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छुट्टियों के लिए शिक्षक धरने पर, दाखिले रुकने से गुस्साए छात्र Dehradun News

छुट्टियों को लेकर डीएवी और डीबीएस कॉलेज के शिक्षक छुट्टियों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। वहीं दाखिले नहीं होने से छात्रों का गुस्सा अब उग्र रूप लेने लगा है।

By BhanuEdited By: Updated: Tue, 30 Jul 2019 09:47 AM (IST)
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छुट्टियों के लिए शिक्षक धरने पर, दाखिले रुकने से गुस्साए छात्र Dehradun News
देहरादून, जेएनएन। छुट्टियों को लेकर डीएवी और डीबीएस कॉलेज के शिक्षक छुट्टियों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। वहीं, दाखिले नहीं होने से छात्रों का गुस्सा अब उग्र रूप लेने लगा है।  डीबीएस पीजी कॉलेज में पांच दिनों से दाखिले नहीं हो पा रहे हैं, जिससे छात्र संगठनों में रोष है। एनएसयूआइ और आर्यन छात्र संगठन ने इसके विरोध में कॉलेज में तालाबंदी कर दी। गुस्साए छात्रों ने प्राचार्य को उनके दफ्तर में ही बंद कर दिया। 

एनएसयूआइ और आर्यन छात्र संगठन के छात्र धरने पर बैठे शिक्षकों से वार्ता करने पहुंचे। शिक्षकों से वार्ता के बाद भी जब शिक्षक नहीं माने तो छात्र प्राचार्य के दफ्तर पहुंचे और खूब हंगामा किया। छात्रों ने प्राचार्य से शिक्षकों का धरना समाप्त करवा कर दाखिले शुरू कराने की मांग की। 

प्राचार्य ने जब इस पर असमर्थता जताई तो गुस्साए छात्रों ने प्राचार्य कक्ष की मुख्य ग्रिल पर ताला जड़ दिया और प्राचार्य को दफ्तर में बंद कर दिया। इसके बाद कॉलेज कार्यालय और मुख्य गेट पर भी छात्रों ने तालाबंदी कर दी। एनएसयूआइ नेता सुधांशु जोशी ने कहा कि जब पांच दिनों से कॉलेज में दाखिले बंद हैं तो कॉलेज को खोलने का भी औचित्य नहीं है। कहा कि यदि जल्द दाखिले शुरू नहीं किए गए तो एनएसयूआइ भूख हड़ताल कर विरोध जताएगी।विरोध जताने वालों में संजय उनियाल, लाल प्रभात, तुषार, सुबोध, अर्जुन, अरुण, समेत अन्य लोग मौजूद रहे।

एसजीआरआर छात्रसंघ ने गढ़वाल विवि का पुतला फूंका

गढ़वाल विश्वविद्यालय की स्पेशल बैक परीक्षा की फीस बढ़ाए जाने और छठे समेस्टर का परिणाम जारी नहीं होने से छात्रों में रोष है। एसजीआरआर पीजी कॉलेज में छात्रों ने विवि के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस दौरान छात्रों ने गढ़वाल विवि और कुलपति का पुतला फूंका।

छात्रसंघ अध्यक्ष प्रविंद्र गुप्ता के नेतृत्व में छात्र कॉलेज के मुख्य द्वार पर एकत्र हुए। जहां छात्रों ने नारेबाजी करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति के खिलाफ प्रदर्शन किया। छात्रसंघ अध्यक्ष प्रविंद्र गुप्ता ने कहा कि लंबे समय से छठे समेस्टर का परीक्षा फल न आने से छात्रों को प्रवेश लेने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। 

उन्होंने कहा कि स्पेशल बैक परीक्षा की फीस को बढ़ाकर 2500 रुपये कर दिया है। इससे छात्रों में आर्थिक बोझ बढ़ गया है। साथ ही छात्रों ने प्राचार्य को ज्ञापन सौंपकर चेतावनी दी कि जल्द समस्या का समाधान नहीं किया गया तो छात्र आंदोलन करेंगे। 

प्रदर्शन करने वालों में विपिन कांबोज, सोनू सिंह सरदार, विश्वनाथ रमन बुड़ाकोटि, शुभम बंसल, सूरज सिंह नेगी, नरेंद्र राणा, वंश माहेश्वरी, शुभम नौटियाल, नीरज आदि मौजूद रहे।

छुट्टियों के लिए डीएवी और डीबीएस के शिक्षक

डीएवी और डीबीएस पीजी कॉलेज में छुट्टियों की मांग पर शिक्षक धरने पर बैठ गए हैं। शिक्षक पूरी तरह से कार्य बहिष्कार पर हैं। शिक्षकों का कहना है कि प्रदेश के कॉलेजों में दोहरी नीति लागू करना गलत है। अन्य अशासकीय कॉलेजों में जो छुट्टी के नियम लागू हैं, वही नियम इन कॉलेजों में भी लागू होने चाहिए।

