट देहरादून में नौटियाल के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी करने के संबंध में प्रार्थना पत्र दिया था। जिस पर कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी कर दिए हैं। एसआइटी प्रभारी मंजूनाथ टीसी ने बताया कि गीताराम नौटियाल की तलाश की जा रही है। जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी।
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