UKSSSC Paper Leak Case: एक और शिक्षक गिरफ्तार, 60 से अधिक अभ्यर्थियों को हल करवाया था पेपर
UKSSSC Paper Leak Case यूकेएसएसएससी के स्नातक स्तर का पेपर लीक करने के मामले में एसटीएफ ने एक और शिक्षक को हल्द्वानी से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित बलवंत सिंह रौतेला ने नकल माफिया शशिकांत के साथ मिलकर दो अलग-अलग रिजॉर्टो में 60 से अधिक आरोपितों को नकल करवाई थी।
By Sunil NegiEdited By: Updated: Tue, 30 Aug 2022 08:36 PM (IST)
जागरण संवाददाता, देहरादून: : UKSSSC Paper Leak Case: पेपर लीक प्रकरण में एसटीएफ ने लोहाघाट से एक और शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित ने पूर्व में गिरफ्तार कोचिंग संचालक शशिकांत के साथ मिलकर 60 से अधिक अभ्यर्थियों को पेपर हल करवाया था। वह पहले भी सीटीईटी का पेपर लीक करवाने के मामले में जेल जा चुका है, लेकिन जेल से छूटने के बाद सरकारी सेवा के साथ-साथ आरोपित ने नकल करवाने का धंधा चालू रखा।
60 से अधिक अभ्यर्थियों को हल करवाया था पेपर
एसटीएफ के एसटीएफ अजय सिंह ने बताया कि बीते रविवार को तल्ली बमोरी हल्द्वानी निवासी शशिकांत को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया था। पूछताछ में शशिकांत ने बताया कि उसने एक अन्य व्यक्ति के साथ मिलकर डिंगता रिजार्ट धनाचूली बैंड हल्द्वानी और इसके नजदीक एक अन्य रिजार्ट अल्पाइन में 60 से अधिक अभ्यर्थियों को बुलाकर पेपर हल करवाया था।
- पूछताछ के बाद एसटीएफ की टीम ने शशिकांत के साथी बलवंत सिंह रौतेला को लोहाघाट से गिरफ्तार कर लिया।
- आरोपित राजकीय प्राथमिक विद्यालय,लोहाघाट में बेसिक शिक्षक के पद पर तैनात था।
अब तक हो चुकी 29 आरोपितों की गिरफ्तार
एसएसपी ने बताया कि आरोपित अध्यापक बलवंत सिंह करीब 40 छात्रों को इकठ्ठा करके शशिकांत के पास ले गया था, जहां दोनों ने मिलकर रिजार्ट में पेपर हल करवाया। एसएसपी के अनुसार नकल करने वाले अधिकांश अभ्यर्थियों को चिहिन्त कर लिया गया है।- इनमें कुछ वह भी हैं जो कि गलत पेपर देने के चलते फेल हो गए थे।
- कुछ अभ्यर्थी खुद ही एसटीएफ के पास शिकायत लेकर पहुंच गए थे।
- इस तरह एसटीएफ अब तक 29 आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है।
पेपर लीक मामले में 2013 में जा चुका है जेल
एसएसपी ने बताया कि बलवंत सिंह 2012 में शिक्षक बना था। वह तब से ही शशिकांत के संपर्क में था। 2013 में आयोजित केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीटीईटी) का पेपर लीक करने में बलवंत सिंह व शशिकांत दोनों जेल गए थे।
- इस दौरान बलवंत सिंह 25 दिन जेल में बंद रहा। इसके बाद भी वह नहीं सुधरा और नौकरियां बेचने के धंधे में जुटा रहा।
कभी पीसीओ चलाता था बलवंत
जानकारी के अनुसार पहले बलवंत सिंह की आर्थिक स्थिति काफी कमजोर थी और वह पीसीओ चलाकर अपना परिवार चलाता था। इसके बाद उसने इलेक्ट्रानिक सामान बेचना शुरू कर दिया। 2012 में वह अध्यापक बना और कोचिंग संचालक शशिकांत से उसकी जान पहचान हो गई।उसका शशिकांत के कोचिंग सेंटरों में आना जाना लगा रहता था। बताया जा रहा है कि बलवंत सिंह ने नौकरियां बेचकर करोडों रुपये की संपत्ति अर्जित कर ली है, जिसकी एसटीएफ जानकारी जुटा रही है।
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