Coronavirus: कोरोना और डेंगू की रोकखाम के लिए तकनीकी समिति गठित
उत्तराखंड में कोविड-19 और डेंगू की रोकथाम के उद्देश्य से राजकीय दून मेडिकल कॉलेज के प्रो. देव्रत रॉय की अध्यक्षता में एक तकनीकी समिति का गठन किया गया है।
By Bhanu Prakash SharmaEdited By: Updated: Sat, 04 Jul 2020 12:04 PM (IST)
देहरादून, जेएनएन। उत्तराखंड में कोविड-19 और डेंगू की रोकथाम के लिए सरकार को तकनीकी जानकारी देने के उद्देश्य से राजकीय दून मेडिकल कॉलेज के प्रो. देव्रत रॉय की अध्यक्षता में एक तकनीकी समिति का गठन किया गया है। वहीं, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के निर्देश पर कोविड-19 से संबंधित टेस्टिंग क्षमता बढ़ाने के लिए तीन मेडिकल कॉलेजों को कुल 11.25 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। इनमें राजकीय मेडिकल कालेज हल्द्वानी, दून और श्रीनगर मेडिकल कॉलेज शामिल हैं।
कोविड-19 और डेंगू की रोकथाम को लेकर गठित समिति में सदस्य के रूप में राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी से डॉ. साधना अवस्थी, राजकीय मेडिकल कॉलेज अल्मोड़ा से डॉ. अमित सिंह, राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर से डॉ. अजीत कुमार एवं स्टेट एसएमओ, विश्व स्वास्थ्य संगठन, उत्तराखंड डॉ. विकास शर्मा शामिल हैं। समिति देश-दुनिया में कोविड-19 की रोकथाम के लिए अपनाई गई बेस्ट प्रेक्टिसेज का विश्लेषण करेगी। इसके साथ ही यह समिति इस संबंध में देश-दुनिया में प्रकाशित किए गए अध्ययनों का विश्लेषण कर कार्रवाई योग्य बिंदुओं पर अपने सुझाव राज्य सरकार को देगी। कोविड-19 के लिए बनाए गए स्टेट कंट्रोल रूम के मुख्य परिचालन अधिकारी प्रत्येक शुक्रवार की शाम तक समिति के सदस्यों को सभी प्रकार का डाटा उपलब्ध कराएंगे। समिति इस संबंध में संबंधित मुख्य चिकित्सा अधिकारी से भी डाटा प्राप्त कर सकती है।
स्वास्थ्य विभाग को जल्द मिलेंगी 18 स्टाफ नर्सजनपद देहरादून में स्वास्थ्य विभाग में जल्द ही 35 कर्मियों की नियुक्ति होने जा रही हैं। इनमें 18 स्टाफ नर्स भी शामिल हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. बीसी रमोला ने बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत की जा रही इन नियुक्तियों के लिए साक्षात्कार की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। जल्द ही विभिन्न अस्पतालों और अन्य अनुभागों में तैनाती कर दी जाएगी। कोरोना काल में इन नियुक्तियों से विभाग को काफी कुछ राहत मिलने की उम्मीद है।
उन्होंने बताया कि जिन कर्मियों की नियुक्ति की जानी है उनमें एक जिला लेखा प्रबंधक, तीन ब्लॉक लेखा प्रबंधक, एक आशा ब्लॉक समन्वयक-आशा, पांच डाटा एंट्री ऑपरेटर, 18 स्टाफ नर्स, तीन ब्लड बैंक टेक्नीशियन, एक फील्ड आइईसी /काउंसलर, एक फील्ड असिस्टेंट, एक ऑडियोमेटिक असिस्टेंट और एक ऑडियोलॉजिस्ट शामिल है।यह भी पढ़ें: कोरोना के बाद अब डेंगू बनेगा ब्लड बैंकों के लिए चुनौती Dehradun News
एसएमआइ अस्पताल के कर्मियों ने पेश की मिसालश्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के स्टाफ ने ईमानदारी की मिशाल पेश की है। अस्पताल में भर्ती एक महिला के बेटे जयदीप रिसेप्शन एरिया में खड़े थे। तभी अचानक जेब से उनका पर्स कहीं गिर गया। पर्स में 22 हजार रुपये की रकम व कुछ कार्ड थे। जब उन्हें पर्स गुम होने का पता लगा तो उनके होश उड़ गए। इस बीच रिसेप्शन एरिया में तैनात अस्पताल कर्मी सोहन सिंह ग्वाड़ी को पर्स मिल गया। उसमें कार्ड देखकर पर्स के मालिक का पता चला। इसके बाद मालिक को पर्स लौटाया गया।
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