Uttarakhand Bypoll : मुख्यमंत्री धामी को चुनौती दे रही कांग्रेस की नजरें मत प्रतिशत बढ़ाने पर, झोंकी ताकत
Uttarakhand Bypoll कांग्रेस के तमाम दिग्गज नेता मतदाताओं को गुपचुप तरीके से लुभाने में ताकत झोंक रहे हैं। खटीमा सीट पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पराजित कर चुकी पार्टी अब चम्पावत उपचुनाव में भी पूरा जोर लगा रही है।
By Nirmala BohraEdited By: Updated: Sun, 29 May 2022 09:47 AM (IST)
राज्य ब्यूरो, देहरादून : Uttarakhand Bypoll : चम्पावत उपचुनाव में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को चुनौती दे रही कांग्रेस की नजरें मत प्रतिशत बढ़ाने पर हैं। इसके पीछे पार्टी की रणनीति विधानसभा क्षेत्र में अपनी मजबूत पकड़ साबित करने की है। तमाम दिग्गज नेता इसे ध्यान में रखकर ही मतदाताओं को गुपचुप तरीके से लुभाने में ताकत झोंक रहे हैं।
मत प्रतिशत बढ़ाने में सफलता मिली
पांचवीं विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को दोबारा हार तो मिली, लेकिन उसे मत प्रतिशत बढ़ाने में सफलता मिली। ऊधमसिंह नगर जिले की खटीमा सीट पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पराजित कर चुकी पार्टी अब चम्पावत उपचुनाव में भी पूरा जोर लगा रही है। यद्यपि, उपचुनाव में पार्टी ने प्रत्याशी बदला है।
पिछले प्रत्याशी हेमेश खर्कवाल के उपचुनाव में रुचि नहीं लेने के बाद प्रमुख विपक्षी दल ने रणनीति के अंतर्गत महिला प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी को आगे किया। अब प्रयास किया जा रहा है कि कांग्रेस प्रत्याशी को अधिक संख्या में मत प्राप्त हों।
कांग्रेस उपचुनाव को लेकर सतर्क है। मुख्यमंत्री धामी के रूप में दमदार प्रत्याशी को चुनौती देने को पार्टी पूरा जोर लगा रही है। पार्टी का ध्यान मत प्रतिशत बढ़ाने पर है। पांचवीं विधानसभा चुनाव में पार्टी ने अपने प्रदर्शन को अपेक्षाकृत बेहतर किया है।
चम्पावत में कांग्रेस प्रत्याशी हेमेश खर्कवाल को भाजपा ने 5304 मतों के अंतर से पराजित किया था। इससे पहले 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा विधायक गहतोड़ी को 36601 मत और खर्कवाल को 19241 मत पर संतोष करना पड़ा था। पांचवीं विधानसभा चुनाव में मत प्रतिशत बढ़ाने में कांग्रेस सफल रही थी।
गहतोड़ी के इस्तीफे से रिक्त हुई चम्पावत सीट पर उपचुनाव में मुख्यमंत्री धामी को मिलने वाले मतों पर कांग्रेस की नजरें इसी पर टिकी हैं। पार्टी की रणनीति यही है कि मत प्रतिशत बढ़ाकर भाजपा और सरकार पर मनोवैज्ञानिक दबाव बनाया जाए।उपचुनाव प्रदेश कांग्रेस के नए अध्यक्ष करन माहरा और नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य के लिए परीक्षा से कम नहीं हैं। पार्टी नेतृत्व की ओर से किए गए बदलाव के प्रभाव को उपचुनाव के जरिये आंका जाएगा। 31 मई को मतदान कर मतदाता अपना निर्णय देंगे। परिणाम में कांग्रेस की उम्मीद कहां तक पूरी हुई, तीन जून को चुनाव परिणाम के बाद ही यह सामने आ सकेगा।
दो विधानसभा चुनावों में भाजपा और कांग्रेस को प्राप्त मत का ब्योराविधानसभा चुनाव- भाजपा- कांग्रेस- अंतर2022- 32547- 27243- 53042017-36601- 19241- 17360
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