सरिता आर्य के विद्रोही तेवर ने बढ़ाई कांग्रेस की चिंता हरीश रावत समेत तमाम दिग्गजों ने फोन पर की वार्ता
Uttarakhand Election 2022 कांग्रेस में टिकटों को अंतिम रूप दिए जाने की कवायद के साथ ही असंतोष मुखर होने लगा है। टिकट कटने की जानकारी मिलने पर प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष व पूर्व विधायक सरिता आर्य ने विद्रोही तेवर अपनाते हुए भाजपा में जाने के संकेत दिए।
By Raksha PanthriEdited By: Updated: Sat, 15 Jan 2022 04:16 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, देहरादून। Uttarakhand Election 2022 कांग्रेस में टिकटों को अंतिम रूप दिए जाने की कवायद के साथ ही असंतोष मुखर होने लगा है। टिकट कटने की जानकारी मिलने पर प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष व पूर्व विधायक सरिता आर्य ने विद्रोही तेवर अपनाते हुए भाजपा में जाने के संकेत दिए। शुक्रवार देर रात्रि उन्होंने भाजपा के प्रदेश चुनाव प्रभारी और केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने कहा कि टिकट मिला तो उन्हें भाजपा में जाने से गुरेज नहीं होगा।
महिला मोर्चा अध्यक्ष के इन तेवरों ने शनिवार को कांग्रेस के खेमे में हलचल मचा दी। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष अविनाश पांडेय ने दूरभाष पर सरिता से वार्ता की। मनाने की कोशिश कुछ हद तक कामयाब रहीं। सरिता आर्य ने कहा कि सम्मान मिलेगा तो वह पार्टी में ही रहेंगी। सरिता आर्य कुमाऊं मंडल में नैनीताल सुरक्षित सीट से 2012 में कांग्रेस के टिकट पर विधायक निर्वाचित हुई थीं। 2017 के चुनाव में वह हार गईं थीं। सरिता आर्य वर्तमान में महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष हैं। नैनीताल से विधायक रहे संजीव आर्य अपने पिता व पूर्व मंत्री यशपाल आर्य के साथ कांग्रेस में वापसी कर चुके हैं। नैनीताल से संजीव को कांग्रेस का टिकट मिलना तय है। वहीं टिकट कटने से सरिता आर्य नाराज चल रही हैं। चुनाव के मौके उनकी नाराजगी से पार्टी के माथे पर बल पड़े हैं।
सरिता के तेवरों से दिनभर रही हलचलनैनीताल सीट से चुनाव लडऩे की तैयारी कर रही सरिता आर्य ने अब विद्रोही तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। बीती रात्रि उन्होंने देहरादून में एक अतिथिगृह में भाजपा के चुनाव प्रभारी व केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी से मुलाकात की। बताया जाता है कि उन्होंने इस मुलाकात में नैनीताल से टिकट दिए जाने की मांग भी की। प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष के तेवरों से पार्टी में शनिवार को दिनभर हलचल रही। आनन-फानन पार्टी नेता उन्हें मनाने राज्य बीजापुर अतिथिगृह पहुंचे। दोपहर में उन्हें प्रदेश कांग्रेस कार्यालय लाया गया, ताकि मीडिया के सामने वह पार्टी के पक्ष में स्थिति स्पष्ट कर सकें।
फिर बयान देकर कांग्रेस को चौंकायासरिता आर्य ने मीडिया से बातचीत करते हुए पार्टी को ही सकते में डाल दिया। उन्होंने कहा कि उन्हें टिकट मिला तो वह भाजपा में चली जाएंगी। उन्होंने कहा कि एक ओर कांग्रेस में महिलाओं को 40 प्रतिशत टिकट देने की पैरोकारी की जा रही है, दूसरी ओर प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष के खुद का टिकट ही पक्का नहीं है। ऐसे में महिलाएं कांग्रेस छोड़ती हैं तो वह उन्हें रोक नहीं सकतीं। सरिता आर्य के इस वक्तव्य के बाद तुरंत पार्टी के बड़े नेता सक्रिय हुए।
सम्मान बरकरार रहा तो पार्टी में ही रहूंगी: सरिता आर्यदूरभाष पर तुरंत दिल्ली में मौजूद प्रदेश कांग्रेस चुनाव अभियान समिति अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष, प्रदेश सहप्रभारी राजेश धर्माणी व दीपिका पांडेय सिंह से उनकी बात कराई गई। स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष अविनाश पांडेय ने भी उन्हें भरोसा दिलाया कि पार्टी उनके और महिलाओं के सम्मान को बरकरार रखेगी। मान-मनुहार के बाद सरिता आर्य का रोष कुछ हद तक शांत हुआ। हालांकि दैनिक जागरण से बातचीत में उन्होंने कहा कि पार्टी के केंद्रीय नेताओं से बातचीत हुई है। उन्होंने केंद्रीय नेताओं से कहा कि महिलाओं का सम्मान नहीं किया जाएगा तो वह पार्टी में टिक नहीं सकेंगी। जिस पार्टी में उन्हें सम्मान मिलेगा, वहां जाएंगी। उन्होंने कहा कि उन्हें महिलाओं का सम्मान रखने का भरोसा दिया गया है। साथ ही यह भी कहा कि लोकतंत्र में सभी के लिए विकल्प खुले हैं। प्रत्याशियों की सूची जारी होने का इंतजार है। अभी पार्टी में ही हूं, बाद में देखा जाएगा।
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