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एक माफिया डॉन ने किया उत्‍तराखंड शासन की नाक में दम, जेल में बन गया संत; अब होगी जांंच

Underworld Don PP माफिया डॉन प्रकाश पांडे उर्फ पीपी को जेल में महंत पद की दीक्षा दिए जाने के प्रकरण को शासन ने गंभीरता से लिया है। पीपी को जेल में ही श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा का संत और मठाधीश बनाए जाने के मामले में अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक श्रीमहंत हरिगिरि ने मामले में जांच बैठा दी है। वहीं अब उत्‍तराखंड शासन ने भी इस प्रकरण में जांच बैठा दी है।

By kedar dutt Edited By: Nirmala Bohra Updated: Sun, 08 Sep 2024 08:35 PM (IST)
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Underworld Don PP: माफिया डान पीपी को जेल में दीक्षा देने के प्रकरण की जांच

राज्य ब्यूरो, जागरण देहरादून। Underworld Don PP: अल्मोड़ा जिला कारागार में आजीवन कारावास की सजा काट रहे माफिया डॉन प्रकाश पांडे उर्फ पीपी को जेल में महंत पद की दीक्षा दिए जाने के प्रकरण को शासन ने गंभीरता से लिया है। मामले में जांच बिठा दी गई है।

विशेष सचिव गृह रिद्धिम अग्रवाल ने अपर महानिरीक्षक कारागार प्रशासन एवं सुधार सेवा विभाग यशवंत चौहान को जांच अधिकारी नामित किया है। उन्हें एक सप्ताह में जांच कर आख्या शासन को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।

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जूना अखाड़े की ओर से जेल में ही दीक्षा दी गई

वहीं, माफिया डॉन प्रकाश पांडेय उर्फ पीपी को जेल में ही श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा का संत और मठाधीश बनाए जाने के मामले में अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक श्रीमहंत हरिगिरि ने मामले में जांच बैठा दी है।

तमाम संगीन आपराधिक मामलों में अल्मोड़ा जिला कारागार में सजा काट रहे माफिया डॉन पीपी को गुरुवार को जूना अखाड़े की ओर से जेल में ही दीक्षा दी गई थी। दीक्षा के बाद उसे प्रकाशानंद गिरि नाम दिया गया। साथ ही, पीपी को पांच मठ व आश्रमों का उत्तराधिकारी भी घोषित किया गया।

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शासन भी चौकन्ना

अल्मोड़ा में श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के थानापति राजेंद्र गिरि ने पत्रकारों से यह जानकारी साझा की थी। माफिया डॉन पीपी को जेल में दीक्षा देने के इस प्रकरण के सुर्खियां बनने के बाद इसे लेकर शासन भी चौकन्ना हो गया। इस सबको देखते हुए प्रकरण में जांच बिठाई गई है।

उधर, श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक श्रीमहंत हरगिरि ने भी इस मामले में जांच बिठा दी है। शनिवार को उन्होंने हरिद्वार में पत्रकारों से बातचीत में जानकारी साझा की कि जांच समिति में अखाड़े के सात संतों को शामिल किया गया है।