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रोडवेज बसों के बेटिकट दौड़ने के मामले नहीं हो रहे कम, दो बस फिर मिलीं बेटिकट

सीमित संख्या के साथ प्रदेश के अंदरूनी मार्गों पर संचालित हो रही रोडवेज बसों के बेटिकट दौड़ने के मामले कम नहीं हो रहे। अभी पिछले हफ्ते ऋषिकेश डिपो की दो बसें बेटिकट पकड़ी गई थीं। अब शुक्रवार को पर्वतीय डिपो दून की दो बसें बेटिकट पकड़ी गईं।

By Sunil NegiEdited By: Updated: Sat, 12 Jun 2021 02:05 PM (IST)
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प्रदेश के अंदरूनी मार्गों पर संचालित हो रही रोडवेज बसों के बेटिकट दौड़ने के मामले कम नहीं हो रहे।
जागरण संवाददाता, देहरादून। सीमित संख्या के साथ प्रदेश के अंदरूनी मार्गों पर संचालित हो रही रोडवेज बसों के बेटिकट दौड़ने के मामले कम नहीं हो रहे। अभी पिछले हफ्ते ऋषिकेश डिपो की दो बसें बेटिकट पकड़ी गई थीं। अब शुक्रवार को पर्वतीय डिपो दून की दो बसें बेटिकट पकड़ी गईं। हैरानी वाली बात यह है कि एक बस पर महिला परिचालक तैनात थी। मंडल प्रबंधक संजय गुप्ता की ओर से यह औचक चेकिंग कराई गई थी। मंडल प्रबंधक ने बताया कि प्रवर्तन टीम से पूरी रिपोर्ट मिलने के बाद दोनों परिचालकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

मंडल प्रबंधक की ओर से बस चेकिंग के लिए विशेष प्रवर्तन टीमों को पिछले सप्ताह पर्वतीय मार्गों पर तैनात किया गया था। इस क्रम में शुक्रवार को देहरादून से आराकोट जा रही बस (यूके07पीए-3241) को टीम ने रास्ते में चेक किया तो उसमें पांच सवारी बेटिकट मिलीं। इस बस में विशेष श्रेणी के परिचालक सुनील कुमार की ड्यूटी थी। वहीं, बड़कोट से देहरादून आ रही बस को चेक किया गया तो उसमें भी पांच बेटिकट पकड़े गए। इस बस में नियमित परिचालक माया शर्मा तैनात थीं। बताया गया कि पूर्व में मसूरी मार्ग पर भी बेटिकट मामले में इनका नाम सामने आ चुका है। इसके बाद भी माया को पर्वतीय डिपो में ही तैनात रखा गया। मंडल प्रबंधक संजय गुप्ता ने बताया कि दोनों बसों में बेटिकट की राशि तो बहुत ज्यादा नहीं है, लेकिन बेटिकट की संख्या अधिक है। ऐसे में परिचालकों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

रोडवेज कर्मियों का धरना जारी

वेतन न मिलने से नाराज चल रहे रोडवेज कर्मचारियों का धरना शुक्रवार को दूसरे दिन भी जारी रहा। प्रदेश की समस्त शाखा पर रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद के सदस्यों ने सुबह दस से दोपहर 12 बजे तक धरना दिया। इस दौरान राज्य सरकार के खिलाफ भी नारेबाजी की गई। परिषद ने 19 जून से बेमियादी हड़ताल की चेतावनी दी हुई है। रोडवेज कर्मचारियों को पिछले पांच माह से वेतन नहीं मिला है। कोरोना कफ्यरू लगने के कारण अंतरराज्यीय बस संचालन भी ठप है और रोडवेज की कमाई शून्य है। जो 150 बसें प्रदेश के भीतर चलाई जा रही हैं, वे भी घाटे में चल रही हैं।

वेतन नहीं मिलने पर संयुक्त परिषद ने आंदोलन आरंभ किया है। प्रदेशभर की शाखाओं में दो दिन सुबह के दो घंटे धरना-प्रदर्शन के बाद परिषद ने 14 व 15 जून को सभी मंडल प्रबंधक कार्यालयों में धरना-प्रदर्शन करने और 17 जून को दून के गांधी पार्क में एक दिवसीय प्रदर्शन का एलान किया है। अंत में बेमियादी कार्य बहिष्कार 19 जून से शुरू होना है। परिषद के सदस्यों ने दून में आइएसबीटी, मंडलीय प्रबंधक कार्यालय समेत पर्वतीय डिपो और कार्यशाला में धरना दिया। उन्हें राज्य निगम कर्मचारी अधिकारी संयुक्त परिषद की ओर से भी समर्थन दिया गया है।

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