Corona Virus: एमबीबीएस की छात्रा में कोरोना वायरस के लक्षण, एम्स ऋषिकेश में भर्ती
चीन के वुहान प्रांत से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही दून निवासी युवती को कोरोना वायरस से मिलते-जुलते लक्षण मिलने पर एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया गया है।
By Sunil NegiEdited By: Updated: Thu, 30 Jan 2020 09:28 PM (IST)
देहरादून, जेएनएन। चीन के वुहान प्रांत से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही दून निवासी युवती को कोरोना वायरस से मिलते-जुलते लक्षण मिलने पर एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया गया है। युवती की स्थिति फिलहाल स्थिर बनी हुई है। उसका सैंपल लेकर पुणे स्थित नेशनल वायरॉलजी इंस्टीट्यूट भेजा गया है। तीन से चार दिन में उसके सैंपल की रिपोर्ट आने की उम्मीद है।
सीएमओ डॉ मीनाक्षी जोशी ने बताया कि उन्हें एम्स प्रशासन से सूचना मिली थी कि दून निवासी युवती को कोरोना वायरस के लक्षण होने पर भर्ती कराया गया है। इस पर सीएमओ ने एसीएमओ डॉ एनके त्यागी की टीम को एम्स में युवती का सैंपल लेने के लिए भेजा। एसीएमओ डॉ त्यागी ने बताया कि उक्त युवती चीन के वुहान प्रांत में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही है। बीती 16 जनवरी को ही वह देहरादून में अपने घर लौटी थी। बीते तीन चार दिनों से खांसी, जुकाम, बुखार की शिकायत थी जिस पर परिजन पहले उसे देहरादून में ही निजी अस्पताल में ले गए जहां से डॉक्टरों ने बीती शाम उसे एम्स जाने की सलाह दी थी। बताया कि युवती का सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिया है।
क्या है कोरोना वायरसकोरोना वायरस संक्रमण एक विषाणुजनित रोग है। वर्तमान में भारत के पड़ोसी देश चीन में कोरोना वायरल संक्रमण हो रहा है। जिससे कई अन्य देश भी प्रभावित हो रहे हैं। उत्तराखंड चीन और नेपाल का सीमावर्ती राज्य होने के कारण यहां भी संक्रमण की आशंका है।
कोरोना वायरस के लक्षण
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।- बुखार, खांसी-जुकाम, गले में खरास।
- हालत ज्यादा गंभीर होने पर इंसान को सांस लेने में तकलीफ और न्यूमोनिया होने लगता है।
- अगर कोई भी इंसान पिछले एक माह के दौरान चीन से आया या कोरोना वायरस संक्रमित किसी रोगी के संपर्क में रहा हो तो तुरंत डाक्टर को दिखाएं।
- कोरोना वायरस के लक्षण होने पर भी तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
- मास्क का उपयोग करें और भीड़भाड़ व लोगों से दूरी बनाए रखें।
- खांसते या छींकते समय अपने मुंह व नाक को रुमाल से ढकें।
- नाक, कान या मुंह को छूने से पहले व बाद में अपने हाथों को साबुन व पानी से अच्छी तरह धोएं।
- खाना खाने से पहले और बाहर आने पर हाथ साबुन से अच्छी तरह अवश्य धोएं।
- अधिक मात्रा में तरल पदार्थ और पौष्टिक आहार का सेवन करें।
- नियमित अंतराल पर पानी पीते रहें।
- शिष्टाचार में हाथ न मिलाएं, गले न लगें व अन्य संपर्क बढ़ाने वाले कार्य न करें।
- बिना डॉक्टर की सलाह के दवा न लें और अनावश्यक यात्रा से परहेज करें।