Move to Jagran APP

उत्तराखंड में सफर करना हुआ महंगा, राज्य परिवहन प्राधिकरण ने किराये में वृद्धि को दी मंजूरी

उत्‍तराखंड में व्यवसायिक वाहनों में अब सफर महंगा हो गया है। राज्य परिवहन प्राधिकरण ने किराये में वृद्धि को मंजूरी दे दी है।

By Sunil NegiEdited By: Updated: Sat, 01 Feb 2020 08:39 PM (IST)
Hero Image
उत्तराखंड में सफर करना हुआ महंगा, राज्य परिवहन प्राधिकरण ने किराये में वृद्धि को दी मंजूरी
देहरादून, जेएनएन। प्रदेश में व्यवसायिक वाहनों में अब सफर महंगा हो गया है। राज्य परिवहन प्राधिकरण ने किराये में वृद्धि को मंजूरी दे दी है। निजी ट्रांसपोर्टरों की लंबे वक्त से चली आ रही किराया वृद्धि की मांग भी पूरी हो गई। 

कुल्हान स्थित परिवहन मुख्यालय में हुई बैठक में प्राधिकरण ने निजी एवं रोडवेज बसों का मूल किराया अब एक समान कर दिया है। हालांकि, प्राधिकरण ने रोडवेज को मूल किराए में 20 फीसद वृद्धि की स्वीकृति भी दे दी है। अब मैदानी मार्गों पर निजी बसों का किराया 1.05 रुपये प्रति किमी प्रति यात्री जबकि पर्वतीय मार्गों पर ये किराया 1.50 रुपये होगा। रोडवेज बसों में मैदानी मार्गों पर किराया 1.25 रुपये जबकि पर्वतीय मार्गों पर किराया 1.80 रुपये होगा। 

रोडवेज बसों के किराये में कोई खास अंतर नहीं आया है, लेकिन निजी बसों के किराये में जेब ढीली करनी पड़ेगी। इसके साथ ही सिटी बसें, टैक्सी, चारधाम की बसों समेत ऑटो एवं विक्रम के किराए में भी वृद्धि की गई है। बैठक सचिव परिवहन, आयुक्त एवं प्राधिकरण अध्यक्ष शैलेश बगोली व सचिव एसके सिंह, अपर आयुक्त सुनीता सिंह की मौजूदगी में हुई। प्राधिकरण सचिव एसके सिंह ने बताया कि नया किराया सोमवार से लागू होगा।

 इस तरह होगा नया किराया

  • वाहन श्रेणी-----------------पहले-----------------अब
  • निजी बसें (मैदानी)---------0.86---------------1.05
  • निजी बसें (पर्वतीय)--------1.09---------------1.50
  • रोडवेज बसें (मैदानी)-------1.08---------------1.25
  • रोडवेज बसें (पर्वतीय)------1.72---------------1.80
  • (नोट: यह किराया 3X2 सीटर साधारण बसों के लिए है। किराया रुपये प्रति किमी प्रति यात्री के हिसाब से है।) 
सिटी बसों के लिए स्लैब तय

  • तय किमी-----------------किराया
  • 1 से 2 किमी------------सात रुपये
  • 2 से 6 किमी------------10 रुपये
  • 6 से 10 किमी-----------15 रुपये
  • 10 से 14 किमी----------20 रुपये
  • 14 से 19 किमी---------25 रुपये
  • 19 से 24 किमी----------30 रुपये
  • 24 से 29 किमी----------35 रुपये
  • 29 किमी से अधिक------40 रुपये 
2X2 सीटर व एसी समेत वाल्वो बसों का किराया भी हुआ महंगा

प्राधिकरण ने 2X2 सीटर व एसी बसों का किराया भी महंगा कर दिया है। नए फैसले में 3X2 सीटर साधारण बसों की तुलना में 2X2 सीटर साधारण बसों का किराया 1.07 फीसद महंगा होगा। वहीं, एसी 3X2 सीटर बसों का किराया 1.25 फीसद जबकि 2X2 सीटर एसी बसों का किराया 1.90 फीसद महंगा होगा। वाल्वो बसों का किराया तीन फीसद अधिक होगा। 

चारधाम की बसों का किराया तय

प्राधिकरण ने पहली बार चारधाम यात्रा मार्ग की बसों का किराया भी तय कर दिया है। लंबे समय से ट्रांसपोर्टर इसकी मांग कर रहे थे। इसमें प्रति किमी किराया व प्रतिदिन प्रतीक्षा शुल्क बसों की श्रेणी के अनुसार ही तय किया गया है।

यह है चारधाम की बसों का किराया

  • सीट---------------बस----------किराया---------------प्रतीक्षा शुल्क
  • 20----------------साधारण-----55 रुपये-------------कोई नहीं
  • 21 से 30 सीट---साधारण----50 रुपये----------3500 रुपये
  • 21 से 30 सीट---डीलक्स-----60 रुपये----------5000 रुपये
  • 21 से 30 सीट---एसी---------70 रुपये----------5500 रुपये
  • 31 से 45 सीट----साधारण---60 रुपये----------5000 रुपये
  • 31 से 45 सीट----डीलक्स----65 रुपये----------6000 रुपये
  • 31 से 45 सीट----एसी--------75 रुपये----------7000 रुपये
  • (नोट : किराया प्रति किमी और प्रतिक्षा शुल्क प्रतिदिन के हिसाब से है। ) 
कांट्रेक्ट कैरिज बसों का किराया

