देहरादून में छात्रों ने गढ़वाल विश्वविद्यालय प्रबंधन का पुतला फूंका, पढ़िए पूरी खबर
अप्रैल में स्थगित हुई स्नातक व स्नातकोत्तर तृतीय सेमेस्टर की परीक्षाएं अब तक नहीं हो पाई हैं। इसका गढ़वाल विवि से संबद्ध दून के चार सहायता प्राप्त अशासकीय कालेज के छात्र विरोध कर रहे हैं। डीएवी कालेज छात्र संघर्ष समिति ने कालेज गेट पर गढ़वाल विवि प्रबंधन का पुतला फूंका।
By Sunil NegiEdited By: Updated: Thu, 12 Aug 2021 12:26 PM (IST)
जागरण संवाददाता, देहरादून। बीते अप्रैल माह में स्थगित हुई स्नातक व स्नातकोत्तर तृतीय सेमेस्टर की परीक्षाएं अब तक नहीं हो पाई हैं। इसका गढ़वाल विवि से संबद्ध दून के चार सहायता प्राप्त अशासकीय कालेज के छात्र विरोध कर रहे हैं। डीएवी कालेज छात्र संघर्ष समिति ने बुधवार को कालेज गेट पर गढ़वाल विवि प्रबंधन का पुतला फूंका। वहीं, डीएवी, डीबीएस, एमकेपी और श्री गुरु राम राय पीजी कालेज के छात्र प्रतिनिधियों ने हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विवि की 20 अगस्त से प्रस्तावित अंतिम सेमेस्टर (स्नातक व स्नातकोत्तर) की परीक्षा का बहिष्कार करने की चेतावनी दी है। उन्होंने इस संबंध में बुधवार को विवि प्रशासन को एक ज्ञापन भी प्रेषित किया। छात्रों का कहना है कि तीसरे सेमेस्टर की परीक्षा करवाए बिना अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा कैसे हो सकती है।
छात्र संघर्ष समिति के सदस्य निखिल शर्मा व आकिब अहमद ने कहा कि गढ़वाल विवि प्रशासन देहरादून के सभी अशासकीय कालेज के हजारों छात्र-छात्राओं के भविष्य से खिलवाड़ कर रहा है। अप्रैल में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के चलते कालेज बंद हो गए थे। जिसके बाद स्नातक व स्नातकोत्तर तृतीय सेमेस्टर के दो पेपर नहीं हो पाए थे, लेकिन विवि के अधिकारी परीक्षा में छात्र-छात्राओं को अनुपस्थित बता रहे हैं। उन्होंने चेताया कि यदि 19 अगस्त तक विवि ने छात्र हित में आदेश नहीं दिया तो 20 अगस्त से प्रस्तावित अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाओं का बहिष्कार किया जाएगा। इस मसले पर गुरुवार को छात्र प्रतिनिधि जिलाधिकारी डा. आर राजेश कुमार से मिलेंगे।
-प्रो. वीए बोड़ाई (प्राचार्य, एसजीआरआर कालेज) का कहना है कि अप्रैल माह की सेमेस्टर परीक्षा दून के अशासकीय कालेजों ने अपनी मर्जी से नहीं, बल्कि डीएम के आदेश पर स्थगित की थी। एकाएक कोरोना संक्रमण बढ़ने से दून के सभी शिक्षण संस्थान बंद कर दिए गए थे। इसकी जानकारी उसी समय कुलपति को दे दी गई थी। अब विवि प्रशासन गैर जिम्मेदाराना बयान दे रहा है।
-आयुष सेमवाल (पूर्व विवि प्रतिनिधि) का कहना है कि कोरोना संक्रमण के कारण दून के चार बड़े कालेज के अलावा मसूरी व रुड़की स्थित अशासकीय कालेजों की परीक्षाएं भी पूरी नहीं हो पाई थीं। गढ़वाल विवि प्रशासन को इस बारे में कोई बीच का रास्ता निकाल छात्र हित में निर्णय लेना चाहिए।
-तानिया वालिया (अभाविप गढ़वाल छात्रा प्रमुख) का कहना है कि एमकेपी कालेज की स्नातक व स्नातकोत्तर की सैकड़ों छात्राओं की परीक्षाएं पूरी नहीं हो पाई थीं। इसमें छात्राओं की कोई गलती नहीं है और न कालेजों की। कोरोना संक्रमण के बाद शासनादेश के बाद शिक्षा संस्थान बंद करवा दिए गए थे। अब परीक्षा करवाना विवि की जिम्मेदारी है।
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