राय-शुमारी के बाद गठित होंगी कांग्रेस की प्रदेशस्तरीय समितियां
प्रदेश कांग्रेस की नई बनने जा रही कमेटी का आकार पिछली कमेटी की तुलना में काफी छोटा रहना तय है। इस बार यह आंकड़ा 60 से 65 के बीच सीमित रखा जा सकता है।
By Edited By: Updated: Mon, 20 Aug 2018 08:46 AM (IST)
देहरादून, [राज्य ब्यूरो]: प्रदेश कांग्रेस कमेटी की समन्वय समिति, अनुशासन समिति समेत तमाम महत्वपूर्ण समितियों की घोषणा में अभी वक्त लगेगा। इन समितियों में शामिल होने वाले नामों पर मुहर इस माह के आखिर या अगले माह के पहले पखवाड़े तक लगेगी। पार्टी में असंतोष और गुटबाजी तेज होने के बाद पार्टी इन समितियों की घोषणा से पहले विभिन्न स्तरों पर नेताओं के साथ राय-मशविरा के बाद फैसला लेगी।
प्रदेश कांग्रेस की नई बनने जा रही कमेटी का आकार पिछली कमेटी की तुलना में काफी छोटा रहना तय है। पिछली कार्यकारिणी में करीब 400 लोगों को विभिन्न पदों से नवाजा गया था, वहीं इस बार यह आंकड़ा 60 से 65 के बीच सीमित रखा जा सकता है। नई कमेटी छोटी रहने की कवायद से प्रदेश में पार्टी के भीतर नेताओं में बेचैनी देखी जा रही है। इससे पहले जिला व शहर अध्यक्षों की सूची जारी होने के बाद पार्टी के भीतर बवाल हो चुका है। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल के सार्वजनिक रूप से नाराजगी जाहिर करने के बाद पार्टी को अल्मोड़ा जिलाध्यक्ष की नियुक्ति रद कर पुराने अध्यक्ष को बहाल करना पड़ा है। पार्टी के भीतर कुछ नेता अब भी असंतुष्ट बताए जा रहे हैं।
ऐसे में पार्टी प्रदेश कांग्रेस की नई कमेटी से पहले प्रदेश कांग्रेस की समन्वय समिति, अनुशासन समिति, संसदीय समिति समेत अन्य समितियों का गठन करने की तैयारी में है। लेकिन, पार्टी के भीतर असंतोष को देखते हुए अब इसमें और वक्त लगेगा। इन समितियों की घोषणा से पहले पार्टी में वरिष्ठ नेताओं व कार्यकर्ताओं से सलाह-मशविरा किया जाएगा। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने भी उक्त समितियों के गठन में अभी वक्त लगने के संकेत दिए।
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