मंत्री रेखा आर्य की नाराजगी पड़ी भारी, हटाए गए प्राचार्य
सोबन सिंह जीना राजकीय आयुर्विज्ञान एवं शोध संस्थान अल्मोड़ा के प्राचार्य डा राम गोपाल नौटियाल को आखिरकार मंत्री की नाराजगी भारी पड़ी। सरकार ने उन्हें प्राचार्य पद से हटाकर हल्द्वानी मेडिकल कालेज में टीबी एंड चेस्ट विभाग के प्रोफेसर पद पर तैनात किया है।
By Sumit KumarEdited By: Updated: Fri, 16 Jul 2021 06:05 AM (IST)
राज्य ब्यूरो, देहरादून: सोबन सिंह जीना राजकीय आयुर्विज्ञान एवं शोध संस्थान अल्मोड़ा के प्राचार्य डा राम गोपाल नौटियाल को आखिरकार मंत्री की नाराजगी भारी पड़ी। सरकार ने उन्हें प्राचार्य पद से हटाकर हल्द्वानी मेडिकल कालेज में टीबी एंड चेस्ट विभाग के प्रोफेसर पद पर तैनात किया है।
शासन ने गुरुवार को डा नौटियाल समेत चिकित्सा शिक्षा विभाग में तीन अधिकारियों को इधर से उधर किया। दरअसल बीते जून माह में बतौर अल्मोड़ा जिले की कोविड-19 प्रभारी मंत्री रेखा आर्य ने समीक्षा बैठक के दौरान अल्मोड़ा मेडिकल कालेज प्राचार्य पर प्रोटोकाल का उल्लंघन करने का आरोप लगाया था। समीक्षा बैठक के दौरान अल्मोड़ा मेडिकल कालेज के प्राचार्य ने कोविड के संबंध में प्रस्तुतीकरण दिया था। आरोप है कि प्रस्तुतीकरण के दौरान उन्होंने फोन काल रिसीव की, साथ में करीब तीन मिनट तक बात भी की। प्राचार्य की ओर से मंत्री के प्रोटोकाल की अनदेखी पर रेखा आर्य ने कड़ा रुख अपनाते हुए तत्कालीन मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को पत्र भी लिखा था।
अब धामी सरकार में कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य की नाराजगी देखते हुए प्राचार्य डा राम गोपाल नौटियाल को पद से मुक्त कर दिया गया। हल्द्वानी मेडिकल कालेज के प्रभारी प्राचार्य डा चंद्र प्रकाश को अल्मोड़ा मेडिकल कालेज का प्रभारी प्राचार्य बनाया गया है। सरकार ने हल्द्वानी मेडिकल कालेज में ही जनरल मेडिसिन विभागाध्यक्ष एवं प्रोफेसर डा अरुण जोशी को वर्तमान पद के साथ ही हल्द्वानी मेडिकल कालेज के प्रभारी प्राचार्य पद का जिम्मा भी सौंपा है। तीनों चिकित्साधिकारियों को तत्काल प्रभाव से नई तैनाती स्थान पर कार्यभार ग्रहण करने के आदेश चिकित्सा शिक्षा सचिव डा पंकज कुमार पांडेय ने जारी किए।
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