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छात्र से लूट में शामिल था सिपाही, एसएसपी ने किया सस्पेंड

एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने छात्र से लूट के मामले में कैंट कोतवाली के एक सिपाही को सस्‍पेंड कर दिया।

By Sunil NegiEdited By: Updated: Sun, 06 May 2018 04:57 PM (IST)
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छात्र से लूट में शामिल था सिपाही, एसएसपी ने किया सस्पेंड
 देहरादून, [जेएनएन]: यूआइटी के पूर्व छात्र से लूट के मामले में कैंट कोतवाली के एक सिपाही की मिलीभगत सामने आई है। सिपाही बिंदाल पुलिस चौकी पर तैनात है। प्रारंभिक जांच में इसकी पुष्टि होने पर एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने उसे तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। साथ ही उसे नोटिस देकर जवाब मांगा गया है कि अपने क्षेत्र से अलग दूसरे थाना क्षेत्र में वह क्या करने और किसके कहने पर गया था।

यूआइटी का पूर्व छात्र अमन दनोशी विष्णुपुरम नेहरू कॉलोनी में रहता है। वह यहां प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा है। अमन के मुताबिक, बीते 25 अप्रैल की शाम को कोचिंग से लौटने के बाद वह अपने दोस्तों के साथ रेसकोर्स में एक दोस्त के घर पर रुक गया। यहां सभी दोस्त ताश खेलने लगे। तभी दो युवक वहां पहुंचे और अमन व उसके दोस्तों का वीडियो बनाने लगे। अमन ने इसका विरोध किया तो युवकों ने धमकी दी कि वह दोनों पुलिस वाले हैं और ज्यादा होशियार बनने की कोशिश की तो उन्हें जुआ खेलने के आरोप में जेल भिजवा देंगे। यह सुनकर अमन और उसके दोस्त घबरा गए।

अमन का आरोप था कि ताश खेलने वालों में दो पुलिसकर्मी भी थे, जिन्हें दोनों युवकों ने वहां से चले जाने को कहा। इसके बाद अमन की जेब से 20 हजार रुपये निकाल लिए। फिर दोनों युवकों ने अमन का मोबाइल चेक किया। मोबाइल में बैंक ट्रांजेक्शन की डिटेल देखने के बाद दोनों ने अमन का एटीएम कार्ड भी छीन लिया और धमकाकर उसका पिन नंबर भी ले लिया। इसके कुछ देर बाद उसके खाते से 25 हजार रुपये निकाल लिए गए। अगले दिन दोनों युवकों ने फिर से 50 हजार रुपये की मांग की, जिसके बाद अमन ने नेहरू कॉलोनी पुलिस को तहरीर दे दी। जिस पर एक मई को अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया।

एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने बताया कि जिन दो लोगों पर घटना को अंजाम देने का आरोप लगा है, उसमें एक कैंट कोतवाली का सिपाही सुशील पाल शामिल है। वहीं दूसरे आरोपित की पहचान रणवीर सिंह निवासी बालावाला रायपुर मूल निवासी ग्राम पैठाणी पौड़ी गढ़वाल के रूप में हुई है। दोनों के नाम मुकदमे में शामिल कर लिए गए हैं। पूछताछ में सुशील ने बताया कि वह रणवीर के कहने पर वहां गया था। ऐसे में अमन से रुपये लेने में कहीं न कहीं अन्य व्यक्ति के साथ वह भी शामिल है। दोनों को पूछताछ के लिए थाने भी बुलाया गया था, लेकिन धारा 41 का नोटिस देकर छोड़ दिया गया है। सिपाही पर आरोप साबित हुए तो बर्खास्तगी तक की कार्रवाई हो सकती है।

ऐसे पहुंची पुलिस सिपाही तक

दरअसल, दोबारा 50 हजार रुपये मांगने के लिए रणवीर ने अमन को फोन किया था। पुलिस ने उसके मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर लगाकर जांच की। तब पता चला कि रणवीर के साथ कैंट कोतवाली के बिंदाल चौकी पर तैनात सुशील पाल की घटना के दिन कई बार बातचीत हुई थी।

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