600 विद्यालयों में शुरू होंगी स्मार्ट क्लास
प्रदेश के 500 माध्यमिक विद्यालयों में स्मार्ट क्लास का प्रयोग कामयाब रहने के बाद सरकार अब इस दिशा में कदम और आगे बढ़ाने की तैयारी कर रही है। 600 नए विद्यालयों में स्मार्ट क्लास की सुविधा मुहैया कराई जाएगी। इससे डेढ़ लाख से ज्यादा छात्र-छात्राओं को लाभ मिलेगा।
By Sumit KumarEdited By: Updated: Wed, 03 Feb 2021 10:48 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, देहरादून। प्रदेश के 500 माध्यमिक विद्यालयों में स्मार्ट क्लास का प्रयोग कामयाब रहने के बाद सरकार अब इस दिशा में कदम और आगे बढ़ाने की तैयारी कर रही है। 600 नए विद्यालयों में स्मार्ट क्लास की सुविधा मुहैया कराई जाएगी। इससे डेढ़ लाख से ज्यादा छात्र-छात्राओं को लाभ मिलेगा।
प्रदेश में वर्चुअल क्लासरूम यानी आधुनिक सूचना व संचार तकनीक (आइसीटी) लैब से लैस स्मार्ट क्लास की योजना वर्ष 2019 में शुरू हो पाई थी। हालांकि इसके लिए प्रयास वर्ष 2005 से ही प्रारंभ हो गए थे। राज्य में वर्चुअल स्टूडियो की स्थापना के बाद 500 राजकीय इंटर कॉलेजों में स्मार्ट क्लास प्रारंभ की गई हैं। इससे अब करीब 1.90 लाख छात्र-छात्राएं लाभान्वित हो रहे हैं। इन छात्र-छात्राओं के लिए स्मार्ट क्लास की वजह से कठिन विषयों की पढ़ाई आसान हो चुकी है। वर्चुअल स्टूडियो के माध्यम से अंग्रेजी, गणित, विज्ञान विषयों पर तैयार लेक्चर का प्रसारण किया जा रहा है। लेक्चर विषय विशेषज्ञ शिक्षक तैयार करते हैं। वर्चुअल क्लास में सेटेलाइट इंटरेक्टिव टर्मिनल (एसआइटी) व रिसीव ओनली टर्मिनल (आरओटी) के माध्यम से स्टूडियो में शिक्षक और दूर विद्यालयों में बैठे छात्र-छात्राओं के बीच परस्पर संवाद भी संभव हो रहा है। कोरोना संकट काल में वर्चुअल स्टूडियो के माध्यम से दूरदर्शन से संचालित कक्षाओं के लिए भी लेक्चर तैयार किए गए। सरकार 600 माध्यमिक विद्यालयों को स्मार्ट क्लास योजना से जोडऩे जा रही है। समग्र शिक्षा अभियान के बजट में इसके लिए प्रविधान किया गया है। शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने कहा कि नए विद्यालयों में स्मार्ट क्लास नए सत्र से प्रारंभ की जाएंगी।
यह भी पढ़ें- Uttarakhand Police: निरीक्षकों की परीक्षा कराएगा UKSSSC, एक जुलाई तय की गई आयु की गणना करने की तिथिइसतरह मिल रहा है लाभ:
- स्टूडियो में वर्चुअल क्लासरूम में दिनभर में 12 लेक्चर
- एक साथ चार कक्षाओं की पढ़ाई, जिन विद्यालयों में विषय अध्यापक नहीं हैं, उन विषयों की नियमित कक्षाएं
- छात्रों को कैरियर गाइडेंस, बोर्ड परीक्षाओं के साथ जेईई, एनईईटी जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए भी मदद
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