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सपा कार्यकर्ताओं ने दिया किसानों को समर्थन, केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार का पुतला फूंका

राशिसं के चुनाव को लेकर राजनीति कम होने का नाम नहीं ले रही। शिक्षा मंत्री की ओर से संघ के चुनाव बोर्ड परीक्षाओं के बाद करवाने के आदेश जारी होने के बाद से शिक्षकों ने संघ की प्रांतीय कार्यकारिणी पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं।

By Raksha PanthriEdited By: Updated: Sun, 31 Jan 2021 12:05 PM (IST)
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राजकीय शिक्षक संघ ने चुनाव में देरी पर प्रांतीय कार्यकारिणी पर उठाए सवाल।
जागरण संवाददाता, देहरादून। किसानों के आंदोलन को सपा (समाजवादी पार्टी) ने भी समर्थन दिया है। शनिवार को पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार का पुतला दहन कर विरोध दर्ज कराया। समाजवादी पार्टी के महानगर अध्यक्ष मो. नासिर मंसूरी के नेतृत्व में कार्यकत्र्ता लैंसडौन चौक पर एकत्रित हुए। यहां नासिर ने कहा कि दो महीनों से ज्यादा समय से किसान शांतिपूर्वक आंदोलन कर रहे थे, लेकिन सरकार ने साजिश कर पूरे आंदोलन का रुख मोड़कर किसानों को बदनाम करना शुरू कर दिया है। 

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के भीतर अपराधों पर कोई लगाम नहीं लगी है, लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार किसानों के पीछे पड़ी हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने गाजीपुर बार्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों के साथ बर्बरता की है। साथ ही आंदोलनकारियों का बिजली-पानी भी बाधित किया है। पार्टी इसकी निंदा करती है। इस दौरान पार्टी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष जेपी सक्सेना, उपाध्यक्ष अंकुश शर्मा, महासचिव सईद अहमद, महानगर प्रमुख महासचिव अविरल मिश्रा, वाहिद अहमद, अमर यादव, प्रदीप चौधरी, अमित यादव आदि मौजूद रहे। 

सफाई कर्मियों ने ठेका प्रथा का विरोध किया 

दून चिकित्सालय के सफाई कर्मियों ने उपनल से हटाकर ठेके पर रखने का विरोध किया है। सफाई कर्मियों के प्रतिनिधिमंडल ने कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व विधायक राजकुमार से मिलकर न्याय की गुहार लगाई है। शनिवार को मुलाकात में बताया कि राजकीय दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में उपनल के माध्यम से लगभग 150 सफाई कर्मचारी कार्य कर रहे हैं, जो कि वर्ष 2009 से सेवा दे रहे हैं, मगर अब उन्हें ठेका प्रथा के तहत लिया जा रहा है। जबकि उन्हें नियमित किया जाना चाहिए था। 

पहले ही बढ़ती महंगाई से वह परेशान हैं, ऊपर से सरकार उनके साथ अन्याय कर रही है। बताया कि अभी तक उपनल की ओर से उन्हें प्रतिमाह 13 हजार रुपये वेतन दिया जा रहा है। ठेके पर रखने पर वेतन में भी कटौती की जा रही है। पूर्व विधायक राजकुमार ने सफाई कर्मियों को आश्वासन दिया कि जल्द समस्या के निदान के लिए वह दून चिकित्सालय का घेराव करेंगे। इस अवसर पर पार्षद व नेता प्रतिपक्ष डॉ. बिजेंद्र पाल, पार्षद निखिल कुमार, संजय, तरुण आदि मौजूद रहे।

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