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स्वच्छता सर्वेक्षण-2022 को नए साल के पहले ही दिन से तैयार हुआ दून, जानें किन मापदंडों पर उतरना होगा खरा

Swachh Survekshan 2022 सुंदर दून-स्वच्छ दून को लेकर नगर निगम प्रशासन ने स्वच्छता सर्वेक्षण-2022 की तैयारी शुरू कर दी है। इसे लेकर महापौर सुनील उनियाल गामा और नगर आयुक्त अभिषेक रूहेला ने सभी 100 वार्डों में जागरूकता के लिए स्वच्छता रथ रवाना किया।

By Raksha PanthriEdited By: Updated: Sun, 02 Jan 2022 09:15 AM (IST)
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स्वच्छता सर्वेक्षण-2022 को नए साल के पहले ही दिन से तैयार हुआ दून। फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, देहरादून। Swachh Survekshan 2022 नव वर्ष के पहले ही दिन से 'सुंदर दून-स्वच्छ दून' को लेकर नगर निगम प्रशासन ने 'स्वच्छता सर्वेक्षण-2022' की तैयारी शुरू कर दी है। इसे लेकर महापौर सुनील उनियाल गामा और नगर आयुक्त अभिषेक रूहेला ने सभी 100 वार्डों में जागरूकता के लिए 'स्वच्छता रथ' रवाना किया। समाजसेवी अनूप नौटियाल और रेडियो जाकी काव्या को स्वच्छता को लेकर ब्रांड एंबेसडर भी बनाया गया है।

देश के स्वच्छ शहरों के लिए शनिवार से स्वच्छता सर्वेक्षण-2022 भी शुरू हो चुका है। केंद्र सरकार की टीम कभी भी निरीक्षण के लिए दून आ सकती है। ऐसे में निगम ने कार्ययोजना तैयार कर ली है। महापौर गामा के अनुसार अगले दो माह तक तक व्यापक पैमाने पर अभियान चलाकर शहर को पूरी तरह स्वच्छ बनाने का प्रयास किया जाएगा। समस्त 100 वार्डों में अभियान चलेगा और बाकायदा नोडल अधिकारी भी नियुक्त किए जाएंगे।

प्रतिबंधित प्लास्टिक और पालीथिन के विरुद्ध भी अभियान चलाते हुए कार्रवाई की जाएगी। सड़क किनारे रखे कूड़ेदानों से वक्त पर कूड़ा उठे, यह सुनिश्चित किया जाएगा। डोर-टू-डोर कूड़ा उठान करने वाले वाहनों का समय भी दुरुस्त करने का निर्देश दिया गया। एनजीओ, वेलफेयर सोसायटी, वेस्ट मैनेजमेंट कंपनियों, सीनियर सिटीजन और युवाओं से भी सहयोग लिया जाएगा। इस दौरान मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. कैलाश जोशी व वरिष्ठ नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. आरके सिंह भी मौजूद रहे।

7500 अंकों से होगा सफाई का आंकलन

स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 के तहत शहर की सफाई की परीक्षा इस बार 7500 अंक की होगी, जबकि पिछले सर्वेक्षण में यह 6000 अंक की थी। शहरों की सफाई के आंकलन करने के लिए कई नए मापदंड जोड़े गए हैं। जनता से फेस-टू-फेस फीडबैक को केंद्रीय टीम जनवरी से फरवरी के बीच आएगी पर डिजिटल रूप से आंकलन शुरू हो गया है। इस बार सर्वेक्षण में सीनियर सिटीजन और युवाओं से अधिक फीडबैक लिया जाएगा। कोरोना वेस्ट मैनेजमेंट के साथ ही धार्मिक व सामाजिक आयोजन से निकल रहे कूड़े के निस्तारण की क्या व्यवस्था है, इसके भी अंक तय किए गए हैं।

सर्विस लेवल प्रोग्रेस के इस बार 3000 अंक

पिछले साल स्वच्छता सर्वेक्षण में सर्विस लेवल प्रोग्रेस के 2000 अंक निर्धारित किए थे। इस मर्तबा 3000 किया गया है। सर्विस लेवल प्रोग्रेस में प्लास्टिक व पालिथिन पर प्रतिबंध, गीला और सूखा कूड़ा अलग-अलग उठने की व्यवस्था, कूड़े का निस्तारण और सीवरेज की सफाई आदि शामिल है। इसमें इस बार सफाई मित्र सुरक्षा को भी जोड़ा है यानी शहर में सफाई का काम मेन्युअल या मशीनी है, उसमें कर्मचारी सुरक्षा उपकरणों से लैस हैं या नहीं। सफाई मित्रों का कोरोना टीकाकरण हुआ या नहीं। इन सभी सेवा के आधार पर कुल 3000 अंक सर्विस लेवल प्रोग्रेस के रखे हैं।

सिटीजन वायस के 2250 अंक

2250 अंक सिटीजन वायस के निर्धारित किए हैं, इसमें यह परखा जाएगा, कि शहर को साफ-सुथरा रखने में किस तरह निगम काम कर रहा। इसके अलावा 10 सवाल शहरवासियों से पूछे जाएंगे। इसमें घरों से रोजाना कूड़ा उठता है या नहीं, क्या आप गीला-सूखा कूड़ा अलग-अलग कर डालते हैं, क्या आप जानते हैं कि आप नजदीकी टायलेट को गूगल पर सर्च कर सकते हैं। क्या अपने सैनिटेशन संबंधी शिकायत करने के लिए स्वच्छता एप या सिटी बेस्ड कोई एप अपने मोबाइल में डाउनलोड किया है। सिटीजन फीडबैक में सीनियर सिटीजन और युवाओं को तवच्जो दी जाएगी।

सर्टिफिकेशन के भी 2250 अंक

2250 अंक सर्टिफिकेशन के निर्धारित किए हैं। पिछले साल 1800 अंक निर्धारित थे। शहर पूरी तरह खुले में शौच मुक्त है या नहीं। इसमें सेवन स्टार सिटी के 1250 अंक, फाइव स्टार सिटी के 1000 अंक, थ्री स्टार सिटी के 800 अंक, वन स्टार सिटी के 500 अंक, ओडीएफ प्लस सर्टिफिकेट के 400, ओडीएफ प्लस प्लस सर्टिफिकेट के 800 अंक, और वाटर प्लस सर्टिफिकेट के 1000 अंक निर्धारित किए हैं।

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