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Rishikesh में वीकेंड पर ध्वस्त हो रहे ट्रैफिक प्लान, वाहनों की लाइन देख लोग कहते हैं 'हाय राम'

Rishikesh Traffic वीकेंड पर ट्रैफिक जाम से लोग परेशान हैं। ग्रीष्मकालीन अवकाशों और नव वर्ष के समय में पर्यटकों की भारी आमद के कारण शहर में जाम की स्थिति बन जाती है। पुलिस प्रशासन द्वारा लागू किए गए कई ट्रैफिक प्लान भी जाम से निजात दिलाने में नाकाम रहे हैं। वर्षों बाद भी ऐसा कोई प्रभावी ट्रैफिक प्लान नहीं मिल सका है जो ऋषिकेशवासियों और पर्यटकों को राहत दे सके।

By gaurav mamgain Edited By: Nirmala Bohra Updated: Fri, 30 Aug 2024 09:10 AM (IST)
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Rishikesh Traffic: सप्ताहांत में ध्वस्त होते हैं ट्रैफिक प्लान, लगता है लंबा जाम, जाम से निजात कब? File Photo

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश। Rishikesh Traffic: तीर्थ नगरी ऋषिकेश की मुख्य समस्या यातायात जाम के लिए अतिक्रमण व पार्किंग एवं वाहन स्टैंड का अभाव मुख्य कारण तो है ही, साथ ही यातायात प्रबंधन भी कम जिम्मेदार नहीं है।

पर्यटकों की आवाजाही के समय में शहर में यातायात प्रबंधन के लिए ट्रैफिक प्लान तो कई लागू होते हैं, लेकिन उनसे खास राहत मिलती नजर नहीं आती है। कई बार डायवर्ट रूट तो कभी प्लान को प्रभावी तरीके से लागू करने में उदासीनता को लेकर सवाल उठते रहे हैं। वर्षों बाद भी ऐसा प्रभावी ट्रैफिक प्लान नहीं मिल सका है जो ऋषिकेशवासियों व पर्यटकों को राहत दे सके।

उमड़ते हैं पर्यटक

दरअसल, ग्रीष्मकालीन अवकाश के समय मई से जुलाई प्रथम सप्ताह तक ऋषिकेश में उत्तर प्रदेश , पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली सहित कई राज्यों के पर्यटक प्राकृतिक झरनों व पर्वतीय क्षेत्रों में मौसम का आनंद लेने पहुंचते हैं।

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इसी तरह पर्यटक साल के अंत में क्रिसमस, न्यू ईयर मनाने के लिए उमड़ते हैं। ऐसे में ऋषिकेश में रोजाना हजारों पर्यटक वाहनों का दबाव बना रहता है और भीषण जाम के हालात पैदा होते हैं। यातायात जाम से मुक्ति दिलाने के लिए यातायात पुलिस ऋषिकेश, मुनिकीरेती क्षेत्र में विशेष ट्रैफिक प्लान लागू करती है।

जिसमें ऋषिकेश में नेपाली फार्म से रूट डायवर्ट लागू किया जाता है तो मुनिकीरेती क्षेत्र में वन-वे ट्रैफिक व्यवस्था लागू की जाती है, लेकिन इस व्यवस्था से ना तो पर्यटकों को राहत मिलती है और ना शहरवासियों को जाम से खास निजात मिलती है।

शहरों में जाम की स्थिति देखने को मिलती रहती है। जाम जैसी मुख्य समस्या से निजात पाने के लिए पुलिस प्रशासन अब तक ऐसा कोई प्रभावी ट्रैफिक प्लान तैयार नहीं कर सका है, जिससे पर्यटकों व नगरवासियों को राहत मिल सके।

शहर में प्रवेश करते हैं पर्यटक, लगता है जाम

भले ही पुलिस प्रशासन पर्यटक वाहनों का शहर के बाहर संचालन कर रूट डायवर्ट लागू करता रहा हो, ताकि पर्यटक वाहनों के कारण शहर के भीतर जाम की स्थिति न बने लेकिन, इसके बावजूद अन्य राज्यों के पर्यटक गूगल मैप की सहायता से आंतरिक मार्गों का प्रयोग करते हुए शहर में प्रवेश करने में सफल होते हैं और जाम का कारण बनते हैं।

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नेपाली फार्म-छिद्दरवाला के मध्य से आंतरिक मार्गों से होते हुए श्यामपुर में प्रवेश करना हो या ढालवाला क्षेत्र से आंतरिक मार्गों की मदद से चौदह बीघा व आइएसबीटी तक पहुंचना हो, पर्यटक धड़ल्ले से ट्रैफिक प्लान का उल्लंघन करते रहे हैं। इस दौरान श्यामपुर व चौदह बीघा सहित लक्ष्मणझूला रोड पर भीषण जाम की स्थिति बनी रहती है। शहरवासी को भी जाम से परेशानी उठानी पड़ती है।

पर्वतीय मार्गों का ऋषिकेश प्रवेश द्वार है, इसलिए यहां पर्यटकों का मुख्य दबाव बना रहता है। यातायात प्रबंधन के लिए ऋषिकेश में नेपाली फार्म से छिद्दरवाला-भानियावाला होते हुए वाया रानीपोखरी वाहनों को भेजा जाता है, ताकि वाहन शहर में प्रवेश न कर सकें और शहरवासी जाम से न जूझें। स्थानीय लोगों को पहचान प्रमाण दिखाने पर रूट डायवर्ट से राहत दी जाती है। कई बार शिकायत मिली है कि पर्यटक गूगल-मैप के माध्यम से छिद्दरवाला के समीप आंतरिक मार्गों से शहर में प्रवेश करते हैं तो पुलिस ऐसे स्थानों को चिह्नित कर आंतरिक मार्गों पर बैरिकेंडिग की जाती है। पुलिस प्रशासन हर वर्ष शहरवासियों से रचनात्मक सुझाव भी लेता है, जिसके अनुसार समय-समय पर कमियों की दूर भी किया जाता है। - संदीप नेगी, पुलिस क्षेत्राधिकारी ऋषिकेश

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