जीएसटी के नाम पर उत्पीड़न नहीं रुका तो सड़क पर उतरेंगे व्यापारी
व्यापारियों ने कहा कि उनके पास पक्का बिल होने के बाद भी आशारोड़ी चेक पोस्ट पर उन्हें रोका जा रहा है। कहा अगर जीएसटी के नाम पर उत्पीड़न नहीं रुका तो वे सीजीएसटी के कार्यालय के बाहर धरना-प्रदर्शन और बाजार बंद करेंगे।
By Sunil NegiEdited By: Updated: Wed, 10 Nov 2021 09:34 PM (IST)
जागरण संवाददाता, देहरादून। दून महानगर व्यापार प्रकोष्ठ ने आशारोड़ी चेक पोस्ट पर जीएसटी के नाम पर व्यापारियों के उत्पीड़न का आरोप लगाया है। आरोप है कि पक्का बिल दिखाने के बाद भी उनके माल को चेक पोस्ट पर रोका जा रहा है। प्रकोष्ठ ने चेतावनी दी है कि इस तरह व्यापारियों को प्रताडि़त करना बंद नहीं किया गया तो समस्त व्यापारी सड़क पर उतरकर आंदोलन करेंगे।
दून महानगर व्यापार प्रकोष्ठ के अध्यक्ष सुनील कुमार बांगा ने बुधवार को प्रेस बयान जारी कर कहा कि आशारोड़ी चेक पोस्ट पर व्यापारियों के पास पक्का बिल होने के बाद भी उनको परेशान किया जा रहा है। उनका माल खोलकर एक-एक चीज को बिल से मिलाकर उसमें खामियां निकाली जा रही हैं। कई सामान पर निर्धारित से अधिक टैक्स वसूला जा रहा है। कहा कि कोरोना संक्रमण और लाकडाउन के कारण पहले ही व्यापारी टूट चुके हैं। ऐसे में व्यापारियों को परेशान किया जाना ठीक नहीं है। जिस व्यापारी के पास बिल नहीं है, उसे ही चेक पोस्ट पर रोका जाए। बांगा ने चेतावनी दी कि व्यापारियों का उत्पीड़न नहीं रुका तो सीजीएसटी के कार्यालय के बाहर धरना-प्रदर्शन किया जाएगा और जरूरत पड़ी तो व्यापारी बाजार बंद करने से भी पीछे नहीं हटेंगे।
वन कर्मियों ने कैंडल मार्च निकाल किया प्रदर्शन
आडिट की आपत्तियां दूर करने समेत विभिन्न मांगों को लेकर वन विकास प्रबंधन के खिलाफ कार्मिकों का आंदोलन जारी है। उत्तराखंड वन विकास निगम कर्मचारी संघ ने बुधवार को घेरा डालो, डेरा डालो आंदोलन के तहत वन मंत्री का घेराव कर ज्ञापन सौंपा। इसके बाद शाम को कर्मियों ने कैंडल मार्च निकालकर प्रदर्शन किया।संघ के अध्यक्ष बीएस रावत ने बताया कि मांगों को लेकर कार्मिक पिछले तीन माह से धरने पर बैठे हैं। अब आंदोलन को धार देते हुए डेरा डालो, घेरा डाला आंदोलन शुरू किया है।
जिसके तहत बुधवार को यमुना कालोनी स्थित वन मंत्री हरक सिंह रावत के आवास पर बड़ी संख्या में कर्मचारी पहुंचे, जहां उन्होंने नारेबाजी करते हुए मंत्री को ज्ञापन सौंपा। इसके बाद आयोजित सभा में वक्ताओं ने कहा कि यह आंदोलन मांग पूरी न होने तक जारी रहेगा। इसी क्रम में 14 नवंबर तक विधायक निवास रेसकोर्स, विधानसभा व घंटाघर पर भी कैंडल मार्च निकलकर मांगों को लेकर आंदोलन किया जाएगा। प्रदर्शन करने वालों में वरिष्ठ उपाध्यक्ष टीएस बिष्ट, डीके शाही, सतीश चंद्र, सीवी छिमवाल, अश्वनी कुमार, गोविंद सिंह बिष्ट, विनोद कुमार आदि शामिल रहे।
यह भी पढ़ें:- मांग को लेकर शिक्षा प्रेरकों का सीएम आवास कूच, गिरफ्तार
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।