उत्तराखंड विधानसभा में आज प्रस्तुत होगा UCC विधेयक, समान नागरिक संहिता पर होगी चर्चा
उत्तराखंड विधानसभा सत्र में मंगलवार को सरकार की ओर से समान नागरिक संहिता से संबंधित विधेयक सदन में प्रस्तुत किया जाएगा। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विधेयक पेश होगा और फिर इस पर चर्चा भी शुरू हो जाएगी। इसके साथ ही राज्य आंदोलनकारियों को सरकारी सेवाओं में 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण दिए जाने के संबंध में भी प्रवर समिति की रिपोर्ट सदन में पेश की जाएगी।
राज्य ब्यूरो, देहरादून। उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) लागू करने की दिशा में धामी सरकार अब सबसे महत्वपूर्ण पड़ाव पर पहुंच गई है। विधानसभा सत्र में मंगलवार को सरकार की ओर से समान नागरिक संहिता से संबंधित विधेयक सदन में प्रस्तुत किया जाएगा।
इस बीच सोमवार को हुई विधानसभा की कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में देश और राज्य के लिए महत्वपूर्ण इस विधेयक को देखते हुए मंगलवार को प्रश्नकाल व शून्यकाल स्थगित रखने का निर्णय लिया गया।
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विधेयक पेश होगा और फिर इस पर चर्चा भी शुरू हो जाएगी। इसके साथ ही राज्य आंदोलनकारियों को सरकारी सेवाओं में 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण दिए जाने के संबंध में भी प्रवर समिति की रिपोर्ट सदन में पेश की जाएगी।
प्रीतम सिंह ने कार्यमंत्रणा समिति से इस्तीफा देने की घोषणा की
उधर, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और वरिष्ठ कांग्रेस विधायक प्रीतम सिंह ने सत्र में प्रश्नकाल व शून्यकाल स्थगित रखने के विरोध में कार्यमंत्रणा समिति से इस्तीफा देने की घोषणा की है। यही नहीं, कांग्रेस ने देर शाम को इस विषय पर राजभवन में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) से भी मुलाकात की।प्रदेश में समान नागरिक संहिता लागू करना धामी सरकार की प्राथमिकता
हालांकि विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने कहा कि कांग्रेस के दोनों नेता बैठक से चले गए थे, लेकिन उन्हें किसी का इस्तीफा नहीं मिला है। प्रदेश में समान नागरिक संहिता लागू करना धामी सरकार की प्राथमिकता में शामिल है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 27 मई, 2022 को जस्टिस रंजना प्रकाश देसाई (सेनि) की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय विशेषज्ञ समिति गठित की।
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