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उत्तराखंड डीएलएड प्रवेश परीक्षा: 650 सीटों के लिए 40 हजार से अधिक आवेदन, 30 नवंबर को होगी परीक्षा

उत्तराखंड विद्यालय शिक्षा परिषद द्वारा आयोजित होने वाली डीएलएड प्रवेश परीक्षा के लिए 40 हजार से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं। 30 नवंबर को होने वाली इस परीक्षा के बाद काउंसलिंग होगी और फिर प्रदेश के 13 राजकीय शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डाइट) में 50-50 डीएलएड अभ्यर्थियों को प्रवेश मिलेगा। पांच सितम्बर से इसके लिए आवेदन की प्रक्रिया प्रारंभ की थी।

By Ashok Kumar Edited By: Abhishek Saxena Updated: Tue, 08 Oct 2024 09:27 AM (IST)
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Uttarakhand News: 40 हजार से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं।

अशोक केडियाल, देहरादून। बेसिक शिक्षक बनने की पात्रता बीएड को निरस्त कर दो वर्षीय डीएलएड करने बाद पहली बार राज्य में डीएलएड प्रवेश परीक्षा को लेकर 40 हजार से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं। प्राप्त आवेदन के बाद प्रवेश परीक्षा और काउंसलिंग होगी और फिर प्रदेश के 13 राजकीय शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डाइट) में 50-50 डीएलएड अभ्यर्थियों को प्रवेश मिलेगा।

बेसिक शिक्षक की पात्रता डीएलएड होने से आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों की संख्या सबसे अधिक है। उत्तराखंड विद्यालय शिक्षा परिषद ने आवेदन की संख्या अधिक रखने के कारण ही आवेदन की अंतिम तिथि और परीक्षा के बीच 32 दिन का समय रखा गया है।

पांच सितम्बर से प्रारंभ की थी आवेदन प्रक्रिया

उत्तराखंड विद्यालय शिक्षा परिषद ने बीते पांच सितंबर से आवेदन की प्रक्रिया प्रारंभ की थी। उत्तराखंड डिप्लोमा इन एलिमेंट्री एजुकेशन (डीएलएड) के अंतर्गत प्राथमिक शिक्षक (पहली से पांचवीं कक्षा तक) के शिक्षकों बनने की पात्रता डीएलड है। प्रदेश के 13 राजकीय शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डाइट) प्रत्येक में 50-50 सीटें निर्धारित हैं। इसमें विज्ञान और कला श्रेणी के लिए 325- 325 सीटें निर्धारित होती हैं।

इसलिए बढ़ी डीएलएड की उपयोगिता

डीएलएड की उपयोगिता इस वर्ष इसलिए भी ज्यादा बढ़ गई है क्योंकि बीते वर्ष सितंबर 2023 में उच्चतम न्यायालय ने एक मामले की सुनवाई के दौरान प्राथमिक कक्षाओं के शिक्षक के लिए बीएड की मान्यता को निरस्त कर दिया था, अब प्राथमिक शिक्षा में सहायक अध्यापक के लिए दो वर्षीय डीएलएड मान्य होगा। ऐसे में बीएड करने के बजाय अब अभ्यर्थी डीएलएड करने में ज्यादा रुचि दिखा रहे हैं। पिछले वर्ष जब न्यायालय का निर्णय आया तब तक डीएलएड की कक्षाएं प्रारंभ हो गई थी।

आवेदनों की स्क्रूटनी विभाग को चुनौती

40 हजार से अधिक प्राप्त आवेदनों की स्क्रूटनी शिक्षा परिषद के लिए चुनौती हाेगी। आनलाइन प्राप्त आवेदन की जांच में यह देखाना पड़ेगा कि आवेदन करने वाले अभ्यर्थी परीक्षा के लिए पात्र है या नहीं। आवेदन पत्रों की जांच के बाद अनुक्रमांक आावंटन और उसके बाद प्रवेश परीक्षा केंद्र बनाया भी आसान नहीं होगा।

तीन काउंसलिंग के बाद भी बेसिक शिक्षक के 1166 पद रिक्त

डीएलएड प्रशिक्षु कम होने के कारण प्रदेश में बेसिक शिक्षकों के रिक्त 2906 रिक्त पदों को भरने के लिए शिक्षा विभाग तीन बार काउंसलिंग कर चुका है इसके बाद भी 1166 सीटें रिक्त हैं। अभी तक 1840 पात्र अभ्यर्थी मिल पाए है। सरकार को चौथे राउंड की काउंसलिंग भी करवाने पड़ सकती है। इसके बाद दिसंबर महीने में 429 रिक्त सीटों पर अलग से भर्ती निकाली जानी है। प्रत्येक वर्ष पांच सौ से लेकर एक हजार प्रारंभिक शिक्षकों के सेवानिवृत्त होने से बेसिक शिक्षक में तुरंत नौकरी की सबसे अधिक संभावना है, लेकिन प्रदेश में डीएलड संचालित करने वाला कोई स्ववित्तपोषित संस्थान नहीं है, केवल डायट से ही 650 अभ्यर्थी मिलेंगे।

40 हजार से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं। आगे 30 नवंबर को प्रवेश परीक्षा होगी। फिर काउंसलिंग की जाएगी। सत्र जरूर विलंब से प्रारंभ होगा, लेकिन समय पर पाठ्यक्रम की पढ़ाई पूरी कर ली जाएगी और समय पर परीक्षा भी आयोजित की जाएगी। इस बार प्रवेश प्रक्रिया भी पहली बार आनलाइन माध्यम से ही होगी। प्रारंभिक शिक्षक की पात्रता डीएलएड हाेने के उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद राज्य में डीएलएड में प्रवेश लेने के लिए यह पहली परीक्षा है इसलिए अभ्यर्थियों की संख्या अधिक है। विनोद कुमार सिमल्टी, सचिव उत्तराखंड विद्यालय शिक्षा परिषद

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