चकराता के छजाड गांव में सिलेंडर फटने से दो आवासीय मकान जलकर राख
चकराता के छजाड गांव में सिलेंडर फटने से एक मकान से निकली आग की चिंगारी पड़ोसी के मकान तक पहुंच गए। आग से दो ग्रामीणों के आवासीय मकान जलकर राख हो गए।
By Sunil NegiEdited By: Updated: Mon, 13 Jul 2020 10:05 AM (IST)
चकराता (देहरादून), जेएनएन। रविवार शाम को सीमांत तहसील क्षेत्र अंतर्गत छजाड गांव में सिलेंडर फटने से एक ग्रामीण के मकान से निकली आग की चिंगारी पड़ोसी के मकान तक पहुंच गए। आग लगने से दो ग्रामीणों के आवासीय मकान जलकर राख हो गए। मौके पर पहुंचे आसपास के ग्रामीणों ने बड़ी मुश्किल से आग पर काबू पाया। ग्रामीणों की सूझबूझ से बस्ती क्षेत्र में अन्य मकान आग की चपेट में आने से बच गए।
जानकारी के अनुसार, चकराता ब्लॉक के सुदूरवर्ती कथियान से सटे छजाड गांव में रामचंद्र नामक ग्रामीण के मकान में रविवार शाम करीब साढे़ आठ बजे रसोई गैस लीक होने से सिलेंडर में लगी आग के चलते लकड़ी से निर्मित मकान से धुंआ निकलने लगा। इस दौरान घर के कमरे में सो रहे परिवार के लोग जान बचाने को बाहर की तरफ दौड़े। देखते ही देखते आग फैलने लगी। सिलेंडर फटने से जोर का धमाका हुआ। जिससे मकान के चारों तरफ आग ने विकराल रूप ले लिया।
रामचंद्र के घर से फैली आग की चिंगारी पड़ोस में बबलू के मकान तक पहुंच गई। भीषण आग लगने से रामचंद्र और बबलू दोनों ग्रामीण परिवारों के दो मंजिला आवासीय भवन कुछ ही देर में जलकर राख हो गए। गैस सिलेंडर फटने से दोनों मकान में लगी आग आग के चलते उसके अंदर रखा सारा सामान जलकर नष्ट हो गया। आग से मकान के अंदर रखा राशन, कपड़े, जेवरात और अन्य कीमती सामान जलकर राख हो गए। जिससे पीड़ित परिवार को लाखों का नुकसान हुआ है।
दोनों ग्रामीण परिवारों के पास अब रहने के लिए छत नहीं बची। दोनों मकानों में लगी भीषण आग के चलते गांव में अफरा-तफरी मच गई। बड़ी संख्या में मौके पर पहुंचे स्थानीय ग्रामीणों ने अपने संसाधनों से कड़ी मशक्कत के बाद किसी तरह आग पर काबू पाया। जिस कारण आबादी क्षेत्र में बसे अन्य ग्रामीणों के मकानों को आग की चपेट में आने से बचा लिया। गनीमत यह रही जिस वक्त मकान में आग लगी दोनों परिवार के सभी सदस्य और अन्य ग्रामीण जान बचाने को घटनास्थल से दूर चले गए।
वर्षों की मेहनत पल भर में जलकर राखआगजनी की इस घटना से दोनों ग्रामीण परिवारों की वर्षों की मेहनत पल भर में जलकर राख हो गई। बेबस-लाचार पीड़ित परिवारों के पास अपनी बर्बादी को देखने के सिवाय और कोई दूसरा चारा नहीं बचा। यह भी पढ़ें: सड़क पर दौड़ रही कार के बोनट से उठने लगा धुआं, चालक के उतरते ही बनी आग का गोला
पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा देने की मांगपूर्व प्रधान नरेश शर्मा व पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य पान सिंह राणा ने स्थानीय प्रशासन से दोनों पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा देने की मांग की है। फिलहाल ग्रामीणों ने बेघर हुए दोनों परिवारों को अपने घरों में शरण दी है। वही, तहसीलदार त्यूणी पूरण सिंह तोमर ने कहा छजाड गांव में आग लगने की घटना का पता चला है। सूचना के तुरंत बाद क्षेत्रीय राजस्व निरीक्षक केशव दत्त जोशी को टीम सहित मौके के लिए रवाना कर दिया। तहसीलदार ने कहा आगजनी से हुए नुकसान का पता लगाया जा रहा है।
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