Move to Jagran APP

उत्तराखंड: इस सत्र में भी ट्रायल के आधार पर चुनी जाएगी क्रिकेट की टीमें

क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड की सभी आयु वर्गों की टीमें इस सत्र में भी चयन ट्रायल के आधार पर ही चुनी जाएंगी। इसका कारण अंतर जनपदीय क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन नहीं होना है।

By Bhanu Prakash SharmaEdited By: Updated: Mon, 08 Jun 2020 10:54 AM (IST)
उत्तराखंड: इस सत्र में भी ट्रायल के आधार पर चुनी जाएगी क्रिकेट की टीमें
देहरादून, जेएनएन। क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड की सभी आयु वर्गों की टीमें इस सत्र में भी चयन ट्रायल के आधार पर ही चुनी जाएंगी। लॉकडाउन के चलते प्रदेश में अंतर जनपदीय क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन नहीं हो सका, इसलिए यह फैसला लिया गया है। 

क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड ने पिछले सत्र की शुरुआत में ही स्पष्ट कर दिया था कि आने वाले सत्रों में अंतरजनपदीय क्रिकेट टूर्नामेंट में खिलाड़ियों के प्रदर्शन के आधार पर सभी वर्गों की टीमों का चयन किया जाएगा। इस बार कोरोना संक्रमण के चलते प्रदेश में एक भी क्रिकेट गतिविधि नहीं हो सकी। ऐसे में टीमों का चयन ट्रायल के आधार पर करने का निर्णय लिया गया है। 

क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के सचिव महिम वर्मा ने बताया कि लॉकडाउन की वजह से क्रिकेट गतिविधियां नहीं हो सकी हैं। संभवत अक्टूबर के अंत तक बीसीसीआई का घरेलू सत्र शुरू हो जाएगा। ऐसे में टीमों का चयन ट्रायल के आधार पर ही किया जाएगा। चयनित टीमों के लिए टूर्नामेंट से पहले प्रशिक्षित कोच व ट्रेनर की मौजूदगी में कैंप होंगे। इससे टीम मैच से पहले सत्र की रणनीति बना सकें।

महिला प्रतिभाओं को निखारने के लिए 'पिच' तैयार

प्रदेश में महिला क्रिकेट को नया आयाम देने और प्रतिभाओं को निखारने के लिए क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड (सीएयू) ने कवायद शुरू कर दी है। इस योजना को मूर्त रूप देने के लिए एसोसिएशन वीमेन क्रिकेट कमेटी बनाने जा रही है, जो तीन सदस्यीय होगी। फिलहाल कमेटी के लिए योग्य उम्मीदवारों की तलाश जारी है। 

सीएयू के पदाधिकारियों की मानें तो नया सत्र शुरू होने से पहले यह कमेटी न सिर्फ अस्तित्व में आ जाएगी बल्कि कामकाज में भी जुट जाएगी। महिला क्रिकेट की बात करें तो प्रदेश में प्रतिभाओं की कमी नहीं है, लेकिन संसाधन न होने से उन्हें वो मुकाम नहीं मिल पा रहा, जिसकी वह हकदार हैं। 

प्रदेश की महिला क्रिकेटर राष्ट्रीय टीम में भी अपना जौहर दिखा रही हैं। इनमें हरियाणा से खेलने वाली मानसी जोशी और रेलवे की एकता बिष्ट का नाम प्रमुख है। प्रदेश की क्रिकेट एसोसिएशन को पूर्ण मान्यता न मिलने के कारण इन खिलाड़ियों को भी दूसरे राज्यों का रुख करना पड़ा था। सीएयू को पिछले साल अगस्त में बीसीसीआइ से पूर्ण मान्यता मिली थी। इसके बाद एसोसिएशन ने सभी आयु वर्गो में महिला क्रिकेट टीम का चयन कर उन्हें बीसीसीआइ की घरेलू प्रतियोगिताओं में उतारा था। 

अब महिला क्रिकेट को और आगे ले जाने के लिए एक कमेटी बनाने का निर्णय लिया गया है। जो महिला क्रिकेटरों की बेहतरी के लिए काम करेगी। कमेटी में शामिल तीनों सदस्य फ‌र्स्ट क्लास क्रिकेट खेल चुकी होंगी। इनमें जो सबसे अधिक अनुभवी होगा, उसे कमेटी का चेयरमैन नियुक्त किया जाएगा। 

यह कार्य करेगी कमेटी 

-घरेलू सत्र, जोनल और राष्ट्रीय टूर्नामेट के लिए कोचिंग प्रोग्राम बनाएगी। 

-जूनियर और सीनियर वर्ग के लिए घरेलू सत्र का खाका तैयार करना व आयोजन सुनिश्चित करना। 

-प्रतिभावान खिलाड़ियों को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय अनुभव के लिए टूर। -महिला क्रिकेट की दिक्कतों को चिह्नित कर उनके समाधान पर कार्य। -खिलाड़ियों की क्रिकेट गतिविधियों व अपैक्स मीटिंग का डाटा तैयार करना। 

यह भी पढ़ें: CoronaVirus: कोरोना के 'बाउंसर' से गोल्ड कप के आउट होने का खतरा

अनुभव के आधार पर होगा चयन 

क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के सचिव महिम वर्मा के मुताबिक, प्रदेश की महिला क्रिकेटरों को तराशने के लिए वीमेन क्रिकेट कमेटी बनाई जा रही है। इसके लिए फ‌र्स्ट क्लास क्रिकेट खेली खिलाड़ियों का अनुभव के आधार पर चयन किया जाना है। तीन सदस्यीय यह कमेटी प्रदेश की महिला खिलाड़ियों व महिला क्रिकेट के विकास में योगदान देगी। 

यह भी पढ़ें: ऑनलाइन वुशु चैंपियनशिप में खिलाड़ी दिखाएंगे प्रतिभा, ट्रायल प्रक्रिया शुरू

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।