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उत्‍तराखंड में CM Helpline नंबर पर ही मांग ली रिश्वत, छह माह से तैनात था आरोपित

Bribery in CM Helpline देहरादून में सीएम हेल्पलाइन-1905 पर तैनात एक कर्मचारी को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि कर्मचारी ने एक रेस्टोरेंट के मैनेजर से वेतन न मिलने की शिकायत के समाधान के लिए 2500 रुपये की रिश्वत मांगी थी। पुलिस ने गोपनीय जांच के बाद कर्मचारी और उसके दोस्त के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें हिरासत में ले लिया है।

By Soban singh Edited By: Nirmala Bohra Updated: Sat, 21 Sep 2024 01:16 PM (IST)
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Bribery in CM Helpline: सीएम हेल्पलाइन नंबर पर ही मांग दी ढाई हजार की रिश्वत। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर
जागरण संवाददाता, देहरादून। Bribery in CM Helpline: सीएम हेल्पलाइन-1905 सेवा को त्वरित न्याय के लिए जाना जाता है। जब कहीं से सुनवाई नहीं होती तो पीड़ित इस हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज कर समाधान की आस लगाए रहता है। लेकिन इस हेल्पलाइन सेवा पर ही भ्रष्टाचार का दाग लगा है।

शिकायत पोर्टल पर तैनात कर्मचारी ने एक फरियाद का समाधान करने के लिए शिकायतकर्ता से ही ढाई हजार रुपये की रिश्वत मांग दी। शिकायत भी होटल से वेतन नहीं मिलने की थी। कर्मचारी ने अपने दोस्त की मदद से ठगी का प्रयास किया मगर गोपनीय जांच में दोनों की पोल खुल गई।

मुकदमा दर्ज कर आरोपितों को हिरासत में लिया

पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दोनों को हिरासत में ले लिया है। पुलिस अब कर्मचारी के उस रिकार्ड को भी खंगाल रही है कि जिसमें अन्य शिकायतकर्ताओं से रिश्वत ली गई हो। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि हरिद्वार के गुरुकुल नारसन में स्थित एक रेस्टोरेंट में मैनेजर सहारनपुर निवासी मनोज ठकराल ने सीएम हेल्पलाइन नंबर-1905 पर शिकायत की थी कि उसे कई महीने का वेतन नहीं मिला है।

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आरोप है कि समस्या के समाधान के लिए काल वाले कर्मचारी ने इसके लिए 2500 रुपये रिश्वत मांगी। इस पर मनोज ने पुलिस मुख्यालय को सूचित किया। मुख्यालय के निर्देश पर एसएसपी देहरादून ने स्पेशल आपरेशन ग्रुप (एसओजी) से मामले की गोपनीय जांच कराई।

जांच में पता चला कि अगस्त में सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत के बाद मनोज ठकराल से शैलेंद्र गुसांई नाम के व्यक्ति ने संपर्क किया था। उसने 2500 रुपये रिश्वत की मांग करते हुए धनराशि के आनलाइन भुगतान के लिए वाट्सएप पर क्यूआर कोड भेजा। एसओजी ने जब क्यूआर कोड से संबंधित बैंक खाते की जांच की तो वह सीएम हेल्पलाइन-1905 में तैनात आउटसोर्स कर्मचारी शुभम आनंद का निकला।

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एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि शुभम और शैलेंद्र आपस में दोस्त हैं। सीएम हेल्पलाइन पर आने वाली शिकायतों की जानकारी शुभम ही शैलेंद्र को देता था। चूंकि, शिकायत में शिकायतकर्ता का मोबाइल नंबर भी होता है, ऐसे में शैलेंद्र उन नंबर पर फोन कर शिकायतकर्ता को समाधान का झांसा देकर रिश्वत की मांग करता था।

जांच के बाद शुक्रवार को उपनिरीक्षक आदित्य सैनी की ओर से राजपुर थाने में शुभम आनंद और शैलेंद्र गुसाईं के विरुद्ध राजपुर थाने में आपराधिक षड़यंत्र और रिश्वतखोरी का मुकदमा दर्ज कराया गया।

एसएसपी ने बताया कि आरोपित आउटसोर्स कर्मचारी शुभम आनंद निवासी-भजन आश्रम, तिलक रोड ऋषिकेश व उसके दोस्त शैलेंद्र गुसाईं निवासी कैनाल रोड, गुमानीवाला ऋषिकेश को हिरासत में ले लिया गया है।

छह महीने से सीएम हेल्पलाइन में तैनात था

पुलिस के अनुसार आरोपित शुभम आनंद करीब छह महीने पहले ही आउटसोर्स कंपनी आई लीड्स के माध्यम से सीएम हेल्पलाइन-1905 में कस्टमर केयर एग्जीक्यूटिव के पद पर तैनात हुआ था। वह दून के आइटी पार्क स्थित माउंट व्यू कालोनी में रहता है।

आरोपित शैलेंद्र गुसाईं ऋषिकेश में टूर एंड ट्रेवल्स और प्रापर्टी डीलिंग का काम करता है। शैलेंद्र उसका पुराना दोस्त है। उन दोनों ने ही साथ बैठकर शिकायतकर्ताओं से ठगी का षड़यंत्र रचा था।

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