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गजब! रायपुर अस्पताल के सर्जन ने एक साल में नहीं किया कोई भी आपरेशन, ऐसे खुली पोल

रायपुर अस्पताल में तैनात एक सर्जन ने करीब एक साल से एक भी आपरेशन नहीं किया है। यह सुनकर हैरानी होगी लेकिन यह सच है। डॉ. प्रशांत सक्सेना नाम के इस सर्जन की लापरवाही का खुलासा तब हुआ जब मुख्य चिकित्साधिकारी ने अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। अब उन्हें अंतिम चेतावनी दी गई है और अगर वह जल्द ही ऑपरेशन नहीं करते हैं तो उनकी सेवा समाप्त कर दी जाएगी।

By Sukant mamgain Edited By: Nitesh Srivastava Updated: Tue, 08 Oct 2024 10:38 AM (IST)
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सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रायपुर का निरीक्षण करते मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. संजय जैन
सुकांत ममगाईं, देहरादून। रायपुर अस्पताल में तैनात सर्जन ने करीब एक साल से एक भी आपरेशन नहीं किया। यह सुनने में जरूर अजीब है, पर बात सच है। सर्जन डॉ. प्रशांत सक्सेना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रायपुर में संविदा पर तैनात हैं। अस्पताल में सेवा के दौरान उन्होंने अभी तक किसी भी मरीज के चीरा तक नहीं लगाया। वह सिर्फ ओपीडी ही कर रहे हैं।

इसकी पोल तब खुली जब सोमवार को मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. संजय जैन ने अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। जिस पर उन्होंने संबंधित सर्जन को अंतिम चेतावनी दी है। सख्त ताकीद की है कि यदि आगामी दिनों में जरूरतमंद मरीजों के आपरेशन नहीं किए जाते हैं तो उनकी सेवा समाप्त कर दी जाएगी।

दैनिक जागरण ने चार अक्टूबर को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रायपुर की बदहाल व्यवस्था पर खबर प्रकाशित की थी। जिसका मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजय जैन ने संज्ञान लिया। उन्होंने सोमवार को अस्पताल का औचक निरीक्षण किया।

अस्पताल के चिकित्सकों के मरीजों को दवाएं व जांच बाहर से लिखने की शिकायत उन्हें मिली। जिस पर उन्होंने सभी चिकित्सकों को निर्देश दिए कि किसी भी हाल में मरीजों को दवा व जांच बाहर से न लिखी जाए। शिकायत मिलने पर संबंधित चिकित्सक की प्रतिकूल प्रविष्टि दर्ज की जाएगी।

इस दौरान उन्होंने पाया कि चिकित्सालय में संविदा पर तैनात सर्जन ने एक भी आपरेशन नहीं किया था। इस पर उन्होंने संबंधित सर्जन को निर्देशित किया कि यदि आगामी दिवसों पर आपरेशन नहीं किए जाते हैं तो उनकी सेवा समाप्त कर दी जाएगी।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने सफाई व्यवस्था को लेकर भी नाराजगी व्यक्त की। चिकित्सा अधीक्षक डा. पीएस रावत को निर्देशित किया कि अस्पताल में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए। अस्पताल में उपलब्ध दवाओं व जांच की सूची बनाकर वार्डों और ओपीडी ब्लाक में दीवारों पर चस्पा करें। ताकि मरीजों व तीमारदारों को उपलब्ध दवा व सेवाओं की जानकारी मिल सके।

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