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आयुष्मान भव के तहत शिक्षण संस्थानों में चलेगा विशेष अभियान, शिक्षा मंत्री ने अधिकारियों को दिए निर्देश

देहरादून प्रदेशभर में संचालित आयुष्मान भव अभियान अब सभी शिक्षण संस्थानों में भी विशेष रूप से चलाया जाएगा। इसके लिए जनपद स्तर एवं विकासखंड स्तर पर तैनात अधिकारी अभियान नोडल अधिकारी रहेंगे। यह अभियान 23 से 30 सितंबर तक चलाया जाएगा। जिसकी शुरुआत देहरादून से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी करेंगे। शिक्षा एवं स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के सभागार में आयोजन को लेकर बैठक की।

By Sukant mamgainEdited By: riya.pandeyUpdated: Tue, 19 Sep 2023 08:05 AM (IST)
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आयुष्मान भव के तहत शिक्षण संस्थानों में चलेगा विशेष अभियान
जागरण संवाददाता, देहरादून: प्रदेशभर में संचालित आयुष्मान भव अभियान अब सभी शिक्षण संस्थानों में भी विशेष रूप से चलाया जाएगा। इसके लिए जनपद स्तर एवं विकासखंड स्तर पर तैनात अधिकारी अभियान नोडल अधिकारी रहेंगे। यह अभियान 23 से 30 सितंबर तक चलाया जाएगा। जिसकी शुरुआत देहरादून से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी करेंगे।

स्वास्थ्य मंत्री ने जन जागरूकता कार्यक्रम को लेकर की बैठक

शिक्षा एवं स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के सभागार में प्रदेश के शिक्षण संस्थानों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के शत-प्रतिशत आयुष्मान कार्ड, आभा आइडी बनाने के साथ ही स्वैच्छिक रक्तदान व नशामुक्ति को लेकर जन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने को लेकर संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक की।

शिक्षण संस्थानों में 23 से 30 सितंबर तक विशेष अभियान

डा. रावत ने बताया कि आयुष्मान भव अभियान के तहत प्रदेश के समस्त शिक्षण संस्थानों उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, विद्यालयी शिक्षा, संस्कृत शिक्षा, जनजातीय आवासीय विद्यालयों व मदरसों में 23 से 30 सितंबर तक विशेष अभियान चलाए जाएंगे। जिसमें शत-प्रतिशत छात्र-छात्राओं के आयुष्मान कार्ड, आभा आइडी बनाने का लक्ष्य रखा गया है। जिन शिक्षण संस्थानों में शत-प्रतिशत आयुष्मान कार्ड एवं आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट (आभा आइडी) बनाई जाएगी, उनको आयुष्मान विद्यालय का दर्जा दिया जाएगा।

छात्र-छात्राओं को किया जाएगा जागरूक

इसके लिए संबंधित विद्यालयों के शिक्षकों का सहयोग लिया जाएगा। इसके अतिरिक्त समस्त शिक्षण संस्थानों में एक सप्ताह तक प्रतिदिन प्रार्थना सभा के दौरान छात्र-छात्राओं को नशा मुक्त अभियान, स्वैच्छिक रक्तदान, नेत्रदान एवं अंगदान व टीबी मुक्त अभियान के प्रति जागरूक किया जाएगा।

बैठक में रहे उपस्थित

बैठक में राज्य स्वास्थ्य प्रधिकरण के सीईओ आनंद श्रीवास्तव, महानिदेशक स्वास्थ्य डा. विनीता शाह, महानिदेशक यूकास्ट प्रो. दुर्गेश पंत, निदेशक यूसर्क प्रो. अनीता रावत, निदेशक विद्यालयी शिक्षा सीमा जौनसारी, संयुक्त निदेशक उच्च शिक्षा डा. एएस उनियाल सहित तकनीकी शिक्षा, समाज कल्याण, अल्पसंख्यक विभाग, जनजाति कल्याण विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।

यूकास्ट, यूसर्क एवं यूसैक शिक्षण संस्थानों को देंगे सहयोग

प्रदेश के शिक्षण संस्थानों में विज्ञान प्रयोगशाला व वर्चुअल लैब की स्थापना के साथ ही विज्ञान शिक्षकों के विशेष प्रशिक्षण व छात्र-छात्राओं को विज्ञान प्रदर्शनी को विज्ञान एवं तकनीकी से जुड़े तीनों संस्थान उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद (यूकास्ट), उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र (यूसर्क) एवं उत्तराखंड अंतरिक्ष उपयोग केंद्र (यूसैक) सहयोग करेंगे।

यही नहीं, विज्ञान विषयों से जुड़े विभिन्न शिक्षण संस्थानों के छात्र-छात्राएं अपने शैक्षणिक भ्रमण के दौरान यूकास्ट के अंतर्गत झाझरा स्थित विज्ञान धाम जाकर विज्ञान एवं तकनीकी की बारीकियां समझेंगे। इस संबंध में संबंधित संस्थानों के शीर्ष अधिकारियों व शिक्षा विभाग के शीर्ष अधिकारियों के बीच आपसी सहमति बनी है।

जनजातीय क्षेत्र के बच्चों में होगी सिकल सेल की जांच

राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के सभागार में आयोजित बैठक में स्वास्थ्य विभाग एवं जनजाति कल्याण विभाग की ओर से संयुक्त रूप से प्रदेशभर के जनजाति क्षेत्रों के शिक्षण संस्थानों में सिकल सेल उन्मूलन अभियान चलाने का निर्णय लिया गया।

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इस अभियान के अंतर्गत जनजाति क्षेत्र के बच्चों को सिकल सेल के प्रति जागरूक करने के साथ ही स्कूल एवं महाविद्यालय स्तर पर स्वास्थ्य शिविर लगाकर स्वास्थ्य परीक्षण भी किया जाएगा। इस अभियान में स्वास्थ्य विभाग के साथ ही अल्पसंख्यक व जनजाति कल्याण विभाग शामिल रहेंगे।

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