चीला परियोजना को जल्द शुरू करना बन रहा चुनौती, बिजली उत्पादन को आठ दिन और इंतजार; इस वजह से काम में हो रही देरी
चीला परियोजना की नहर के मरम्मत कार्य के लिए 21 दिन का क्लोजर लिया गया है। वन विभाग ने वन्य-जीवों की रक्षा के लिए मरम्मत कार्य को शाम के बाद नहीं करने को कहा है जिसका पालन किया जा रहा है। इसके लिए सुबह तड़के मरम्मत कार्य को तेजी के साथ किया जा रहा है। पूरा प्रयास है कि आठ जून से पहले मरम्मत कार्य पूरा कर लिया जाए।
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश। 144 मेगावाट चीला परियोजना की नहर के मरम्मत कार्य में हो रही देरी के चलते बिजली उत्पादन के लिए आठ दिन और इंतजार करना पड़ेगा। चीला परियोजना राजाजी नेशनल पार्क क्षेत्र में होने के कारण निर्माण में समय सीमा संबंधी बाधाओं के कारण मरम्मत कार्य तेजी नहीं पकड़ पा रहा है।
वहीं, तेज तापमान भी समस्या पैदा कर रहा है। ऐसे में बिजली की बढ़ती मांग के बीच यूजेवीएनएल के लिए नहर के मरम्मत कार्य को जल्द पूरा करना बड़ी चुनौती बन रहा है।
15 दिन के अंदर मरम्मत कार्य पूरा करने का था लक्ष्य
दरअसल, यूजेवीएनएल बीती 23 मई से चीला परियोजना को जल उपलब्ध कराने वाली नहर का मरम्मत कार्य शुरू किया है, जिसके चलते परियोजना में बिजली उत्पादन को पूरी तरह से बंद कर दिया था। यूजेवीएनएल ने शुरुआती समय में 15 दिन के भीतर मरम्मत कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा था।
यूजेवीएनएल पर बिजली की बढ़ती मांग को देखते हुए नहर का मरम्मत कार्य जल्द पूरा करने का दबाव बना हुआ है, लेकिन मरम्मत कार्य में अपेक्षा के अनुरूप तेजी देखने को नहीं मिल रही है।
सामान लाने-ले जाने की समस्या
साइट कर्मियों ने बताया कि सुबह से दोपहर तक भीषण गर्मी पड़ रही है, जिस कारण कार्य की गति भी आंशिक रूप से प्रभावित हो रही है। जबकि, शाम ढलने के साथ ही मरम्मत कार्य को रोकना पड़ रहा है, क्योंकि वन विभाग ने यह क्षेत्र नेशनल पार्क के अधीन बताकर किसी भी गतिविधि को प्रतिबंधित किया है। इसके अलावा सामान लाने-ले जाने में भी समस्या आ रही हैं।
यूजेवीएनएल के जन संपर्क अधिकारी विमल डबराल ने कहा कि नहर के मरम्मत कार्य के लिए 21 दिन का क्लोजर लिया गया है। वन विभाग ने वन्य-जीवों की रक्षा के लिए मरम्मत कार्य को शाम के बाद नहीं करने को कहा है, जिसका पालन किया जा रहा है। इसके लिए सुबह तड़के मरम्मत कार्य को तेजी के साथ किया जा रहा है। पूरा प्रयास है कि आठ जून से पहले मरम्मत कार्य पूरा कर लिया जाए।
उत्पादन में देरी से बढ़ेगा बिजली संकट
चीला परियोजना में बिजली उत्पादन ठप होने के बाद से ऋषिकेश के नगरीय व ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की कमी बनी हुई है। गर्मी बढ़ने के साथ ही बिजली की मांग में कई गुना वृद्धि दर्ज की गई है, जिससे ऊर्जा निगम के लिए मांग के अनुरूप बिजली की आपूर्ति करना चुनौती बन रहा था। ऐसे में चीला परियोजना बंद होने और अब देरी से मुश्किलें और बढ़ रही हैं। रायवाला, छिद्दरवाला, श्यामपुर व कई अन्य क्षेत्रों में दिनभर में कई बार बिजली के कट लिए जा रहे हैं।
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