Move to Jagran APP

मुख्यमंत्री के आदेशों पर मंत्री लगा रहे पलीता: सूर्यकांत धस्माना

उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जो आदेश दिया था उसे उनके मंत्री पलीता लगा रहे हैं।

By Sunil NegiEdited By: Updated: Thu, 20 Feb 2020 08:17 PM (IST)
Hero Image
मुख्यमंत्री के आदेशों पर मंत्री लगा रहे पलीता: सूर्यकांत धस्माना
देहरादून, जेएनएन। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के बहुप्रचारित आदेश जिस में उन्होंने अपने मंत्रिमंडल के सभी मंत्रियों को सप्ताह के बुधवार व बृहस्पतिवार दो दिन विधानसभा स्थित कार्यालय में बैठ कर जनता से मिलने व जनसमस्याओं के निस्तारण का आदेश दिया था उसे उनके मंत्रिमंडल के सहयोगियों ने पलीता लगा दिया। यह बात उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही। 

इस दौरान उन्होंने कहा कि बुधवार को कोई मंत्री विधानसभा में कार्यालय में नहीं बैठा व आज केवल एक मंत्री अपने कार्यालय में बैठे। श्री धस्माना ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री के मंत्रिमंडल के अधिकांश मंत्री मुख्यमंत्री को मंत्री मानने के लिए तैयार ही नहीं हैं और हालात इतने खराब हैं कि सार्वजनिक रूप से मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणा के बावजूद मंत्रियों ने मुख्यमंत्री की बात न मान कर यह साबित कर दिया कि उत्तराखंड में सिस्टम लकवाग्रस्त हो चुका है और अब इस लकवाग्रस्त सरकार को सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।

यह भी पढ़ें: भीम आर्मी के प्रमुख चंद्र शेखर पहंचे दून, सीएए के विरोध में धरने का किया समर्थन

भर्ती परीक्षा रद्द करने की मांग 

सूर्यकांत धस्माना ने ने कहा कि राज्य में इतना बड़ा घोटाला वन विभाग की भर्ती परीक्षा में हो गया, लेकिन सब कुछ खुलासा होने के बावजूद भी मुख्यमंत्री ने परीक्षा रद्द किए जाने के आदेश जारी नहीं किए न इसकी घोषणा की जो अपने आप में आज साबित कर रहा है कि भर्ती घोटाले के तार सत्ता और सरकार से जुड़े हुए हैं। श्री धस्माना ने कहा कि पार्टी ने राज्य की राज्यपाल से भी भर्ती परीक्षा रद्द करने की मांग की है और अगर सरकार ऐसा नहीं करती तो इसके लिए आंदोलन चलाया जाएगा।

यह भी पढ़ें: काबीना मंत्री आर्य के घर के बाहर किया प्रदर्शन, नारेबाजी भी Dehradun News

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।