लंबित मांगों को लेकर राज्य आंदोलनकारियों ने किया सीएम आवास कूच
बीते रोज गुरुवार को मांगों को लेकर राज्य आंदोलनकारी समिति से जुड़े राज्य आंदोलनकारियों ने मुख्यमंत्री आवास कूच किया। हाथीबड़कला पुलिस चौकी के पास पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर राज्य आंदोलनकारियों को रोक दिया। इस आंदोलनकारी धरने पर बैठ गए।
जागरण संवाददाता, देहरादून। राज्य आंदोलनकारी समिति से जुड़े राज्य आंदोलनकारियों ने लंबित मांगों को लेकर गुरुवार को मुख्यमंत्री आवास कूच किया। विभिन्न जिलों से आए आंदोलनकारी संबंधित क्षेत्र के शहीद स्थलों की माटी के कलश भी साथ लाए थे।
राज्य आंदोलनकारी सुबह परेड ग्राउंड में एकत्र हुए और उसके बाद केंद्रीय अध्यक्ष भूपेंद्र रावत के नेतृत्व में सीएम आवास के लिए निकले। उत्तराखंड क्रांति दल (डेमोक्रेटिक) के कार्यकत्र्ता भी उनके साथ रहे। हालांकि, पुलिस ने हाथीबड़कला पुलिस चौकी के पास बैरिकेडिंग लगाकर उन्हें रोक दिया। इस दौरान आंदोलनकारियों की पुलिस से नोकझोंकभी हुई। इससे नाराज राज्य आंदोलनकारी बैरिकेडिंग के पास ही धरने पर बैठ गए। सूचना मिलने पर तहसीलदार सदर मौके पर पहुंचे और धरने पर बैठे आंदोलनकारियों को मनाने की कोशिश की, लेकिन वह सीएम पुष्कर सिंह धामी से वार्ता की मांग पर अड़े रहे। कुछ देर बाद सीएम कार्यालय से वार्ता का आमंत्रण मिलने पर तहसीलदार सदर समिति के केंद्रीय अध्यक्ष को साथ लेकर सीएम आवास पहुंचे। उन्होंने राज्य आंदोलनकारियों की मांगों को सीएम के सामने रखा। सीएम ने शहीद स्थलों की माटी के कलश पर हाथ रखकर आंदोलनकारियों की मांगों के प्रति सकारात्मक निर्णय लेने का भरोसा दिया।
बेमियादी भूख हड़ताल करने की दी चेतावानी
समिति से जुड़े राज्य आंदोलनकारियों ने पूर्व में ही एलान किया था कि लंबित मांगों को लेकर वह 30 सितंबर से दून में धरना-प्रदर्शन, एक अक्टूबर से क्रमिक अनशन और दो अक्टूबर से बेमियादी भूख हड़ताल शुरू करेंगे। सीएम आवास कूच करने वालों में यूकेडी (डी) के अध्यक्ष बलविंदर सिंह नेगी, अनु पंत के अलावा महेश गौड़, प्रेम सिंह रावत, जेपी बडोनी, आनंद नेगी, पुष्कर सिंह नेगी, जगदीश सिंह खड़ायत, दलबीर पोखरियाल, पार्वती रावत, शकुंतला सती, कमला पांडे, चंद्रावती गौड़, शीला कैंतुरा, हेमलता तिवारी, भीमसेन रावत आदि शामिल रहे।