विवि-कॉलेज कर रहे ऑफलाइन कक्षाओं की तैयारी, यूजीसी और केंद्र सरकार की गाइडलाइन का है इंतजार
उत्तराखंड के कॉलेज और विश्वविद्यालय लंबे समय बाद अब ऑफलाइन कक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। संभावना है कि यूजीसी और केंद्र सरकार एक जुलाई से कुछ नये नियमों के साथ कॉलेज विवि को छात्रों के लिए खोलने की अनुमति दे सकती है।
By Raksha PanthriEdited By: Updated: Tue, 22 Jun 2021 01:37 PM (IST)
जागरण संवाददाता, देहरादून। उत्तराखंड के कॉलेज और विश्वविद्यालय लंबे समय बाद अब ऑफलाइन कक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। संभावना है कि यूजीसी और केंद्र सरकार एक जुलाई से कुछ नये नियमों के साथ कॉलेज विवि को छात्रों के लिए खोलने की अनुमति दे सकती है।
पिछले साल कोरोना वायरस संक्रमण के चलते लगे लॉकडाउन सेे मार्च माह से बंद प्रदेश के ज्यादातर कॉलेजों में केवल ऑनलाइन कक्षाएं ही चल रही हैं। निजी कॉलेज और विवि ने ऑनलाइन परीक्षाओं का आयोजन भी सफलता पूवर्क किया है, जबकि सरकारी कॉलेजों में प्रथम व द्वितीय वर्ष के छात्रों को प्रोन्नत किया गया। केवल स्नातक व स्नातकोत्तर अंतिम वर्ष के छात्रों के पेपर ऑफलाइन ही हुए।श्रीदेव सुमन विवि के कुलपति डॉ. पीपी ध्यानी के मुताबिक एक जुलाई से कुछ नियमों के साथ केंद्र सरकार विवि में छात्र-छात्राओं की कक्षाएं शुरू करने की अनुमति दे सकती है। अगर अनुमति मिलती है तो कक्षाओं में शारीरिक दूरी नियम का पालन करते हुए कक्षाएं संचालित की जा सकती है। शिक्षक मास्क के अलावा फेस सील्ड पहनकर भी कक्षाएं ले सकते हैं। एक स्थान पर छात्रों की भीड़ एकत्र होने पर प्रतिबंध होगा। ग्रुप बनाकर छात्र कॉलेज या घरों को नहीं जा सकते हैं।
डीएवी पीजी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अजय सक्सेना ने कहा कि यदि कॉलेज छात्रों के लिए खोलने की अनुमति मिलती है तो इसके लिए विशेष तैयारियां की जाएगी। पहले ही कॉलेज में शिक्षकों की निगरानी कमेटी बनाई गई थी, जो छात्रों की भीड़ पर नजर रखती थी। डीएवी कॉलेज में 12 हजार से अधिक छात्र-छात्राएं हैं, जिन्हें शारीरिक दूरी नियम का पालन करवाना आसान नहीं है।यह भी पढ़ें- CBSE की तर्ज पर अंक देने का फार्मूला तकरीबन तय, समिति दो दिन के अंदर शासन को सौंपेगी रिपोर्ट
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