उत्तर प्रदेश व नेपाल तक खौफ फैलाने वाला इनामी गैंगस्टर साथियों के साथ गिरफ्तार, खटीमा के जंगलों से करते थे हथियारों का अवैध कारोबार
ऊधमसिंह नगर उत्तर प्रदेश व नेपाल तक खौफ फैलाने वाले इनामी गैंगस्टर गुरदीप सिंह उर्फ दिप्पा व उसके दो साथियों को स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। बदमाशों से भारी मात्रा में असलहा भी बरामद हुआ है।
By Sunil NegiEdited By: Updated: Sat, 13 Mar 2021 10:23 PM (IST)
जागरण संवाददाता, देहरादून: ऊधमसिंह नगर, उत्तर प्रदेश व नेपाल तक खौफ फैलाने वाले इनामी गैंगस्टर गुरदीप सिंह उर्फ दिप्पा व उसके दो साथियों को स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। बदमाशों से भारी मात्रा में असलहा भी बरामद हुआ है। बदमाश खटीमा व नानकमत्ता से सटे जंगलों से हथियारों का अवैध कारोबार करते थे। पुलिस अब बदमाशों की निशानदेही पर जंगल में हथियारों की फैक्ट्री की तलाश कर रही है। एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह ने बताया कि ऊधमसिंह नगर के इनामी बदमाश गुरदीप सिंह का ऊधमसिंह नगर, उप्र व नेपाल की तराई में खौफ बना हुआ था।
गुरदीप सिंह वहां बीरप्पन के नाम प्रसिद्ध है, जिस पर ऊधमसिंह नगर में हत्या, लूट, डकैती, अपहरण, पुलिस पर फायरिंग, गैंगस्टर जैसे गंभीर अपराध के दर्जनों केस दर्ज हैं। पुलिस को कुछ दिनों से सूचना मिल रही थी बदमाश खटीमा व नानकमत्ता के जंगलों में रहकर अवैध हथियारों की फैक्ट्री चला रहा है और यहीं से इनकी उप्र, नेपाल व उत्तराखंड में सप्लाई भी कर रहा है। शनिवार को मुखबिर की सूचना पर एसटीएफ निरीक्षक संदीप नेगी की देखरेख में टीम गठित की गई, जिसमें थाना नानकमत्ता व खटीमा की पुलिस को भी शामिल किया गया। पुलिस टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए ग्राम दिया खटीमा क्षेत्र में कामन नदी के किनारे जंगल क्षेत्र में घेराबंदी की। इस दौरान बदमाश दिप्पा व उसके दो साथियों ने गिरफ्तारी से बचने के लिए पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी फायरिंग की। करीब आधे घंटे तक हुई फायरिंग के बाद बदमाश नदी से लगे हुए सुदलीमठ के जंगल की ओर भागने लगे। पुलिस टीम ने घेराबंदी कर बदमाशों को हथियारों के साथ गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में बदमाश दिप्पा ने बताया कि वह पिछले 10-12 सालों से खटीमा, नानकमत्ता से सटे जंगलों में अपने साथियों के साथ छिपकर रह रहा था व जंगल में रहकर हथियार बनाता था। जिन्हें वह बाहर सप्लाई करता था। बरामद हथियार भी दिप्पा व उसके साथियों ने खुद ही बनाए हैं। बदमाश ने यह भी बताया कि कई हथियार व हथियार बनाने के उपकरण जंगल के अंदर ही हैं। गिरफ्तार किए बदमाशों में गुरदीप सिंह उर्फ दिप्पा निवासी ग्राम पहसैनी नानकमत्ता जिला ऊधमसिंह नगर, कमलदीप सिंह उर्फ कुलदीप सिंह निवासी सिद्वानवदिया नानकमत्ता जिला ऊधमसिंह नगर व बलवीर सिंह निवासी ग्राम छिनकी खटीमा ऊधमसिंह नगर शामिल हैं। बदमाशों के पास से दो बंदूक, एक पिस्तौल व कारतूस बरामद किए गए हैं।
कोर्ट ने सुनाई थी आजीवन कारावास की सजागुरदीप सिंह उर्फ दिप्पा के खिलाफ ऊधमसिंह नगर क्षेत्र के विभिन्न थानों में 11 मुकदमे दर्ज हैं। 1996 में दिप्पा ने सितारगंज क्षेत्र में एक व्यक्ति की हत्या कर दी थी। इस मामले में हाइकोर्ट ने दिसंबर 2003 को दिप्पा को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। इसके बाद दिप्पा फरार हो गया था। 2002 में दिप्पा ने पुलिस पार्टी पर फायरिंग की थी। वहीं, 2019 में थाना नानकमत्ता क्षेत्र में एक बीडीसी मेंबर व उसके सात साल के पुत्र का अपहरण किया था। दिप्पा के साथी कमलदीप सिंह के खिलाफ कुमाऊं के विभिन्न थानों में चार मुकदमे दर्ज हैं।
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