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हरिद्वार की दो और शिक्षिकाओं के प्रमाणपत्र मिले फर्जी

फर्जी प्रमाणपत्रों से शिक्षक पदों में भर्ती के नए मामले सामने आ रहे हैं। एसआइटी की जांच में हरिद्वार की दो और शिक्षिकाओं के फर्जी प्रमाणपत्र पकड़ में आए हैं।

By BhanuEdited By: Updated: Thu, 06 Sep 2018 10:08 AM (IST)
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हरिद्वार की दो और शिक्षिकाओं के प्रमाणपत्र मिले फर्जी
देहरादून, [जेएनएन]: एसआइटी की जांच में हरिद्वार की दो और शिक्षिकाओं के फर्जी प्रमाणपत्र पकड़ में आए हैं। दोनों के खिलाफ एसआइटी ने मुकदमा दर्ज करने की संस्तुति की है। एसआइटी की जांच में अब तक 57 शिक्षकों की फर्जी डिग्रियां पकड़ में आ चुकी हैं। 

सीआइडी की एसआइटी 2012 से लेकर 2016 के बीच भर्ती हुए शिक्षकों की डिग्री की जांच कर रही है। एसआइटी प्रभारी अपर पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे ने बताया कि शिक्षिका मुनेशवती की नियुक्ति 2015-16 में राजकीय प्राथमिक विद्यालय दुर्गागढ़, बहादराबाद, हरिद्वार में सहायक अध्यापिका के पद पर हुई। 

उनके प्रमाणपत्रों को जांच को भेजा गया था। इसमें से चौधरी चरण सिंह विवि मेरठ ने अपनी आख्या में कहा कि 2002 में मुनेशवती नाम के किसी भी अभ्यर्थी ने उनके विवि से परीक्षा पास नहीं की है। विवि के गोपनीय रिकार्ड व नामांकन मेल न होने से उनके प्रमाणपत्र कूटरचित बताए गए। 

इसी प्रकार राजकीय प्राथमिक विद्यालय सुल्तानपुर, लक्सर में तैनात सीमा गुप्ता की नियुक्ति 2009 में हुई। मगर, एसआइटी की जांच में उनके हाईस्कूल के प्रमाणपत्र सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद इलाहाबाद को भेजे गए तो परिषद ने इस अनुक्रमांक का कोई भी विद्यार्थी न होने की बात कही। 

कूटरचना की पुष्टि होने पर एसआइटी ने दोनों शिक्षिकाओं के खिलाफ मुकदमे की संस्तुति कर दी है। एसआइटी प्रभारी श्वेता चौबे ने बताया कि इसके अलावा दोनों शिक्षिकाओं के मूल निवास, जाति और दूसरे प्रमाणपत्र की भी जांच कराई जा रही है। मगर नियुक्ति में हाईस्कूल और बीए के प्रमाणपत्र भी जरूरी थे, ऐसे में उनके खिलाफ मुकदमे की कार्रवाई की संस्तुति दी गई है। 

फर्जी डिग्री मामले में शिक्षकों पर होगी विभागीय चार्जशीट

शिक्षा निदेशक आरके कुंवर का कहना है कि फर्जी डिग्रीधारी शिक्षक हो या फिर अधिकारी, सबकी निष्पक्ष जांच कराई जा रही है। एसआइटी की जांच में फर्जीवाड़ा सामने आने पर आरोपित शिक्षकों के खिलाफ विभागीय चार्जशीट की तैयारी चल रही है। मुख्य शिक्षा अधिकारियों की डिग्री को लेकर एसआइटी का पत्र अभी नहीं मिला है। 

प्रदेश में फर्जी डिग्रीधारी शिक्षकों के खिलाफ चल रही जांच पर शिक्षा विभाग भी सख्त हो गया है। शिक्षा निदेशक आरके कुंवर का कहना है कि एसआइटी की जांच के बाद 24 शिक्षकों के खिलाफ मुकदमे की कार्रवाई हो चुकी है। 50 से ज्यादा शिक्षकों के खिलाफ विभागीय चार्जशीट की तैयारी की जा रही है। 

उन्होंने कहा कि वह पिछले तीन दिनों से हाईकोर्ट के काम से नैनीताल में हैं। मुख्य शिक्षा अधिकारियों की डिग्री से जुड़ा एसआइटी के पत्र जानकारी में नहीं है। हाईकोर्ट से लौटने के बाद इसकी जानकारी जुटाई जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि फर्जीवाड़े में शिक्षक हों या फिर अधिकारी, किसी को बख्शा नहीं जाएगा। एसआइटी अपना काम कर रही है। 

विभाग फर्जीवाड़े की रिपोर्ट मिलने या पुष्टि होने पर संबंधित के खिलाफ चार्जशीट की जाएगी। उन्होंने कहा कि पकड़ में आए शिक्षकों की नियुक्ति देने में यदि कमेटी के सदस्यों की संलिप्तता पाई गई तो उन पर भी कार्रवाई होगी। सत्यापन के बिना ही नियुक्ति दिए जाने वाले मामलों की विभागीय स्तर पर भी जांच कराई जाएगी।

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