जानिए उत्तराखंड भाजपा की कौन-कौन सी 25 सीटें हैं फंसी, 28 सीटों पर स्थिति साफ; इनके टिकट लगभग तय
Uttarakhand Election 2022 चुनाव के लिए प्रत्याशी चयन के मद्देनजर उत्तराखंड भाजपा ने सभी 70 सीटों पर दावेदारों के पैनल को अंतिम रूप दे दिया है। शनिवार को पार्टी की चुनाव समिति की बैठक में चर्चा के बाद इस पर मुहर लगाई गई।
By Raksha PanthriEdited By: Updated: Sun, 16 Jan 2022 12:09 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, देहरादून। Uttarakhand Election 2022 विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी चयन के मद्देनजर उत्तराखंड भाजपा ने सभी 70 सीटों पर दावेदारों के पैनल को अंतिम रूप दे दिया है। शनिवार को पार्टी की चुनाव समिति की बैठक में चर्चा के बाद इस पर मुहर लगाई गई। यह सूची रविवार को दिल्ली में पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को सौंपी जाएगी। प्रत्याशियों के संबंध में केंद्रीय संसदीय बोर्ड निर्णय लेगा। सूत्रों के अनुसार 28 सीटों पर स्थिति लगभग साफ है। यदि कोई फेरबदल नहीं हुआ तो प्रथम चरण में इन नामों की घोषणा हो सकती है। इसके अलावा 25 सीटें विभिन्न कारणों से फंसी हैं, जिन पर मशक्कत करनी पड़ेगी। यह भी बताया जा रहा कि 10 से 15 वर्तमान विधायकों के टिकट पर पार्टी कैंची चला सकती है।
प्रदेश भाजपा मुख्यालय में शनिवार को केंद्रीय मंत्री एवं प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रल्हाद जोशी, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, प्रदेश प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम, प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय, पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, विजय बहुगुणा, त्रिवेंद्र सिंह रावत व तीरथ सिंह रावत समेत अन्य नेताओं की मौजूदगी में हुई प्रदेश चुनाव समिति की बैठक में दावेदारों के पैनल पर विमर्श हुआ। डेढ़ घंटे चली बैठक में विधानसभा क्षेत्रवार चर्चा की गई। कुछेक सीटों पर एकाध नाम जोड़े गए तो कुछ से हटाए गए।
सूत्रों ने बताया कि जिन सीटों पर नाम लगभग तय हैं, उनके पैनल में एक-एक नाम ही हैं। अन्य सीटों पर दो से चार नाम शामिल हैं। सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक व प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय रविवार को दिल्ली में केंद्रीय नेतृत्व को दावेदारों की सूची सौंपेंगे। सूत्रों ने बताया कि रविवार को इस बारे में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ भी बैठक संभव है। 19 जनवरी को दिल्ली में पार्टी के केंद्रीय संसदीय बोर्ड की बैठक प्रस्तावित है।
इनके टिकट लगभग तय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (खटीमा), कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज (चौबट्टाखाल), बंशीधर भगत (कालाढूंगी), सुबोध उनियाल (नरेंद्र नगर), डा हरक सिंह रावत (केदारनाथ), स्वामी यतीश्वरानंद (हरिद्वार ग्रामीण), बिशन सिंह चुफाल (डीडीहाट), रेखा आर्य (सोमेश्वर), अरविंद पांडेय (गदरपुर), गणेश जोशी (मसूरी) व डा धन सिंह रावत (श्रीनगर), विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल (ऋषिकेश), प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मदन कौशिक (हरिद्वार), विधायक मुन्ना सिंह चौहान (विकासनगर), उमेश शर्मा काऊ (रायपुर), विनोद चमोली (धर्मपुर), चंदन रामदास (बागेश्वर), सौरभ बहुगुणा (सितारगंज), राजेश शुक्ला (किच्छा), कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन (खानपुर), महेश जीना (सल्ट), चंद्रा पंत (पिथौरागढ़), डा प्रेम सिंह (नानकमत्ता), नवीन दुम्का (लालकुंआ), बलवंत सिंह भौर्याल (कपकोट), ऋतु खंडूड़ी (यमकेश्वर), कुछ समय पहले भाजपा में शामिल हुए पूर्व विधायक प्रीतम पंवार (धनोल्टी) व पूर्व विधायक राजकुमार (पुरोला)।
ये सीटें हैं फंसी पौड़ी, कोटद्वार, थराली, कर्णप्रयाग, घनसाली, प्रतापनगर, टिहरी, झबरेड़ा, लक्सर, पिरान कलियर, राजपुर रोड, चम्पावत, लोहाघाट, नैनीताल, हल्द्वानी, रामनगर, जागेश्वर, अल्मोड़ा, रानीखेत, द्वारहाट, गंगोलीहाट, बाजपुर, काशीपुर, रुद्रपुर व गंगोत्रीत्रिवेंद्र लड़ेंगे या नहीं, पार्टी तय करेगी पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की तैयारी डोईवाला सीट से है। सूत्रों का कहना है कि वे चुनाव लड़ेंगे या पार्टी संगठन उन्हें अन्य कोई जिम्मेदारी देगा, इसका निर्णय केंद्रीय नेतृत्व करेगा। इसके अलावा दिवंगत विधायक हरबंस कपूर के परिवार के किसी सदस्य को कैंट सीट से टिकट देने का निर्णय भी पार्टी नेतृत्व ले सकता है।
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