उत्तराखंड मुख्यमंत्री छात्रवृत्ति योजना परीक्षा का परिणाम घोषित, 1968 छात्रों का चयन; बागेश्वर की आरती ताकुली ने मारी बाजी
एससीईआरटी ने बीते 30 अक्टूबर को प्रदेशभर के 506 परीक्षा केंद्रों पर दो पाली में यह परीक्षा ली थी। समस्त छात्रों में से प्रत्येक विकासखंड से 10 प्रतिशत छात्रों का मुख्यमंत्री छात्र प्रोत्साहन छात्रवृत्ति योजना के लिए चयन हुआ है। जो इस बार सफल नहीं हुए हैं वह आगे नौवीं कक्षा में एक बार फिर से छात्रवृत्ति परीक्षा देकर सफल हो सकते हैं।
जागरण संवाददाता, देहरादून। Chief Minister Scholarship Scheme: राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने मुख्यमंत्री छात्र प्रोत्साहन छात्रवृत्ति योजना (जूनियर वर्ग कक्षा छह) का परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया है। परीक्षा के लिए 21,679 छात्र-छात्राओं ने पंजीकरण किया था, जबकि 19,634 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी। जिसमें से 1,968 छात्रों का चयन हुआ है।
बागेश्वर जनपद के कपकोट विकासखंड के राजकीय इंटर कालेज खाती की छात्रा कुमारी आरती ताकुली ने 97.5 प्रतिशत अंक प्राप्त कर प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है। इसी विकासखंड के राजकीय इंटर कालेज सोराग की कुमारी दिया व लक्की सिंह, देहरादून जनपद के राजकीय इंटर कालेज विकासनगर की छात्रा कुमारी इशिका ने 96.6 प्रतिशत अंक पाकर राज्य में संयुक्त रूप से दूसरा स्थान प्राप्त किया है।
एससीईआरटी ने बीते 30 अक्टूबर को प्रदेशभर के 506 परीक्षा केंद्रों पर दो पाली में यह परीक्षा ली थी। समस्त छात्रों में से प्रत्येक विकासखंड से 10 प्रतिशत छात्रों का मुख्यमंत्री छात्र प्रोत्साहन छात्रवृत्ति योजना के लिए चयन हुआ है।
मेरिट के आधार पर चयनित हुए विद्यार्थी अपना परीक्षा फल राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद की वेबसाइट www.scert.uk.gov.in और विद्यालयी शिक्षा उत्तराखंड की वेबसाइट www.schooleducation.uk.gov.in पर देख सकते हैं। कक्षा नौ के लिए मुख्यमंत्री छात्र प्रोत्साहन छात्रवृत्ति योजना का परीक्षा फल फरवरी में घोषित किया जाएगा।
असफल छात्र नौंवी की कक्षा में दे सकते हैं परीक्षा
विद्यालयी शिक्षा महानिदेशक उत्तराखंड बंशीधर तिवारी ने कहा, मुख्यमंत्री छात्र प्रोत्साहन छात्रवृत्ति योजना में जो छात्र-छात्राएं सफल हुए हैं उन्हें शुभकामनाएं। जो इस बार सफल नहीं हुए हैं वह आगे नौवीं कक्षा में एक बार फिर से छात्रवृत्ति परीक्षा देकर सफल हो सकते हैं। राजकीय विद्यालयों के छठीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं में प्रतियोगी परीक्षा में बैठने और सफल होने का अनुभव प्राप्त हुआ है। यह भविष्य के लिए बेहद कारगर साबित होगा।आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।