Move to Jagran APP

उत्‍तराखंड के अंदर रोडवेज बसों में सफर करना हो गया महंगा

प्रदेश के अंदर रोडवेज बसों में सफर करना महंगा हो गया है। राज्य परिवहन प्राधिकरण के फैसले के बाद रोडवेज ने किराए में बढ़ी हुई दरें शनिवार मध्य रात्रि 12 बजे से लागू कर दी हैं।

By Sunil NegiEdited By: Updated: Sun, 23 Feb 2020 08:27 PM (IST)
उत्‍तराखंड के अंदर रोडवेज बसों में सफर करना हो गया महंगा
देहरादून, जेएनएन। प्रदेश के अंदर रोडवेज बसों में सफर करना आज से महंगा हो गया है। राज्य परिवहन प्राधिकरण के फैसले के बाद रोडवेज ने किराए में बढ़ी हुई दरें शनिवार मध्य रात्रि 12 बजे से लागू कर दी हैं। साधारण बस में मैदानी मार्ग पर 1.26 रुपये प्रति किमी प्रति यात्री व वाल्वो बस में 3.46 रुपये प्रति किमी प्रति यात्री के हिसाब से किराया देना होगा। पर्वतीय मार्गों पर साधारण बसों का किराया 1.80 रुपये के हिसाब से वसूला जाएगा। किराए की यह वृद्धि केवल उत्तराखंड क्षेत्र में ही मान्य होगी। ऐसे में उत्तर प्रदेश क्षेत्र में यात्रियों से कम किराया लगेगा, क्योंकि उत्तर प्रदेश की दरें उत्तराखंड से कम हैं। देहरादून-दिल्ली वाल्वो बसों के किराए में पांच रुपये, जबकि एसी बस के किराए में 11 रुपये की वृद्धि हो गई है। साधारण बस में 10 रुपये बढ़े हैं। इसी तरह देहरादून-मसूरी साधारण बस का किराया 60 रुपये से पांच रुपये बढ़कर 65 रुपये हो गया है। किराया बढ़ोत्तरी की सर्वाधिक मार साधारण बसों के यात्रियों पर पड़ेगी। 

डेढ़ माह में दूसरी बार रोडवेज बसों का किराया बढ़ा है। इससे पहले एक जनवरी को उत्तर प्रदेश परिवहन निगम द्वारा बसों के किराए में वृद्धि के बाद उत्तराखंड परिवहन निगम की बसों में भी किराया बढ़ाया गया था। वह वृद्धि सिर्फ उत्तर प्रदेश सीमाक्षेत्र में मान्य थी। उस दौरान किराए में वाल्वो बस में प्रति किमी 23 पैसे, एसी बस में 21 पैसे जबकि जनरथ में 13 पैसे व साधारण बस में 10 पैसे प्रति किमी की वृद्धि हुई थी। इसके बाद अब उत्तराखंड ने अपने क्षेत्र में बसों के किराए में वृद्धि की है। उत्तराखंड रोडवेज ने साधारण बस में प्रति किमी मैदानी मार्ग पर 18 पैसे, जबकि पर्वतीय मार्ग पर आठ पैसे की वृद्धि की है। एसी बसों में 20 पैसे जबकि वाल्वो बसों में महज तीन पैसे प्रति किमी की वृद्धि की गई है।

उत्तराखंड की बसों का किराया

  • बस----------मैदानी मार्ग----------पर्वतीय मार्ग 
  • साधारण-------1.26 रुपये----------1.80 रुपये
  • जनरथ---------1.57 रुपये----------2.25 रुपये
  • एसी------------2.39 रुपये----------3.42 रुपये
  • वाल्वो----------3.46 रुपये----------3.46 रुपये
  • (नोट: यह किराया केवल उत्तराखंड क्षेत्र में प्रति यात्री प्रति किमी मान्य होगा।) 
इस हिसाब से देना होगा किराया

