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दून में गैर मान्यता प्राप्त खेल प्रतियोगिताओं पर खेल संघ मुखर, जानिए वजह

गैर मान्यता प्राप्त खेल प्रतियोगिताओं के प्रति खेल संघ मुखर हो रहे हैं। खेल संघों के पदाधिकारी व्यक्तिगत और इंटरनेट मीडिया के माध्यम से खिलाड़ियों को गैर मान्यता प्राप्त प्रतियोगिताओं में हिस्सा नहीं लेने के लिए जागरुक कर रहे हैं।

By Raksha PanthriEdited By: Updated: Wed, 22 Sep 2021 07:54 PM (IST)
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दून में गैर मान्यता प्राप्त खेल प्रतियोगिताओं पर खेल संघ मुखर, जानिए वजह।
जागरण संवाददाता, देहरादून। देहरादून में गैर मान्यता प्राप्त खेल प्रतियोगिताओं के प्रति खेल संघ मुखर हो रहे हैं। खेल संघों के पदाधिकारी व्यक्तिगत और इंटरनेट मीडिया के माध्यम से खिलाड़ियों को गैर मान्यता प्राप्त प्रतियोगिताओं में हिस्सा नहीं लेने के लिए जागरुक कर रहे हैं। 

खेल और खिलाड़ियों को प्रमोट और जानकारी साझा करने के उद्देश्य से बनाए गए स्पोर्ट्स न्यूज ग्रुप में खेल संघों से जुड़े पदाधिकारियों ने गैर मान्यता प्राप्त खेल प्रतियोगिताओं के खिलाफ आवाज बुलंद की है। जिला बेसवाल संघ के सचिव डीएम लखेड़ा ने लिखा कि दून में गैर मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं की भरमार है। कुछ संस्थाओं ने खेल के नाम पर व्यक्तिगत स्पर्धाओं में पैसा कमाना धंधा बना लिया है। फर्जी खेल संघ सक्रिय हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय प्रतियोगिता के नाम पर खिलाड़ियों को गुमराह कर पैसे ऐंठे जा रहे हैं।

उत्तराखंड एथलेटिक्स संघ के सचिव केजेएस कलसी ने कहा कि ये संस्थाएं किसी भी राष्ट्रीय खेल संघ से एफिलेटेड नहीं हैं, इनके सर्टिफिकेट की कोई वैल्यू नहीं है। ऐसे में खिलाड़ी सचेत रहें और ऐसे टूर्नामेंट में अपनी एंट्री फीस देकर अपना पैसा बर्बाद ना करें। ओएनजीसी बास्केटबाल टीम के कोच दिनेश कुमार ने कहा कि इस तरह की प्रतियोगिताओं का सर्टिफिकेट किसी काम का नहीं होता है।

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पूर्व में कई खिलाड़ियों की नौकरी गैर मान्यता प्राप्त खेल संघों के प्रमाण पत्र की वजह से गई है। किसी भी सरकारी नौकरी में इस तरह की प्रतियोगिताओं के प्रमाण पत्र वैद्य नहीं होते हैं। जिसकी वजह से खिलाड़ियों की मेहनत बेकार जाती है। ऐसे में खिलाड़ियों को जागरुक होने की जरूरत है। खिलाड़ियों को प्रतियोगिता में भाग लेने से पहले उसकी एफिलेशन किस संघ से है यह भी चेक करना जरूरी है।

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