Move to Jagran APP

'50 से अधिक आबादी वाले गांवों में 2030 तक पहुंचेगी सड़क'...उत्‍तराखंड के स्‍थापना दिवस पर बोले CM धामी

उत्तराखंड में 50 से अधिक आबादी वाले सभी गांवों को वर्ष 2030 तक सड़क सुविधा से जोड़ दिया जाएगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य की स्थापना के 24 वर्ष पूरे होने पर यह घोषणा की। उन्होंने युवाओं के सर्वांगीण विकास के लिए विशिष्ट युवा नीति बनाने की भी बात कही। कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में उत्तराखंड देश का अग्रणी राज्य बनने की ओर अग्रसर है।

By Vikas gusain Edited By: Vivek Shukla Updated: Sun, 10 Nov 2024 08:37 AM (IST)
Hero Image
चीफ आफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान को उत्तराखंड गौरव सम्मान प्रदान करते राज्यपाल व मुख्यमंत्री धामी। जागरण
राज्य ब्यूरो, जागरण, देहरादून। प्रदेश में 50 से अधिक आबादी वाले गांव वर्ष 2030 तक सड़क सुविधा से जुड़ जाएंगे। यही नहीं, उत्तराखंड राज्य के निर्माण और फिर इसके विकास में महत्वपूर्ण योगदान देने वाली मातृशक्ति के सामाजिक, आर्थिक व राजनीतिक सशक्तीकरण के दृष्टिगत सरकार महिला नीति लाने जा रही है, जिसे शीघ्र ही अधिसूचित किया जाएगा।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य की स्थापना के 24 वर्ष पूरे होने और रजत जयंती वर्ष में प्रवेश करने के अवसर पर यह घोषणाएं कीं। उन्होंने युवाओं के सर्वांगीण विकास के लिए विशिष्ट युवा नीति बनाने की बात भी कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनवरी में होने वाले राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड के जो खिलाड़ी मेडल जीतेंगे, उनको पुरस्कार के लिए नियत धनराशि के बराबर की धनराशि राज्य सरकार द्वारा अतिरिक्त रूप से प्रदान की जाएगी।

मुख्यमंत्री धामी ने शनिवार को पुलिस लाइन में आयोजित राज्य स्थापना दिवस कार्यक्रम में सबसे पहले अल्मोड़ा बस दुर्घटना के मृतकों को श्रद्धांजलि दी। अपने संबोधन में उन्होंने उत्तराखंड के रजत जयंती वर्ष में प्रवेश करने राज्यवासियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में उत्तराखंड देश का अग्रणी राज्य बनने की ओर अग्रसर है।

राज्य स्थापना दिवस पर विधानसभा भवन में बलिदानी आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि अर्पित करतीं विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण। सूवि


इसे भी पढ़ें-यूपी में दीवाली-छठ के बाद धुंध-प्रदूषण बढ़ा, संगमनगरी की हवा तेजी से हो रही खराब

शहर से सुदूरवर्ती गांवों तक सड़कों का निर्माण किया जा रहा है। विभिन्न जिलों में हेली सेवा प्रदान करने के साथ ही एयरपोर्ट व हेलीपोर्ट का निर्माण हो रहा है। पर्यटन, कृषि, बागवानी, उद्योग सहित विभिन्न क्षेत्रों में राज्य तेजी से आगे बढ़ रहा है।

उन्होंने कहा कि सरकार ने उत्तराखंड का विकास सुनिश्चित करने के साथ ही प्रदेश हित में कई कठोर व ऐतिहासिक निर्णय लिए हैं। इनके सकारात्मक परिणाम भी नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य स्थापना दिवस का रजत जयंती वर्ष उत्तराखंड को देश का अग्रणी राज्य बनाने की दृष्टि से ऐतिहासिक साबित होने जा रहा है। सरकार इसके लिए अपने विकल्प रहित संकल्प के मूल मंत्र के साथ निरंतर आगे बढ़ती रहेगी।