  • सीट--------------श्रेणी----------मैदानी---------------पर्वतीय
  • 20-------------साधारण---------50 रुपये----------55 रुपये
  • 21 से 30----साधारण---------48 रुपये-----------50 रुपये
  • 21 से 30----डीलक्स----------57 रुपये-----------60 रुपये
  • 21 से 30----एसी-------------66 रुपये------------70 रुपये
  • 31 से ज्यादा--साधारण-------57 रुपये------------60 रुपये
  • 31 से ज्यादा---डीलक्स-------63 रुपये------------65 रुपये
  • 31 से ज्यादा---एसी-----------72 रुपये------------75 रुपये
  • (नोट : किराया प्रति किमी के हिसाब से है। ) 
पहली बार टैक्सी की श्रेणी तय

प्राधिकरण ने पहली बार प्रदेश में टैक्सी कैब की श्रेणी तय कर दी है। इसमें छह लाख तक मूल्य वाली टैक्सी को साधारण, जबकि 12 लाख तक की टैक्सी डीलक्स श्रेणी में रखी गई है। वहीं, 20 लाख रुपये तक की टैक्सी लग्जरी जबकि इससे ऊपर मूल्य वाली टैक्सी सुपर लग्जरी की श्रेणी में रखी गई है। श्रेणी के हिसाब से इनका प्रति किमी किराया तय किया गया है।

टैक्सी का नया किराया

  • श्रेणी-----मार्ग-----नॉन एसी----------एसी
  • साधारण--मैदानी---14 रुपये-----16 रुपये
  • साधारण---पर्वतीय--16 रुपये----18 रुपये
  • डीलक्स----मैदानी---17 रुपये----20 रुपये
  • डीलक्स----पर्वतीय---20 रुपये---23 रुपये
  • लग्जरी----सभी-------22 रुपये---25 रुपये
  • सुपर लग्जरी--सभी--35 रुपये---40 रुपये
  • (नोट : किराया प्रति किमी के हिसाब से है। )
टैक्सी का प्रतीक्षा शुल्क

साधारण: पहले दो घंटे तक 50 रुपये, चार घंटे तक 125 रुपये और इससे ऊपर प्रति घंटे 50 रुपये लगेंगे।

डीलक्स: पहले दो घंटे तक 75 रुपये, चार घंटे तक 175 रुपये और इससे ऊपर प्रति घंटे 100 रुपये लगेंगे।

लग्जरी: पहले दो घंटे तक 100 रुपये, चार घंटे तक 250 रुपये और इससे ऊपर प्रति घंटे 150 रुपये लगेंगे।

सुपर लग्जरी: पहले दो घंटे तक 125 रुपये, चार घंटे तक 350 रुपये और इससे ऊपर प्रति घंटे 200 रुपये लगेंगे। 

ऑटो-विक्रम का किराया भी बढ़ा

प्राधिकरण ने ऑटो व विक्रम का प्रति किमी किराया भी बढ़ा दिया है। ऑटो का पहले दो किमी का किराया 50 रुपये और इससे ऊपर प्रति किमी किराया 15 रुपये होगा। रात्रि में किराया 50 फीसद अधिक होगा। पहले रात्रि में किराया 25 फीसद ही अधिक था। इसके अलावा ऑटो यूनियन ने भरोसा दिया है कि वह रात को शहर के सभी प्रमुख प्वाइंट पर ऑटो उपलब्ध कराने का प्रयास करेगी। वहीं, विक्रम का किराया नौ रुपये प्रति किमी से बढ़ाकर पहले दो किमी के लिए 40 रुपये और इसके बाद हर किमी के लिए 17 रुपये होगा। 

माल वाहनों का नहीं बढ़ा किराया

प्राधिकरण ने माल वाहनों के किराए में फिलहाल कोई वृद्धि नहीं की है। ट्रांसपोर्टर 20 फीसद वृद्धि की मांग कर रहे थे, जिसे फिलहाल रोक दिया गया है। ई-रिक्शा एवं रेंटल बाइक के किराए पर भी अभी फैसला नहीं हुआ है। प्राधिकरण ने कहा कि अभी रेंटल बाइकों का प्रचलन शुरू हुआ है, ऐसे में किराया भविष्य में तय किया जाएगा। 

यह भी पढ़ें: चारधाम यात्रा में चलेंगी रोडवेज बसें, पहले चरण में लगेंगी 50 बसें

न्यूनतम व्हीलबेस तय

प्रदेश में अब बसों का न्यूनतम व्हीलबेस 169 होगा। ट्रांसपोर्टर इसे 178 करने की मांग कर रहे थे। परिवहन विभाग ने इस पर रुड़की आइटीआइ से रिपोर्ट मांगी थी, जो अब तक नहीं मिली। लिहाजा प्राधिकरण ने मौजूदा स्थिति को देखते हुए न्यूनतम व्हीलबेस 166 से बढ़ाकर 169 कर दिया है।

यह भी पढ़ें: उत्तराखंड में सुस्त है नए बस अड्डों के निर्माण की रफ्तार, पढ़िए पूरी खबर

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।