पीड़िता के मेडिकल के बाद मीटू प्रकरण में गवाहों के बयान शुरू
पीड़िता के मेडिकल परीक्षण कराने के बाद मीटू प्रकरण में विवेचना में तेजी आ गई है। अब मामले में दो गवाहों के बयान दर्ज किए गए हैं।
By BhanuEdited By: Updated: Wed, 23 Jan 2019 12:38 PM (IST)
देहरादून, जेएनएन। मजिस्ट्रेटी बयान और फिर पीड़िता के मेडिकल परीक्षण कराने के बाद मीटू प्रकरण में विवेचना में तेजी आ गई है। अब पुलिस ने उन लोगों को बयान के लिए बुलाया, जिनकी मौजूदगी में पीड़िता का मोबाइल गायब किया गया था। इसमें दो ने अपने बयान दर्ज करा दिए हैं।
पीड़िता की ओर से बीते साल अक्टूबर में पहली बार धारा चौकी पुलिस को तहरीर दी गई थी। पीड़िता ने लिखा था उत्तराखंड भाजपा के पूर्व महामंत्री संगठन संजय कुमार की ओर से की जा रही अश्लील बातों की फोन में रिकॉर्डिंग कर ली थी। भाजपा कार्यकर्ताओं की एक मीटिंग में जब पीड़िता ने वहां मौजूद लोगों को आपबीती बताई तो उसका मोबाइल हड़प लिया गया। हालांकि पीड़िता का दावा है कि अभी उसके पास ऐसे आडियो क्लिप हैं, जिससे आरोपों की पुष्टि हो जाएगी।
इस घटनाक्रम की सच्चाई जानने के लिए विवेचक ने उन लोगों के बयान दर्ज करने शुरू कर दिए हैं, जो लोग उस मीटिंग में मौजूद थे। इस मामले में जल्द ही धारा चौकी पुलिस के भी बयान दर्ज होंगे। यह है मामला
बीते साल अक्टूबर में एक युवती ने भाजपा के पूर्व महामंत्री संगठन संजय कुमार पर फोन पर अश्लील बात करने और शारीरिक-मानसिक उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था। भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारी पर लगे इन आरोपों से पार्टी में तूफान खड़ा हो गया और आनन-फानन में संजय कुमार को पद से हटा दिया गया। युवती की ओर से इस मामले में एसएसपी निवेदिता कुकरेती को ई-मेल के जरिये तहरीर भेजी गई थी। हालांकि पीड़िता के मजिस्ट्रेटी बयान दर्ज होने के बाद आरोपित के खिलाफ मुकदमे में दुष्कर्म की धारा भी बढ़ा दी गई थी।
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