Move to Jagran APP

देवभूमि में खुद को देवता बताकर संगीन अपराध, दंपती पर किया ऐसा 'जादू' कि अपने ही हाथों से सौंपे लाखों रुपए और कार

Uttarakhand Crime देवभूमि उत्तराखंड में एक दंपती को खुद को देवता बताने वाले एक व्यक्ति ने लाखों रुपये का चूना लगा दिया। आरोपी ने पहले दंपती के दो प्लॉट बेचकर पैसे अपने पास रख लिए फिर उनकी कार भी ले गया। अब वह कार भी नहीं लौटा रहा है। पीड़ित अध्यापिका की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। जानिए पूरी कहानी...

By rajesh panwar Edited By: Nirmala Bohra Updated: Sat, 16 Nov 2024 02:24 PM (IST)
Hero Image
Uttarakhand Crime: डीजीपी अभिनव कुमार के निर्देश पर आरोपित के खिलाफ सेलाकुई थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। File
जागरण संवाददाता, विकासनगर। Uttarakhand Crime: नैनबाग में अध्यापिका के पद पर कार्यरत अध्यापिका व उसके पति से उत्तरकाशी के एक व्यक्ति ने अपने को देवता बताकर लाखों रुपये की ठगी कर ली।

आरोपित ने पहले दंपती के दो प्लाट बिकवाकर रुपये अपने पास रख लिए, फिर कार ले गया, वह भी नहीं लौटाई। अध्यापिका की शिकायत पर डीजीपी अभिनव कुमार के निर्देश पर आरोपित के खिलाफ सेलाकुई थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।

पुलिस महानिदेशक को भेजी शिकायत

नैनबाग तहसील के ग्राम पाव के प्राइमरी स्कूल में अध्यापिका के पद पर कार्यरत आराधना थपलियाल पत्नी दिगंबर थपलियाल मधुर विहार फेज-2 अजबपुर खुर्द देहरादून ने पुलिस महानिदेशक को भेजी शिकायत में कहा कि उसके पति टीएचडीसी सिंगरौली मध्य प्रदेश में कार्यरत है।

वर्ष 2018 में उसकी व उसके पति की जान पहचान पंकज पंवार जगत सिंह निवासी ग्राम खरसाली जिला उत्तरकाशी से हुई। पंकज पंवार ने बताया कि वह यमुनोत्री धाम के पंडितों के गांव खरसाली में रहता है। उस पर अघोरनाथ देवता की कृपा है। देवता पंकज पर आने पर पंकज के मुंह से निकली हर बात सही हो जाती है।

यह भी पढ़ें- Dehradun Car Accident: नई कार की पार्टी बनी छह दोस्‍तों का काल, अब पुलिस कर रही नया दावा!

पंकज ने बताया कि जिस घर में उसका आना जाना हो जाता है। वह घर सुखी व सम्पन्न हो जाता है। बताया कि वह कई लोगों के संपर्क में है। जहां जाकर वह पूजा इत्यादि करता है। जिस पर अध्यापिका ने अपनी धार्मिक आस्था के चलते पंकज पंवार को अपने घर पर आमंत्रित किया। पंकज ने घर आना जाना शुरू कर दिया। कुछ ही समय में पंकज ने भांप लिया कि उसका परिवार एक सम्पन्न परिवार है।

पंकज ने उसे व उसके पति दिगंबर थपलियाल को पूर्ण विश्वास में लेकर कहा कि जब तक उसका उनके घर में आना जाना है, उन्हें चिंता करने की कोई बात नहीं है। 2019 के प्रारंभ में पंकज ने कहा कि उसके पति द्वारा भाऊवाला व शीशमवाड़ा में खरीदे गए दो प्लॉट का कुप्रभाव उनके बच्चों पर पड़ेगा। यह जमीन तुम्हें बिल्कुल भी सूट नहीं करती व इस जमीन को तुरंत बेच दो।

कहीं जमीन वास्तव में बच्चों को नुकसान न कर दे...