इसे भी पढ़ें-लंबे समय तक यौन संबंध से इनकार बन सकता तलाक का आधार : हाई कोर्ट

मुख्यमंत्री ने यह भी कीं घोषणाएं

  • सड़क दुर्घटनाओं पर रोकथाम को बनेगी समग्र नीति।
  • आपदा में मार्ग व पुल क्षतिग्रस्त होने पर स्थापित होंगे वेलीब्रिज।
  • अन्य राज्यों में रहने वाले प्रवासियों के लिए हर वर्ष नवंबर में राष्ट्रीय उत्तराखंडी प्रवासी दिवस।
  • विदेशों में रहने वाले प्रवासियों के लिए हर वर्ष जनवरी में होगा अंतरराष्ट्रीय उत्तराखंडी प्रवासी दिवस।
  • सड़कों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने को ठेकेदार व अभियंताओं की जिम्मेदारी की जाएगी तय।
  • राज्य में मुख्यमंत्री जच्चा-बच्चा प्रोत्साहन सहायता योजना जल्द होगी लागू।

पुलिस की रैतिक परेड और हैरतंगेज करतबों ने किया रोमांचित

देहरादून: उत्तराखंड राज्य ने 24 वर्ष पूर्ण कर 25वें वर्ष में कदम रख दिया है। इस अवसर पर रिजर्व पुलिस लाइन में स्थापना दिवस समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें पुलिस की रैतिक परेड और हैरतंगेज करतबों ने दर्शकों को रोमांच से भर दिया। श्वान दस्ता, अश्व दस्ते और बम निरोधक दस्ते के प्रदर्शन ने आगंतुकों को स्तब्ध कर दिया।

पहली बार परेड में महिला पुलिस अधिकारियों ने प्लाटून का नेतृत्व किया और घुड़सवारी दस्ते में भी दमखम दिखाया। प्रधानमंत्री मोदी के वीडियो संदेश के साथ ही राज्यपाल और मुख्यमंत्री के अभिभाषण ने भी दर्शकों में नई ऊर्जा का संचार किया। शनिवार को उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित मुख्य कार्यक्रम में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेनि) गुरमीत सिंह व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रतिभाग किया।

इस अवसर पर राज्यपाल ने रैतिक परेड का निरीक्षण कर सलामी ली। राज्यपाल ने विशिष्ट सेवाओं के लिए ''''राष्ट्रपति पुलिस पदक'''' एवं ''''पुलिस पदक'''' प्राप्त पुलिस अधिकारियों को सम्मानित भी किया। साथ ही विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए पांच हस्तियों को उत्तराखंड गौरव सम्मान से नवाजा गया। परेड में कुल 10 टोली एवं एक निशान टोली ने प्रतिभाग किया। प्रत्येक टोली की प्लाटून कमांडर समेत 27 कर्मचारी परेड में शामिल हुए। निशान टोली की जनशक्ति एक प्लाटून कमांडर व नौ कर्मचारी उपस्थित रहे।

एसएसपी ने संभाली मुख्य कमांड की जिम्मेदारी राज्य स्तरीय कार्यक्रम में होने वाली परेड में एसएसपी अजय सिंह परेड की कमांड संभाली। वर्ष-2023 में स्थापना पर आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में भी एसएसपी अजय सिंह ने ही कमांड संभाली थी और बेहतर प्रदर्शन किया था। इस दौरान मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुईं राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने भी एसएसपी की तारीफ की थी। वहीं एएसपी उधमसिंहनगर निहारिका तोमर द्वितीय व सीओ रीना राठौर तृतीय कमांडर की भूमिका में रहे।