  • बस----------------उत्तराखंड क्षेत्र----------उत्तर प्रदेश क्षेत्र
  • साधारण----------1.26 रुपये----------------1.05 रुपये
  • जनरथ------------2.25 रुपये----------------1.33 रुपये
  • एसी---------------3.42 रुपये----------------1.57 रुपये
  • वाल्वो-------------3.46 रुपये----------------2.32 रुपये
  • (नोट: यह किराया मैदानी मार्ग पर प्रति यात्री प्रति किमी के हिसाब से तय है। 
दिल्ली वाल्वो का किराया 761 रुपये 

बढ़े किराए के बाद देहरादून-दिल्ली वाल्वो बस का किराया 756 रुपये से 761 रुपये हो गया है। दिल्ली वातानुकूलित बस का किराया 599 रुपये से बढ़कर 610 हो गया है। दिल्ली साधारण बस का किराया 325 रुपये से बढ़कर 355 रुपये हो गया है। देहरादून से गुरुग्राम साधारण बस का किराया 355 से बढ़ 375 रुपये, लखनऊ का किराया 675 से बढ़कर तकरीबन 700 रुपये हो जबकि कानपुर का किराया 670 रुपये से बढ़कर करीब 695 रुपये हो गया है। दून-हल्द्वानी वातानुकूलित बस में 735 रुपये के बजाए अब करीब 800 रुपये और साधारण बस में 375 रुपये के बजाए 410 रुपये किराया देना होगा। ऑनलाइन टिकट बुकिंग में 15 से 20 रुपये का सर्विस चार्ज अतिरिक्त अदा करना पड़ेगा।

देर रात तक नहीं हुई मशीनें अपडेट

सर्वर की दिक्कत के कारण रोडवेज की आधी टिकट मशीनों में बढ़ाया गया किराया अपडेट नहीं हो सका। हालांकि, रविवार से बसों में बढ़ा किराया ही वसूला जाएगा, पर मशीनें अपडेट न होने से अधिकतर मार्ग पर परिचालकों को कागज से टिकट बनाने पड़ सकते हैं।

यूपी की सीमा में कम है किराया

प्रदेश के अधिकतर डिपो से दिल्ली और गुरूग्राम समेत फरीदाबाद, जयपुर, अंबाला, पानीपत जाने वाली बसें उत्तर प्रदेश के क्षेत्र से होकर गुजरती हैं। इसके साथ उत्तराखंड की बसें उप्र के लखनऊ, कानपुर, आगरा, सहारनपुर, अलीगढ़ भी जाती हैं। उत्तराखंड की देहरादून से दिल्ली जाने वाली बसें उप्र के क्षेत्र में करीब 150 किमी चलती हैं और हल्द्वानी मार्ग पर करीब 100 किमी। आगरा मार्ग पर 365 किमी, लखनऊ मार्ग पर 575 किमी एवं कानपुर मार्ग पर 565 किमी उप्र का क्षेत्र पड़ता है। उत्तराखंड में दून-हल्द्वानी व नैनीताल मार्ग पर भी एक बड़ा भाग उप्र की सीमा में पड़ता है। ऐसे में उत्तराखंड की बसें जितने किमी उत्तर प्रदेश में चलेंगी, उस क्षेत्र में उप्र के हिसाब से ही किराया वसूला जाएगा। 

यह भी पढ़ें: रोडवेज की चलती बस से उखड़ा इमरजेंसी डोर, निगम ने बैठाई जांच

बोले अधिकारी

दीपक जैन (महाप्रबंधक रोडवेज) का कहना है कि आधी से अधिक टिकट मशीनें देर रात अपडेट कर दी गई हैं। जो बसें मार्गों पर गई हुई थीं, उनकी मशीनें वापिस आने पर ही अपडेट हो पाएंगी। रोडवेज के सर्वर में फिलहाल किसी तरह की दिक्कत नहीं है। रविवार शाम तक सभी मशीनें अपडेट करने का प्रयास किया जाएगा। सर्वर और मशीनें अपडेट करने के लिए रोडवेज मुख्यालय में आईटी सेल शनिवार पूरी रात खुला रहा।

यह भी पढ़ें: ट्रायल में ही उखड़ी लीलैंड बसों की वायरिंग, परिवहन निगम में मचा हड़कंप

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।