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Uttarakhand में पेंशनर्स की समस्याओं के निदान के लिए जल्द उठाएंगे ये कदम, एक ही जगह हो जाएंगे सारे काम

उत्तराखंड में पेंशनरों की समस्याओं का समाधान अब और भी आसान होने जा रहा है। राज्य सरकार पेंशन भुगतान जीवन प्रमाणपत्र जमा करने और चिकित्सा प्रतिपूर्ति जैसी समस्याओं के निराकरण के लिए मोबाइल एप को अपग्रेड कर रही है। इस एप पर पेंशनर अपनी समस्याओं का समाधान आसानी से पा सकेंगे। वित्त सचिव वी षणमुगम ने इस संबंध में कोषागार निदेशालय को निर्देश दिए हैं।

By Ravindra kumar barthwal Edited By: Nitesh Srivastava Updated: Mon, 23 Sep 2024 08:46 PM (IST)
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तस्वीर का इस्तेमाल प्रतीकात्मक प्रस्तुतिकरण के लिए किया गया है। जागरण

राज्य ब्यूरो, जागरण, देहरादून। प्रदेश में पेंशनर और पारिवारिक पेंशनर की समस्याओं का तेजी से समाधान संभव होगा। पेंशन भुगतान, जीवन प्रमाणपत्र जमा करने और चिकित्सा प्रतिपूर्ति जैसी उनकी समस्याओं के निराकरण के लिए मोबाइल एप को अपग्रेड किया जा रहा है।

एप पर ही समस्याओं का समाधान उपलब्ध हो जाएगा। वित्त सचिव वी षणमुगम ने इस संबंध में कोषागार निदेशालय को निर्देश दिए हैं। इस क्रम में निदेशालय ने सभी जिलों से पेंशनर और उनकी समस्याओं के संबंध में विवरण मांगा है।

प्रदेश में लगभग 10 हजार पेंशनर ऐसे हैं, जिनके पेंशन खाते के साथ आधार की अद्यतन जानकारी नहीं है। इन पेंशनर में अधिकतर नए पेंशनर सम्मिलित हैं। हाल ही में सेवानिवृत्त हुए कर्मचारियों को पहली पेंशन मिलते ही तुरंत पेंशन खाते के साथ आधार की अद्यतन जानकारी देना अनिवार्य है।

आधार की जानकारी नहीं होने की स्थिति में आनलाइन जीवन प्रमाणपत्र जमा करने और पेंशन मिलने में भी कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है। पेंशनर को आधार को खाते से जोड़ने या उसकी अद्यतन जानकारी के लिए कोषागार का चक्कर काटने की आवश्यकता नहीं है।

यह कार्य मोबाइल फोन, कंप्यूटर, कामन सर्विस सेंटर के माध्यम से किया जा सकता है। ऐसे पेंशनर जो दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में रहते हैं, वे डाक के माध्यम से भी यह जानकारी भेज सकते हैं। कोषागारों को पेंशनर के आधार अपडेट करने के लिए जिलों में जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं।

यही नहीं, पेंशनर को आयकर के लिए फार्म-16 प्राप्त करने, पेंशन रसीद और चिकित्सा प्रतिपूर्ति को लेकर जूझना पड़ता है। वित्त सचिव वी षणमुगम ने निर्देश दिए हैं कि पेंशनर को परेशानी नहीं होनी चाहिए।

तकनीकी के सहयोग से उनकी किसी भी परेशानी का तत्काल समाधान किया जाए। वित्त सचिव के निर्देशों के क्रम में कोषागार निदेशालय ने सभी जिलों से पेंशनर के आधार सत्यापन और उसकी अद्यतन जानकारी एवं उन्हें होने वाली कठिनाइयों के संबंध में विस्तृत विवरण जिलों से मांगा है।

मोबाइल एप में होगी प्रश्नोत्तरी व वीडियो रील

कोषागार निदेशक डीसी लोहनी ने इसकी पुष्टि की। उन्होंने कहा कि वित्त सचिव के निर्देशों के अनुसार इंटीग्रेटेड फाइनेंशियल मैनेजमेंट सिस्टम के अंतर्गत पेंशनर के लिए मोबाइल एप को अधिक उन्नत बनाया जा रहा है। इसमें पेंशनर की समस्याओं के समाधान के लिए प्रश्नोत्तरी की व्यवस्था रहेगी।

साथ में वीडियो रील भी अपलोड की जाएंगी, ताकि वीडियो देखकर वे अपनी कठिनाइयों का समाधान कर सकें। उन्होंने कहा कि जिलों में कोषागार अधिकारियों को पेंशनर की समस्याओं के शीघ्र समाधान को प्राथमिकता देने को कहा गया है।

नई टिहरी कोषागार में नवाचार, वाट्सएप सेवा प्रारंभ 

कोषागार में पेंशनर के लिए वाट्सएप सेवा प्रारंभ की गई है। वरिष्ठ कोषाधिकारी मनोज पांडेय ने नवाचार के रूप में नई सुविधाजनक वाट्सएप सेवा के लिए मोबाइल नंबर-7617588677 जारी किया और इसके माध्यम से पेंशन संबंधी समस्याओं का समाधान घर बैठे ही मोबाइल फोन की सहायता से उपलब्ध करा रहे हैं।

समस्त कार्य दिवसों में सुबह 10 बजे से सायं पांच बजे तक इस सेवा का उपयोग किया जा सकता है। पेंशनर चिकित्सा प्रतिपूर्ति, पेंशन रसीद, फार्म-16 समेत अपनी तमाम समस्याओं को रख सकते हैं।