महिला सशक्तीकरण पर जोर, पहली बार दिया प्रतिनिधित्व

पूर्व में राज्य स्थापना दिवस पर केवल पुरुष जवान ही घुड़सवारी में हिस्सा लेते थे, लेकिन इस बार महिलाएं पुलिसकर्मी भी अपने साहस का परिचय दिया। इसके अलावा वायरलैस में तैनात महिला टोली को परेड में पहली बार शामिल किया गया। परेड में पुलिस की कुल 10 टोली ने प्रतिभाग किया, सभी टोलियों की कमांडर महिला पुलिसकर्मी रहीं। जिसमें प्लाटून यातायात पुलिस कमांडर महिला उपनिरीक्षक पूनम शाह, प्लाटून सशस्त्र पुलिस कमांडर रजनी चमोली, प्लाटून नागरिक पुलिस कमांडर टीना रावत, प्लाटून 31वीं वाहिनी पीएसी कमांडर ज्योति पंवार, प्लाटून 40वीं वाहिनी पीएसी कमांडर स्मृति रावत, प्लाटून पुलिस दूरसंचार महिला दल कमांडर दीपा रानी, प्लाटून 46वीं वाहिनी पीएसी कमांडर विनयता चौहान, प्लाटून आइआरबी प्रथम कमांडर किरन डोभाल, प्लाटून आइआरबी द्वितीय कमांडर हिमानी चौधरी रहीं।

श्वान दस्ते के प्रदर्शन पर तालियों की गड़गड़ाहट से गूंजा पुलिस लाइन

पुलिस के विभिन्न दस्तों ने रैतिक परेड के बाद अन्य करतब व गतिविधियां प्रस्तुत की। खासकर श्वान दस्ते का प्रदर्शन आकर्षण का केंद्र रहा। जर्मन शेफर्ड और लेबरडोर के साथ ही एक स्ट्रे डाग ने भी करतब और अन्य गतिविधियों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। डाग स्क्वायड डेमो प्रभारी निरीक्षक मुकेश दास, अमेजिंग ड्रिल डेमो प्रभारी प्लाटून कमांडर धन सिंह, एटीएस डेमो प्रभारी निरीक्षक नीरज कुमार, हिम रक्षक डेयरडेविल्स डेमो प्रभारी उपनिरीक्षक लक्ष्मी रावत और हार्स शो डेमो प्रभारी अपर उपनिरीक्षक श्याम सिंह थे।

उत्तराखंड का गौरव हैं यह हस्तियां

राज्य स्थापना दिवस कार्यक्रम में इस वर्ष के उत्तराखंड गौरव सम्मान के लिए चयनित हस्तियों के नाम भी घोषित किए गए। जिनमें देश के चीफ आफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, लोक गायक प्रीतम भरतवाण, समाज सेवक एवं आध्यात्मिक गुरु माता मंगला, अभिनेता हेमंत पांडेय और वरिष्ठ चिकित्सक डा. महेश कुड़ियाल को उत्तराखंड गौरव सम्मान दिया गया। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड गौरव सम्मान पुरस्कार-2024 के लिए उक्त हस्तियों को सम्मानित किया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बलिदानियों को किया नमन

राज्य स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सबसे पहले देहरादून कचहरी परिसर स्थित शहीद स्मारक पहुंचे। जहां उन्होंने पुष्पांजलि अर्पित कर उत्तराखंड राज्य आंदोलन के बलिदानियों को श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज उत्तराखंड राज्य रजत जयंती वर्ष में प्रवेश कर गया है। हमारे राज्य आंदोलनकारियों द्वारा राज्य निर्माण के लिए किए गए संघर्षों के परिणामस्वरूप ही राज्य का गठन हुआ। मुख्यमंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी का भी इस अवसर पर स्मरण किया जिन्होंने उत्तराखंड राज्य की नींव रखी। इस अवसर पर राज्यसभा सदस्य एवं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट और विधायक खजान दास भी उपस्थित थे।

मंच पर स्थान न दिए जाने पर भड़के विधायक

राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर रिजर्व पुलिस लाइन में आयोजित कार्यक्रम में क्षेत्रीय विधायक को ही बैठने का स्थान नहीं मिला। मंच पर मुख्य अतिथि समेत मंत्रियों को स्थान दिया गया। जबकि, विधायकों के लिए आम दर्शकों के साथ ही बैठने की व्यवस्था की गई थी। धर्मपुर विधायक पहुंचे तो उन्हें भीड़ के बीच बैठने को कहा गया, जिस पर उन्होंने कड़ी नाराजगी जताई और वहां से चल दिए। धर्मपुर विधायक राज्य आंदोलनकारी भी हैं और आयोजन उन्हीं की विधानसभा क्षेत्र में हो रहा था।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।