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Uttarakhand Election 2022: पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने डाक मतपत्रों पर उठाए सवाल, इंटरनेट मीडिया पर शेयर किया वीडियो

Uttarakhand Election 2022 पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने इंटरनेट मीडिया पर वीडियो जारी कर एक कथित आर्मी सेंटर में मतदान पर सवाल खड़े किए। उन्‍होंने निर्वाचन आयोग से इसका संज्ञान लेने की अपेक्षा की। वहीं आयोग ने कहा अभी तक कोई शिकायत नहीं मिली है।

By Sunil NegiEdited By: Updated: Wed, 23 Feb 2022 08:54 AM (IST)
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Uttarakhand Election 2022: पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के प्रदेश चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष हरीश रावत। फाइल फोटो

राज्य ब्यूरो, देहरादून। Uttarakhand Election 2022 कांग्रेस ने डाक मतपत्रों से हुए मतदान पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के प्रदेश चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष हरीश रावत ने इंटरनेट मीडिया पर वीडियो जारी कर एक कथित आर्मी सेंटर में मतदान पर सवाल खड़े किए। साथ ही निर्वाचन आयोग से इसका संज्ञान लेने की अपेक्षा की। वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने प्रदेश के सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में डाक मतदाताओं की सूचियां उपलब्ध नहीं कराने पर आपत्ति व्यक्त की है। उन्होंने मतगणना से पहले डाक मतपत्रों के माध्यम से मतदान की तिथि दोबारा निर्धारित करने की मांग की है। राज्य निर्वाचन मुख्य अधिकारी कार्यालय ने हरीश रावत द्वारा पोस्ट किए गए वीडियो के बारे में अभी किसी शिकायत के मिलने से इन्कार किया है।

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने इंटरनेट मीडिया पर अपनी पोस्ट में एक वीडियो पोस्ट कर जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वीडियो में एक कथित आर्मी सेंटर में एक ही व्यक्ति सभी मतों को टिक करने के साथ ही हस्ताक्षर भी कर रहा है। हालांकि उन्होंने वीडियो के स्थान और समय की जानकारी अपनी पोस्ट में नहीं दी। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग को इसका संज्ञान लेना चाहिए।

उधर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल के निर्देश पर पार्टी प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या को ज्ञापन सौंपा। बीते रोज भी पार्टी ने संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी को इस संबंध में ज्ञापन सौंपा था। ज्ञापन में कहा गया कि विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों के प्रत्याशियों को डाक मतदाताओं (सर्विस मतदाता, सेवारत सैनिक, निर्वाचन ड्यूटी में लगे कार्मिक, दिव्यांग, 80 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्ग एवं अशक्त जन) की सूचियां उपलब्ध कराना निर्वाचन आयोग का दायित्व है। ये सूचियां उपलब्ध नहीं कराना निर्वाचन के नियमों के विरुद्ध है। साथ में गंभीर मामला भी है। इससे निर्वाचन प्रक्रिया की निष्पक्षता पर प्रश्न चिह्न लगता है।

प्रत्याशियों को उपलब्ध कराएं डाक मतदाता सूचियां

ज्ञापन में यह भी कहा गया कि सभी प्रकार के डाक मतदाताओं की सूचियां आवश्यक रूप से सभी पार्टी प्रत्याशियों को उपलब्ध नहीं कराई गई हैं। इन मतदाताओं के लिए मतदान की तिथि दोबारा तय की जानी चाहिए। पार्टी ने इस संबंध में जिला निर्वाचन अधिकारियों से आख्या प्राप्त कर पार्टी को अवगत कराने को कहा है। प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट, महामंत्री संगठन मथुरादत्त जोशी व अश्वनी बहुगुणा शामिल थे।

आयोग को नहीं मिली शिकायत

राज्य के उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी मस्तूदास ने कहा कि अभी आयोग को वीडियो के संबंध में कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई है और न अभी ऐसा कोई वीडियो देखा गया है। वीडियो को देखने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।

कांग्रेस हताशा की स्थिति में: भाजपा

भाजपा ने कांग्रेस के इस आरोप पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान ने कहा कि कांग्रेस हताशा की स्थिति में है। इसलिए वह ऐसे माध्यमों का सहारा ले रही है। वीडियो की प्रमाणिकता साबित किए बगैर ऐसे आरोप-प्रत्यारोप से बचा जाना चाहिए। सेना को राजनीति से दूर ही रखा जाए तो अच्छा है, मगर कांग्रेस इसमें भी राजनीति कर रही है।

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