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Sparsh Himalayan Festival 2024: उत्‍तराखंड के लेखक गांव में बही साहित्य की गंगा, जुटेंगे 40 से अधिक देशों के साहित्यकार

Sparsh Himalayan Festival 2024 स्पर्श हिमालय महोत्सव-2024 में साहित्य संस्कृति और कला का संगम देखने को मिलेगा। उत्तराखंड के थानों क्षेत्र में स्थित लेखक गांव में 25 अक्टूबर से यह महोत्सव आयोजित किया गया है। इसमें 40 से अधिक देशों के साहित्यकार जुटेंगे और साहित्य की गंगा बहेगी। भारत के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद इस समारोह का उद्घाटन किया।

By mahendra singh chauhan Edited By: Nirmala Bohra Updated: Fri, 25 Oct 2024 01:37 PM (IST)
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Sparsh Himalayan Festival 2024: भारत के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद इस समारोह का उद्घाटन किया।जागरण
संवाद सहयोगी जागरण डोईवाला। Sparsh Himalayan Festival 2024: विधानसभा डोईवाला क्षेत्र का थानों क्षेत्र में बना लेखक गांव साहित्य, संस्कृति व कला संरक्षण एवं संवर्द्धन का केंद्र बनने जा रहा है। 40 से अधिक देशों के साहित्यकार यहां जुटेंगे तो साहित्य की गंगा बहेगी। वहीं, विभिन्न पर्यावरणीय एवं कला शोध में भी यह अहम भूमिका निभाएगा।

25 अक्टूबर को भारत के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इस समारोह व धरोहर के संरक्षण के अद्भुत केंद्र लेखक गांव का उद्घाटन किया। वहीं, यहां भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाइ चंद्रचूड़ सहित देश की कई प्रमुख हस्तियों की उपस्थिति भी इस क्षण को और यादगार बनाएगी।

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देश-विदेश की भाषा लिखित एक लाख पुस्तक पढ़ने को मिलेंगी

लेखक गांव के संरक्षक एवं पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक ने बताया कि 25 अक्टूबर से शुरू हुए  स्पर्श हिमालय महोत्सव-2024 का उद्देश्य साहित्य, संस्कृति व कला का संरक्षण एवं प्रोत्साहन है। कहा कि इसी प्रयासों के तहत लेखक गांव की स्थापना की गई है।

बताया कि यहां निर्मित पुस्तकालय में देश-विदेश की भाषा लिखित एक लाख पुस्तक पढ़ने को मिलेंगी। लेखक गांव में लेखक कुटीर, भोजनालय में उत्तराखंड के पारंपरिक उत्पाद, संजीवनी हिमालय उत्पाद, अतिथि लेखक गृह, अनुसंधान एवं हिमालय संग्रहालय, नवग्रह वाटिका, संजीवनी वाटिका, तीर्थाटन वाटिका की स्थापना की गई है।

यहां कई दुर्लभ धरोहरों से रूबरू हुआ जा सकेगा, साथ ही आवश्यक जानकारियों का उपयोग शोध में भी हो सकेगा। निशंक ने बताया कि समारोह में 40 से अधिक देशों के साहित्यकार पहुंच रहे है, जबकि 65 से अधिक देशों के साहित्यकारों को जोड़ने का प्रयास है।

स्कैन करते ही मिलेगी पौधों की जानकारी

थानों में स्थापित लेखक गांव जहां साहित्यकारों के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र बनेगा तो वही यहां विभिन्न छात्र-छात्राओं को शोध अनुसंधान में भी काफी लाभ होगा। यहां स्थापित नवग्रह वाटिका, संजीवनी वाटिका, तीर्थाटन वाटिका में तीन सौ से अधिक दुर्लभ पौधे लगाए गए है। जिसमें स्कैनर के माध्यम से उस पौधे की पूरी जानकारी भी लोग आसानी से जान सकेंगे। इसके लिए हर पौधे के समीप उसका नाम और एक स्कैनर लगाया गया है। जिसे स्कैन करते ही उसकी सभी तरह की जानकारियां मोबाइल में मिल जाएगी।

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समारोह में ये हस्तियां होंगी शामिल

25 अक्टूबर:

  •  भारत के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद समारोह का उद्घाटन करेंगे
  •  उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह
  •  उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी
  •  भारतीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी
  •  आध्यात्मिक विचारक स्वामी अवधेशानंद गिरी महाराज
26 अक्टूबर

  •  भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाइ चंद्रचूड़ मुख्य अतिथि होंगे
  •  सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति संजीव खन्ना अति विशिष्ट अतिथि होंगे
  •  ओपी जिंदल ग्लोबल विश्वविद्यालय के संस्थापक कुलपति प्रो. सी राजकुमार
  •  शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के सचिव अतुल कोठारी
  •  वरिष्ठ शासकीय अधिवक्ता उत्तर प्रदेश राजेश पांडेय
  •  पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक
  •  पंतजलि विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य बालकृष्ण
  •  स्पर्श हिमालय विश्वविद्यालय के कुलाधिपति प्रो. प्रदीप भारद्वाज

27 अक्टूबर (सम्मान एवं समापन समारोह)

  •  केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत
  •  केंद्रीय सड़क एवं परिवहन राज्य मंत्री अजय टम्टा
  •  टैगोर विश्वविद्यालय के कुलाधिपति संतोष चौबे
  •  परमार्थ निकेतन ऋषिकेश के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती
  •  संकल्प फाउंडेशन के अध्यक्ष संतोष तनेजा
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