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आराम की अवस्था में करें पल्स ऑक्सीमीटर का प्रयोग, पढ़िए पूरी खबर

गांधी शताब्दी अस्पताल के वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. प्रवीण पंवार का कहना है कि पल्स ऑक्सीमीटर से रीडिंग तभी लें जब आप आराम की अवस्था में हों। शांत मन से रीडिंग लें। इसके अलावा हाथ की अंगुलियां न अधिक ठंडी हों न ही अधिक गर्म।

By Sunil NegiEdited By: Updated: Tue, 04 May 2021 10:42 AM (IST)
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आराम की अवस्था में करें पल्स ऑक्सीमीटर का प्रयोग।

जागरण संवाददाता, देहरादून। कोरोना के संक्रमणकाल में पल्स ऑक्सीमीटर के लिए होड़ मची है। इसके चलते बाजार से ऑक्सीजमीटर गायब हो गए हैं और जो मिल रहे हैं, उनकी गुणवत्ता की कोई गारंटी नहीं है। इसके अलावा चिकित्सा उपकरणों के विक्रेता मनमाने के दाम वसूल रहे हैं। जितना जरूरी एक बेहतर गुणवत्ता का ऑक्सीमीटर खरीदना है, उतना ही जरूरी यह भी है कि रीडिंग कैसे ली जाए। क्योंकि गलत प्रयोग से रीडिंग सही नहीं आएगी और आप बिना बात टेंशन में आ जाएंगे। 

गांधी शताब्दी अस्पताल के वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. प्रवीण पंवार का कहना है कि पल्स ऑक्सीमीटर से रीडिंग तभी लें, जब आप आराम की अवस्था में हों। शांत मन से रीडिंग लें। इसके अलावा हाथ की अंगुलियां न अधिक ठंडी हों, न ही अधिक गर्म। साथ ही अंगुली पर नेल पॉलिश, डाई, क्रीम या टैटू आदि न हो। जहां तक संभव हो साफ अंगुली पर ही पल्स ऑक्सीमीटर का प्रयोग करें। जिस कंपनी का आप ऑक्सीमीटर खरीद रहे हैं, उसकी जानकारी इंटरनेट पर जुटा लें।

इस तरह ऑक्सीजन का स्तर मापता है ऑक्सीमीटर

ऑक्सीमीटर इंफ्रारेड का प्रयोग कर खून में मौजूद ऑक्सीजन की मात्रा बताता है। यह एक साधारण उपकरण है और क्लिप की भांति इसमें अंगुली को फंसाना होता है। ध्यान रखें कि अंगुली इसमें अधिक टाइट व ढीली नहीं होनी चाहिए। तभी उचित रीडिंग मिल पाएगी। 

92 से कम मिले ऑक्सीजन स्तर तो डाक्टर को बताएं 

लाल रक्त कोशिकाओं (आरबीसी) में मौजूद होमोग्लोबिन ऑक्सीजन के साथ खुद को बांध लेता है और शरीर के अलग-अलग हिस्सों तक खून पहुंचाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के पल्स ऑक्सीमीटर ट्रेनिंग मैनुअल के मुताबिक, हीलोग्लोबिन का हर कण ऑक्सीजन के चार कणों को ले जा सकता है। जिस व्यक्ति के शरीर में हीमोग्लोबिन ऑक्सीजन के चार कणों को खुद से बांध पाता है, उस व्यक्ति के खून में ऑक्सीजन की मात्रा 100 होती है। सामान्य तौर पर हीमोग्लोबिन में ऑक्सीजन की मात्रा 95 फीसद या इससे अधिक होनी चाहिए। हालांकि, जिन व्यक्तियों को सांस लेने में दिक्कत रहती है या छाती में दर्द व श्वास संबंधी रोग है, उनमें यह मात्रा 94 फीसद से कम हो सकती है। कोविड-19 में भी ऑक्सीजन का स्तर गिर जाता है। यह स्तर 92 व इससे कम पर रहने लगे तो यह गंभीर संकेत माने जाते हैं। 

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