डीएवी में दोबारा शुरू हुआ धरना 

डीएवी कॉलेज में छुट्टियों की मांग पर दोबारा धरना शुरू हो गया है। डीएवी शिक्षक संघ अध्यक्ष डॉ. यूएस राणा ने कहा कि पिछले हफ्ते प्रबंधन ने छुट्टियों पर स्थिति स्पष्ट करने का आश्वासन दिया था। कोई भी सकारात्मक कार्रवाई नहीं की गई। ऐसे में शिक्षक संघ को दोबारा धरने पर बैठना पड़ा है। 

सचिव राजेश पाल ने कहा कि प्रदेश के सरकारी और अन्य अशासकीय कॉलेजों में यूपी एक्ट- 1973 के रेगुलेशन के अनुसार छुट्टियां लागू हैं। डीएवी प्रबंधन में यूजीसी के 2010 रेगुलेशन के अनुसार छुट्टियां लागू की जा रही हैं। प्रदेश में कॉलेजों में दोहरी नीति नहीं होनी चाहिए। 

शिक्षक संघ ने प्रदेश सरकार और निदेशालय से मामले का संज्ञान लेकर राज्य के सभी कॉलेजों में एक समान व्यवस्था लागू करने की मांग की है। संघ सहसचिव डॉ. हरिओम शंकर ने कहा कि या तो डीएवी में भी यूपी एक्ट के तहत छुट्टियां लागू की जाएं या फिर गढ़वाल विवि की तर्ज पर यूजीसी 2010 रेगुलेशन पूरी तहर से लागू हो और शिक्षकों को सभी लाभ दिए जाएं। 

प्रबंधन की ओर से प्रतिनिधियों ने भी धरना खत्म करवाने की कोशिश की, लेकिन शिक्षकों ने स्थिति साफ नहीं होने तक धरना जारी रखना तय किया। विरोध जताने वालों में संघ के सहसचिव डॉ. हरिओम शंकर, डॉ. सविता रावत, डॉ. जेपी मेहता, डॉ. पुष्पा खंडूरी, डॉ. आरएस दीक्षित, डॉ. मनोज जादोन, डॉ. अमित शर्मा, डॉ. अशोक श्रीवास्तव, डॉ. पारूल दीक्षित, डॉ. एके सिन्हा, डॉ. डीके त्यागी, डॉ. सत्यव्रत त्यागी, डॉ. सुमन त्रिपाठी समेत अन्य लोग मौजूद रहे। डीबीएस में छठे दिन भी जारी रहा धरना 

डीबीएस पीजी कॉलेज में छुट्टियों की मांग पर शिक्षकों का धरना छठे दिन भी जारी रहा। शिक्षकों ने धरने के चलते कॉलेज में पिछले पांच दिनों से दाखिलों की प्रक्रिया ठप पड़ी है। शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. जय पाल सिंह ने कहा कि कॉलेज प्रबंधन प्रबंधन शिक्षक हितों का हनन कर रहा है। 

राज्य सरकार को इस पर संज्ञान लेकर स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। धरने में डॉ. विजय बहुगुणा, डॉ. दीपक भट्ट, अरविंद कुमार, डॉ. सौरभ श्रीवास्तव, डॉ. शैली, डॉ. चेतना बिष्ट, डॉ. निर्माला कोरंगा, डा अनुपमा त्रिपाठी, डॉ. पूनम, डॉ.आरके पांडे समेत अन्य लोग मौजूदर रहे। 

काली पट्टी बांध कर विरोध जाताएगा ग्रूटा शिक्षक 

आंदोलन के बाद छुट्टियों को लेकर एचएनबी गढ़वाल विवि शिक्षक संघ ग्रूटा ने भी बैठक आयोजित की। बैठक में ग्रूटा के तमाम प्रतिनिधियों ने डीएवी और डीबीएस के शिक्षक आंदोलन को समर्थन देना तय किया। ग्रूटा महामंत्री डॉ. डीके त्यागी ने बताया कि ग्रूटा पदाधिकारी प्रदेश भर में हर कॉलेज में काली पट्टी बांध कर शिक्षक आंदोलन को समर्थन देंगे। इस अवसर पर डॉ. हर्षवर्धन पंत, डॉ. संदीप नेगी, डॉ. गीता बलोदी, डॉ. शालिनी उनियाल, डॉ. अनुपमा समेत अन्य लोग मौजूद रहे। 

डीबीएस प्राचार्य से स्पष्टीकरण मांगा 

डीएवी-डीबीएस की शिक्षक एसोसिएशन डीबीएस कॉलेज के प्राचार्य डॉ. वीसी पांडे से खफा हैं। शिक्षकों का कहना है कि डॉ. पांडे कॉलेज के प्राचार्य तो बन गए लेकिन फुक्टा के महासचिव पद पर भी बने हैं। छुट्टियों को लेकर शिक्षकों के आंदोलन में डॉ. पांडे का समर्थन नहीं मिलने से शिक्षकों में रोष है। ग्रूटा की बैठक में ये मुद्दा प्रमुखता से उठाया गया। उधर वीसी पांडे ने कहा कि फुक्टा महासचिव पद जल्द छोड़ने जा रहे हैं। कहा कि अगर शिक्षकों को उन पर भरोसा नहीं है तो पद छोड़ने में उन्हें कोई हर्ज नहीं है। जल्द इसके लिए आधिकारिक पत्र जारी कर दिया जाएगा।

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