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Bone and joint disease conference: एम्स में अस्थि रोगों की नई तकनीकी पर किया गया मंथन

एम्स ऋषिकेश में हड्डी और जोड़ रोग सम्मेलन में देश-दुनिया से अस्थि रोग विशेषज्ञ जुटे। इस दौरान हड्डी और जोड़ रोग के इलाज के विभिन्न पहलुओं पर व्यापक चर्चा की।

By Edited By: Updated: Tue, 18 Feb 2020 04:45 PM (IST)
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Bone and joint disease conference: एम्स में अस्थि रोगों की नई तकनीकी पर किया गया मंथन
ऋषिकेश, जेएनएन। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में हड्डी और जोड़ रोग सम्मेलन में देश-दुनिया से अस्थि रोग विशेषज्ञ जुटे। इस दौरान हड्डी और जोड़ रोग के इलाज के विभिन्न पहलुओं पर व्यापक चर्चा की। एम्स ऋषिकेश में ऑर्थोपेडिक डिपार्टमेंट की ओर से आयोजित सम्मेलन के समापन पर हड्डी और जोड़ रोग से जुड़े विभिन्न विषयों पर विशेषज्ञों ने अपने अनुभव साझा किए। 

एम्स के निदेशक प्रो. रविकांत ने संस्थान में हड्डी और जोड़ रोगों को लेकर एसोसिएशन द्वारा देश-विदेश के विशेषज्ञों के सम्मेलन के आयोजन को वृहद जनहित में बताया। एम्स ऋषिकेश की वरिष्ठ प्रो. डॉ. शोभा एस अरोड़ा ने हड्डी के कैंसर के उपचार में प्रयोग होने वाली नवीनतम विधियों के बारे में अपने अनुभव साझा किए।

डॉ. विवेक सिंह ने बढ़ते बच्चों के पैरों के टेढ़ेपन के उपचार की विधि, पीजीआइ चंडीगढ़ के बाल अस्थि रोग विभाग के विशेषज्ञ डॉ. निर्मल राज ने कूल्हे के जोड़ की जन्मजात विकृतियों के इलाज की विधियों के बारे में विस्तार से चर्चा की। डॉ. भास्कर सरकार ने चीरे के माध्यम से रीढ़ के फ्रेक्चर के इलाज के बारे में अनुभव साझा किए। इस दौरान एम्स की बर्न एंड प्लास्टिक सर्जरी विभाग की वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. मधुबरी वाथुल्या ने भी अपने अनुभव साझा किए।

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इस मौके पर एम्स के हड्डी और जोड़ रोग विभागाध्यक्ष डॉ. पंकज कंडवाल, प्रो. कमर आजम, डॉ. आरबी कालिया, डॉ. प्रदीप मीणा, डॉ. तरुण गोयल, डॉ. सिद्धार्थ दुबे आदि मौजूद थे। क्विज में चंडीगढ़ मेडिकल कालेज की टीम ने मारी बाजी सम्मेलन के तहत स्नातकोत्तर छात्र-छात्राओं के लिए आयोजित क्विज प्रतियोगिता में प्रशिक्षु छात्रों से हड्डी और जोड़ रोगों से संबंधित प्रश्न पूछे गए। 

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प्रतियोगिता में एम्स ऋषिकेश, मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज, दिल्ली और पीजीआइ चंडीगढ़ समेत देशभर के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों की कुल 24 टीमों ने प्रतिभाग किया। प्रतियोगिता में चंडीगढ़ मेडिकल कॉलेज की टीम ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, जबकि दूसरा और तीसरा स्थान एम्स ऋषिकेश की टीम ने हासिल किया। प्रतियोगिता के संयोजक एम्स ऋषिकेश के डॉ. मोहित ढींगरा व पीजीआइ के डॉ. पीएन गुप्ता रहे।

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