संजय चौधरी का आरोप, सुधीर बिंडलास के कहने पर रजिस्ट्रार आफिस में जमीन के दस्तावेजों से हुई छेड़छाड़
जमीन हड़पने के दो मुकदमे दर्ज करवाने वाले संजय चौधरी ने रजिस्ट्रार आफिस के अधिकारियों और कर्मचारियों पर मिलीभगत का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सुधीर बिंडलास के कहने पर रजिस्ट्रार आफिस से उनके दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ की गई।
By Raksha PanthriEdited By: Updated: Sun, 30 Jan 2022 10:22 AM (IST)
जागरण संवाददाता, देहरादून। उद्योगपति सुधीर बिंडलास के विरुद्ध जाली दस्तावेजों के आधार पर जमीन हड़पने के दो मुकदमे दर्ज करवाने वाले संजय चौधरी ने रजिस्ट्रार आफिस के अधिकारियों और कर्मचारियों पर मिलीभगत का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सुधीर बिंडलास के कहने पर रजिस्ट्रार आफिस से उनके दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ की गई। उनकी असली रजिस्ट्री गायब कर दी गई। दाखिल खारिज के दस्तावेज के भी कुछ पेज गायब किए गए। उन्होंने कहा कि उनकी भूमि की रजिस्ट्री और दाखिल खारिज के असली दस्तावेज उन्होंने स्कैन कर रखे थे, जिस कारण वह अपनी जमीन को बचा सके।
पत्रकारों से बात करते हुए शिकायतकर्त्ता ने बताया कि जोहड़ी में उनकी 20 बीघा जमीन है, जोकि उनके, उनके भाई व मां के नाम पर है। वर्ष 2007 में उनके भाई की सड़क हादसे में मृत्यु हो गई थी। वर्ष 2010 में सुधीर बिंडलास ने अपने ड्राइवर, उसकी मां, दर्जा चार कर्मचारी व परचेज मैनेजर को खड़ा करके रजिस्ट्री अपने नाम करवा ली। आरोपितों ने वर्ष 2015 में जमीन दाखिल खारिज करवाया। जब उन्हें इस बात का पता चला तो उन्होंने इसकी जांच करवाई। जिसमें पता लगा कि सुधीर बिंडलास ने नकली लोग खड़े करके जमीन अपने नाम करवाई थी। इस बारे में उन्होंने शहर कोतवाली में तहरीर दी।
पुलिस ने जब आरोपितों से पूछताछ की तो कर्मचारियों ने सुधीर बिंडलास का नाम बताया। खुद को फंसता देख सुधीर बिंडलास ने रजिस्ट्री रद करवा दी। जून 2021 में उसी जमीन के पुराने मालिक गंग बहादुर के वारिसों के साथ मिलकर सुधीर बिंडलास ने अपने भाई प्रदीप बिंडलास के नाम से अटारनी लेकर अपने नाम रजिस्ट्री करवा दी। इस मामले में रिकार्ड से भी छेड़छाड़ की गई। उनकी रजिस्टी रिकार्ड में उपलब्ध ही नहीं हैं। दाखिल खारिज में आधे कागज हटाकर नकली लगा दिए हैं। ऐसे में उन्होंने एसएसपी को दस्तावेजों की फारेंसिक जांच के लिए पत्र भेज दिया है।
पुलिस कार्रवाई नहीं करेगी तो कोर्ट जाएंगे शिकायतकर्त्ता संजय चौधरी ने कहा कि आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए वह लगातार पुलिस कार्यालयों के चक्कर काटते रहे। पुलिस महानिदेशक के निर्देश पर एक ही जमीन की दो बार रजिस्ट्री करवाने के दो मुकदमे राजपुर थाने में दर्ज किए गए हैं, लेकिन अब तक आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। उन्होंने कहा कि यदि पुलिस कार्रवाई नहीं करती तो वह कोर्ट जाएंगे।
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