मेरे पति पंकज के कहने में आ गए, वह डर गए थे कि कहीं जमीन वास्तव में बच्चों को नुकसान न कर दे। पंकज ने कहा कि जमीन बिकवाने की जिम्मेदारी उसकी रहेगी। उसके पति ने पंकज के कहने पर पंकज द्वारा लाए गए क्रेता को जमीन बेच दी। जमीन काफी महंगी बिकी, लेकिन पंकज ने असली रेट नहीं बताए व दोनों जमीन का बैनामा 27 फवरी 21 व 24 जनवरी 2022 को किया।

बैनामे में जो पैसा चेक द्वारा प्रतिफल देना दिखाया गया था, वह भी पंकज ने स्वयं अपने आप कैश करा कर यह कह कर पास रख लिया कि जब जमीन उसने ही दिलानी है तो तुम पैसा रख कर क्या करोगे। जहां देने होंगे, वह अपने आप देगा। पंकज ने उसके पति को देहरादून में रिस्पना पुल हरिद्वार रोड पर एक निर्माणाधीन मॉल दिखाया व कहा कि इसमें एक करोड़ में एक फ्लोर उसे दिला देगा, इससे उन्हें अत्यंत फायदा मिलेगा और परिवार में अत्यंत सुख आएगा।

पंकज ने बताया यह मॉल किसी प्रकाश राणा व विजेन्द्र सिंह रावत नाम के व्यक्ति का है, जो पंकज के परिचित व जजमान हैं। पंकज की इनसे बात हो गई है। उसके पति को पैसों का इंतजाम करने के लिए कहा। उसके पति इसके झांसे में आ गए। पंकज को पैसा देने के लिए तैयार हो गए। पति ने पंकज के बैंक खाते में लगभग 87 लाख रुपये डाल दिए।

यह भी पढ़ें- Dehradun Car Accident: उत्‍तराखंड नहीं भूल पा रहा भयावह हादसा, सड़क पर बिखरे पड़े थे कटे-फटे शव

इन पैसों के अलावा पंकज हमसे कभी 10 हजार कभी 11 हजार, कभी 22 हजार यह कह कर ले लेता था कि उसे अपने गांव में अघोरनाथ बाबा की हमारे परिवार के लिए पूजा करनी है। इसके बाद पंकज को पता चला कि हम कार खरीद रहे हैं तो पंकज ने कहा कि उसे जब भी जरूरत होगी तो वह हमारी कार ले जाएगा।

आरोपित कार तक पचा गया

विकासनगर: दंपती ने 13 जनवरी 22 को रोहन मोटर्स से 9 लाख रुपये में ऋण पर कार खरीदी तो पंकज शुरू शुरू में देहरादून आने पर घर से कार ले जाया करता था। फिर पंकज हफ्ते भर के लिए कार ले जाने लगा तो उन्होंने उसे टोका और कार नहीं लौटाई। पंकज का कहना था कि यह कार तुमने देवता को दी है, वापस नहीं मिलेगी।

पंकज पंवार घर से मई 2022 में कार लेकर गया, फिर वापस ही नहीं लाया। जून 2022 में जब वह व उसके पति पंकज से मिलने उसके गांव खरसाली तक गए और अपनी कार व जमीन दिलाने की बात की तो पंकज ने कहा कि अभी कुछ समय रुक जाओ।

17 सितंबर 2023 को अध्‍यापिका व उसकी मेरी बुआ कमला नौटियाल पंकज के गांव गए। वह दो दिन अपनी बुआ विमला नौटियाल के घर पर रुकीं। पंकज ने कहा कि न तुम्हें कार मिलेगी, न जमीन और कहा कि वह उनका देवता है। वह बड़े उदास मन से वापस आ गई। इसके बाद से पंकज का मोबाइल बंद आ रहा है।

पंकज ने स्वयं को देवता बता कर हमें विश्वास में लेकर हमसे लाखों रुपये जमीन दिलाने के नाम पर लिए और हमारी अपनी जमीन बेच कर भी हमें पैसे नहीं दिए व हमारी कार भी ले गया। उनके साथ धोखाधड़ी हुई है। सेलाकुई थाने में आरोपित पंकज पंवार के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है। थानाध्यक्ष शैंकी कुमार के अनुसार डीजीपी के आदेश पर आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।